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अफगानिस्तान में रहने वाले सिखों और हिंदुओं के लिए देवदूत बने पीएम मोदी, गुरु ग्रंथ साहिब की 3 प्रतियां भारत लायी जाने पर सिख समुदाय ने जताया आभार

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अफगानिस्तान पर तालिबान के कब्जे के बाद वहां हालात काफी खराब हो चुके हैं। तालिबानी खौफ की वजह से लोग अपनी जान बचाकर भाग रहे हैं और दूसरे देशों में शरण ले रहे हैं। ऐसे संकट के समय अफगानिस्तान में फंसे हजारों भारतीय नागरिकों सहित वहां के हिन्दुओं और सिखों के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी देवदूत बनकर सामने आए हैं। इन लोगों को वहां से निकाल कर सकुशल भारत लाने के लिए युद्ध स्तर पर अभियान चलाया जा रहा है। इसमें भारत सरकार के अधिकारी, एअर इंडिया और वायुसेना महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं। एयर फोर्स और एअर इंडिया की फ्लाइट के जरिये काबुल एयरपोर्ट से 23 अगस्त, 2021 तक 700 से ज्यादा लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला जा चुका है। इसके साथ ही भारतीय विदेश मंत्रालय और भारतीय वायुसेना के प्रयासों की बदौलत श्री गुरु ग्रंथ साहिब की 3 प्रतियों को सुरक्षित काबुल एयरपोर्ट तक पहुंचाया गया। इसके बाद श्री गुरु ग्रंथ साहिब की 3 प्रतियों के साथ 46 अफगान सिख और हिंदुओं को भी भारतीय वायुसेना के विमान से सुरक्षित भारत रवाना किया गया।

श्री गुरु ग्रंथ साहिब को भारत लाये जाने पर सिख समुदाय ने प्रधानमंत्री मोदी का आभार जताया है। सिखों को बचा कर लाये जाने और बुरे वक्त में साथ खड़े रहने के लिए अफगान सांसद नरेंदर सिंह खालसा ने प्रधानमंत्री मोदी को धन्यवाद दिया। हिंडन एयरफोर्स स्टेशन पर मीडिया से बात करते हुए खालसा रो पड़े। उन्होंने बताया कि काबुल में एयरपोर्ट तक पहुंचना बहुत मुश्किल था। पिछले 20 सालों में जो कुछ भी बनाया गया था, वह अब खत्म हो चुका है। अफगानिस्तान अब शून्य पर पहुंच गया है। गौरतलब है कि अमेरिकी सैनिकों की स्वदेश वापसी की पृष्ठभूमि में तालिबान ने अफगानिस्तान में इस महीने तेजी से अपने पांव पसारते हुए राजधानी काबुल समेत वहां के अधिकतर इलाकों पर कब्जा जमा लिया है और अपने तालिबानी शासन को लागू करना शुरू कर दिया है।

भारतीयों के साथ अफगानी और नेपाली नागरिकों की मदद

एक अनुमान के मुताबिक, अफगानिस्तान में करीब 400 भारतीय फंसे हो सकते हैं और भारत सरकार उन्हें वहां से निकालने का प्रयास कर रही है। इसके लिए अमेरिका,कतर, ताजिकिस्तान और अन्य मित्र राष्ट्रों के साथ समन्वय से लोगों को बाहर निकालने का अभियान चलाया जा रहा है। भारतीय अधिकारियों के मुताबिक इस अभियान में भारतीय नागरिकों के साथ-साथ अफगान और नेपाली नागरिकों को भी विशेष विमान से भारत लाया गया है।

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