प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के गुजरात दौरे पर एक दिलचस्प वाक्या देखने को मिला। द्वारकाधीश मंदिर से निकलने के बाद प्रधानमंत्री का काफिला अचानक रुक गया। सभी लोग चौंक गए कि आखिर प्रधानमंत्री का काफिला रुका क्यों। कोई कुछ समय पाता इससे पहले प्रधानमंत्री मोदी अपनी गाड़ी से उतरे और सड़क पर किनारे खड़े एक बुजुर्ग व्यक्ति से बात करने लगे। असल में प्रधानमंत्री मोदी की नजर अपने एक पुराने दोस्त हरिभाई पर पड़ी जिसके बाद उन्होंने काफिला रोककर उनसे मुलाकात की। हरिभाई आरएसएस के प्रचारक रह चुके हैं। वह पचास साल से ज्यादा से संघ से जुड़े रहे हैं। श्री नरेंद्र मोदी के साथ भी उनका काफी समय से जुड़ाव रहा है। आरएसएस के लिए काम करते समय ही दोनों एक-दूसरे के करीब आए थे। हाल ही में हरिभाई की पत्नी का देहांत हो गया था। प्रधानमंत्री मोदी को इस बात की जानकारी थी। प्रधानमंत्री ने बड़ी आत्मीयता से मिलकर उनसे अपनी संवेदना व्यक्त की।
पहले भी रुकवा चुके हैं काफिला
प्रधानमंत्री मोदी इसके पहले भी सूरत में काफिला रुकवा चुके हैं। सूरत दौरे के दौरान जब उनका काफिला गुजर रहा था तो एक चार साल की बच्ची सड़क के बीच उनकी गाड़ी के पास आ गई। यह देख प्रधानमंत्री मोदी ने काफिले को रुकवाया और बच्ची से मिले।
चार साल की बच्ची नैंसी प्रधानमंत्री से मिलना चाहती थी। एक जगह प्रधानमंत्री मोदी का काफिला रुका हुआ था कि अचानक बच्ची गाड़ी की तरफ दौड़ पड़ी। काफिले की तरफ बच्ची को दौड़ती देखकर सुरक्षाकर्मी हरकत में आ गए। एक सुरक्षाकर्मी बच्ची को गोद में उठा उसे उसके माता-पिता के पास ले जाने लगा। इसी बीच श्री मोदी की गाड़ी आगे बढ़ गई लेकिन प्रधानमंत्री की नजर उस बच्ची पर पड़ी और उन्होंने फौरन अपनी गाड़ी रुकवाई। प्रधानमंत्री के कहने पर बच्ची उनके पास लाई गई और उस बच्ची की प्रधानमंत्री से मिलने की इच्छा पूरी हो गई। आप भी देखिए वीडियो-
प्रधानमंत्री मोदी ने इसके पहले अपना काफिला रोक एक एंबुलेंस को रास्ता दिया था। प्रधानमंत्री मोदी गुजरात के गांधीनगर में अफ्रीकी विकास बैंक की बैठक से वापस लौट रहे थे। उन्हें एक दूसरे कार्यक्रम में शामिल होना था, लेकिन कार्यक्रम में तय समय से देर हो जाने के बाद भी जब उन्हें पता चला कि उनके काफिले के कारण एक एंबुलेंस रुका हुआ है तो उन्होंने सुरक्षाकर्मियों से अपने काफिले को किनारे करने को कहा और एंबुलेंस को आगे जाने का रास्ता दिया।
प्रधानमंत्री मोदी ने हाल ही में बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना की आगवानी के लिए वीवीआईपी कल्चर को दरकिनार कर सामान्य ट्रैफिक में लोककल्याण मार्ग से लेकर दिल्ली एयरपोर्ट कर का सफर तय किया था।