प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रविवार को विशेषज्ञों के साथ एक वर्चुअल बैठक की, जिसमें ऑक्सीजन और दवाओं की उपलब्धता की समीक्षा की गई। सूत्रों के मुताबिक इस बैठक में कई अहम फैसले लिए गए। इसमें कोविड ड्यूटी में एमबीबीएस और नर्सिंग छात्रों के अंतिम वर्ष की सेवाओं का उपयोग करना भी शामिल है। पीएमओ के मुताबिक, प्रधानमंत्री मोदी ने ऑक्सीजन की आपूर्ति को बढ़ाने के लिए अभिनव तरीकों और विकल्पों की खोज पर जोर दिया।
Delhi: Prime Minister Narendra Modi virtually meets experts to review oxygen and medicine availability. He reviewed the human resource situation, in relation to the #COVID19 pandemic, and ways to augment it. pic.twitter.com/gKsdzLPZ00
— ANI (@ANI) May 2, 2021
पीएमओ के मुताबिक, पीएम मोदी ने सुझाव दिया कि कई उद्योगों जैसे स्टील प्लांट, पेट्रोकेमिकल इकाइयों के साथ रिफाइनरियों, समृद्ध दहन प्रक्रिया का उपयोग करने वाले उद्योग, बिजली संयंत्र आदि में ऑक्सीजन संयंत्र हैं जो गैसीय ऑक्सीजन का उत्पादन करते हैं जो इस प्रक्रिया में उपयोग किया जाता है। इस ऑक्सीजन को चिकित्सा उपयोग के लिए टैप किया जा सकता है।
इस बैठक में चिकित्सा ऑक्सीजन की आवश्यकता को ध्यान में रखते हुए ऑक्सीजन का उत्पादन करने के लिए मौजूदा नाइट्रोजन संयंत्रों के रूपांतरण की व्यवहार्यता पर भी चर्चा गई। 37 नाइट्रोजन संयंत्रों की पहचान उद्योग संघों की मदद से भी की गई है। संशोधित नाइट्रोजन संयंत्र को या तो पास के अस्पताल में स्थानांतरित किया जा सकता है, या अगर इन संयंत्र को स्थानांतरित करना संभव नहीं है, तो इनका उपयोग ऑक्सीजन के ऑन-साइट उत्पादन के लिए किया जा सकता है, जिसे परिवहन के विशेष साधन द्वारा अस्पतालों तक पहुंचाया जा सकता है।
भारत सरकार के सूत्रों के मुताबिक, इस बैठक में कई और फैसले भी लिए गए। जैसे- नीट(NEET) परीक्षा स्थगित करने और इसके अलावा एमबीबीएस के अंतिम वर्ष के छात्रों और नर्सिंग छात्रों को कोविड ड्यूटी में शामिल किया जाना शामलि है। कोविड ड्यूटी करने वाले चिकित्सा कर्मियों को सरकारी भर्ती में वरीयता के साथ-साथ वित्तीय प्रोत्साहन भी दिया जाएगा।
देश में कोराना की दूसरी लहर के मद्देनजर प्रधानमंत्री लगातार बैठकें कर रहे हैं। उन्होंने मुख्यमंत्रियों, अधिकारियों, ऑक्सीजन निर्माताओं सहित अन्य हितधारकों के साथ बैठकें की हैं। पिछले दिनों सेना प्रमुख और वायु सेना प्रमुख ने भी प्रधानमंत्री से मुलाकात में उन्हें सशस्त्र बलों द्वारा कोविड-19 के खिलाफ लड़ाई में उठाए गए कदमों से अवगत कराया।