प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 20 साल से संवैधानिक पद पर हैं। इस दौरान उन्होंने जन सेवा का जो आदर्श स्थापित किया है, वो सबके लिए अनुकरणीय है। बचपन में गरीबी और अभावों का सामना कर चुके प्रधानमंत्री मोदी आम लोगों की जरूरतों और परेशानियों को बखूबी समझते हैं और उसे पूरा करने की खुद पहल करते हैं। इसी क्रम में उन्होंने काशी विश्वनाथ धाम में काम करने वाले लोगों का ख्याल रखते हुए उनके लिए दिल्ली से एक खास तोहफा भेज कर सबका दिल जीत लिया है।
दरअसल प्रधानमंत्री को हाल ही में पता चला कि मंदिर में काम करने वाले लोगों के लिए चप्पल पहनना वर्जित है और उन्हें नंगे पैर काम करना पड़ता है। सर्दी के मौसम में उन्हें काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। ऐसे में प्रधानमंत्री मोदी ने जूट की बनी पादुकाएं भेजकर बड़ी राहत प्रदान की है। 100 जोड़ी पादुकाएं भगवान विश्वनाथ की सेवा में लगे पुजारियों, सेवकों, सुरक्षाकर्मियों और सैनिटेशन के काम में लगे मजदूरों एवं अन्य लोगों के लिए भेजी गई है। प्रधानमंत्री मोदी का यह तोहफा पाकर काशी विश्वनाथ धाम में काम करने वाले लोग बेहद खुश हैं।
गौरतलब है कि इन दिनों भीषण ठंड पड़ रही है। ऐसे में कर्मचारियों को नंगे पैर काम करना पड़ रह है। काशी विश्वनाथ कॉरिडोर के निर्माण के बाद से धाम में बड़ा परिवर्तन आया है। साफ-सफाई, भक्तों के ठहराव जैसी तमाम चीजों पर बड़ा काम हुआ है। पिछले महीने प्रधानमंत्री मोदी ने काशी विश्वनाथ धाम का लोकार्पण किया था। इस दौरान उन्होंने कॉरिडोर के निर्माण में लगे मजदूरों का अभिवादन करते हुए फूलों की वर्षा की थी और उनके साथ भोजन किया था। काशी विश्वनाथ कॉरिडोर को प्रधानमंत्री मोदी का ड्रीम प्रोजेक्ट कहा जाता है और वह व्यक्तिगत तौर पर इसके कामों पर नजर रखते रहे हैं।
पीएम मोदी की सेवा, त्याग और मानवता
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