प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के बीच शुक्रवार को दूसरी ऐतिहासिक अनौपचारिक वार्ता की शुरुआत हुई। दोनों नेताओं ने हेरिटेज वॉक, सांस्कृतिक विविधता, संगीतमय शाम के बीच प्राचीन संबंधों को नई ऊर्जा देने की कोशिश की। प्रधानमंत्री मोदी ने राष्ट्रपति शी को यूनेस्को की विश्व धरोहर स्थलों की सैर कराई। दक्षिण भारत के परम्परागत पोशाक, धोती पहने प्रधानमंत्री मोदी ने अर्जुन तपस्या स्थल पर चीन के राष्ट्रपति का स्वागत किया। दोनों नेताओं ने गर्मजोशी और सौहार्दपूर्ण माहौल में हाथ मिलाया।
अतिथि देवो भव के मूल्यों के अनुरूप प्रधानमंत्री मोदी ने सबसे पहले अर्जुन तपस्या स्थल के ऐतिहासिक महत्व से राष्ट्रपति जिनपिंग को अवगत कराया। उन्होंने चीनी राष्ट्रपति को स्मारकों में अंकित चित्रों के अर्थ को भी समझाया। प्रधानमंत्री और चीनी राष्ट्रपति ने पांडवों के प्रसिद्ध पंच रथ के सामने तनावमुक्त वातावरण में बैठकर बातचीत की। प्रधानमंत्री मोदी और राष्ट्रपति जिनपिंग ने पंच रथ परिसर का दौरा करते हुए ताजे नारियल का आनंद लिया। प्रधानमंत्री मोदी ने राष्ट्रपति जिनपिंग को स्मारकों की वास्तुकला और महत्व के बारे में विस्तार से बताया।
इसके बाद प्रधानमंत्री मोदी ने शी जिनपिंग को समुद्र तट पर स्थित प्रसिद्ध शोर मंदिर ले गये जो भगवान शिव और विष्णु को समर्पित है।