Home समाचार सोशल मीडिया पर मोदी को हराने वाले धुरंधर हुए धराशायी

सोशल मीडिया पर मोदी को हराने वाले धुरंधर हुए धराशायी

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2019 लोकसभा चुनाव के दौरान सोशल मीडिया पर सक्रिय कुछ धुरंधरों ने तो चुनाव परिणाम आने से पहले प्रधानमंत्री मोदी को हरा तक दिया था। कई धुरंधरों ने जहां मोदी के सफाया होने की भविष्यवाणी की थी वहीं कुछ लोगों ने तो ‘ऊपर वाले’ से उतनी ही सीटें मिलने की दुआ मांगी थी जितने पाकिस्तान में आतंकी मारे गए। क्विंट जैसी सोशल साइट और शेखर गुप्ता जैसे पत्रकार ने तो इस चुनाव में भाजपा की हालत 2004 जैसे होने की भविष्यवाणी की थी। लेकिन 23 मई को चुनाव परिणाम आने के साथ ही इन सारे सोशल मीडिया धुरंधरों का पर्दाफाश हो गया। मोदी को हराने के लिए आकाश में विचरण करने वाले एक साथ धराशायी हो गए। नहीं विश्वास हो तो आप खुद उस समय के उनके ट्वीट देख लीजिए… आखिर उन लोगों ने क्या-क्या लिखा था…

2004 जैसी स्थित होने की भविष्यवाणी की थी
वरिष्ठ पत्रकार शेखर गुप्ता ने तो 2019 लोकसभा चुनाव में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाली भारतीय जनता पार्टी की स्थिति 2004 जैसी स्थिति की भविष्यवाणी की थी। ये वही पत्रकार है जिन्होंने पीएम मोदी और उनकी सरकार को बदनाम करने के लिए कठुआ रेपकांड को धार्मिक आधार देकर फेक न्यूज चलाया था। चुनाव के दौरान ही शेखर गुप्ता ने अपने ट्वीट में लिखा था कि जिस प्रकार बेहतर काम करने के बाद भी पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के नेतृत्व में भाजपा की 2004 में हार हुई थी उसी प्रकार इतने शानदार काम करने के बाद भी मोदी भी हारेंगे। लेकिन वे यह नहीं जानते हैं कि मोदी है तो मुमकिन है।

‘द प्रिंट’ ने तो 250 सीटों तक भाजपा को सिमटा दिया था
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाली जिस भारतीय जनता पार्टी को इस चुनाव में अकेले 303 सीटें मिली है उस पार्टी को द प्रिंट ने तो 250 सीटों तक सिमटा रखा था। द प्रिंट ने अपने ट्वीट में दावा किया है कि रमेश जैन नाम के शख्स ने ही मोदी को 2014 में 272 के मिशन की राह दिखाई थी। वही रमेश जैन को इस बार 250 का आंकड़ा पार करना मुश्किल लगता था। जबकि इस चुनाव में मोदी का मिशन अबकी बार 300 पार का था। पीएम मोदी ने उनके दावे को निराधार साबित कर एक बार फिर अपने मिशन को कामयाब कर दिखाया।

राघव बहल के क्विंट को कोई लहर ही नहीं दिखी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जब 2019 के चुनाव में प्रचार करना शुरू किया तो उन्होंने पहले ही दिन कह दिया था कि देश में पहली बार किसी सरकार के समर्थन में लहर चल रही है। क्योंकि सत्ता के खिलाफ लहर तो कई बार देखी गई, लेकिन पहली बार सत्ता के समर्थन में लहर दिखी। लेकिन क्विंट ने ट्वीट कर बताया कि पूरे देश में मोदी के समर्थन में कहीं कोई लहर नहीं दिख रही है। असल में ये लोग मोदी के खिलाफ एक नैरेटिव सेट करने में जुटे थे ताकि मोदी के नेतृत्व वाली भाजपा को इस चुनाव में सफलता न मिल सके। इसलिए स्पष्ट लहर होने के बाद भी उन्होंने उसकी उपेक्षा की, जिसका परिणाम आज सब के सामने हैं।

कइयों ने तो सीटें कम मिलने की बददुआ दी थी  
पहला ऐसा चुनाव दिखा जहां किसी ने पाकिस्तान में मारे गए आंतकियों के बराबर भाजपा को लोकसभा में सीटें मिलने की दुआ की हो। अंकित लाल नाम के एक शख्स ने तो इस चुनाव में मोदी को बददुआ देने से भी बाज नहीं आए। उन्होंने अपने ट्वीट पर लिखा है कि हे ऊपर वाले मोदी को इस चुनाव में उतनी ही सीटे देना जितने पाकिस्तान में आतंकी मारे गए।
2019 लोकसभा चुनाव के दौरान सोशल मीडिया पर मोदी को हराने वाले गिरोह के पर्दाफाश करने का समय आ गया है। हमने उन लोगों को छांटने की कोशिश की है जो कुछ दिन पहले तक मोदी के सफाया होने की भविष्यवाणी कर रहे थे। ये वही लोग हैं जो खुलकर मोदी विरोध का एजेंडा चला रहे थे। इसमें बड़े-बड़े पत्रकार और मीडिया हाउसेज भी शामिल हैं। उनके पुराने ट्वीट इस बात की गवाही दे रहे हैं। 

 

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