पीएम नरेंद्र मोदी की सलाह को मंत्री अमलीजामा पहनाने में जुटे हुए हैं। अब सभी मंत्री सुबह 9:30 बजे दफ्तर पहुंचने को लेकर अपने कार्यक्रमों को दोबारा तय कर रहे हैं। इसके साथ ही मंत्रिपरिषद में शामिल सारे मंत्री घर की बजाए दफ्तर में रहकर ही काम निपटाने को तवज्जो देने लगे हैं।
असल में पीएम मोदी ने सभी मंत्रियों को समय से अपने दफ्तर पहुंचने और ऑफिस का काम घर से करने से बचने की सलाह दी है।
जोरों पर हैं तैयारियां
नए कैबिनेट मंत्रियों में जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत और कई जूनियर मंत्री भी पहले ही दिन से सुबह साढ़े 9 बजे से काम शुरू कर दे रहे हैं। इसके साथ ही राम विलास पासवान ने अपने विभाग को निर्देश दिया है कि उनके रूम में एक बड़ी स्क्रीन वाला डैशबोर्ड लगाया जाए जिस पर अपडेटेड सूचनाएं मिलें जो माउस से सिर्फ एक क्लिक की दूरी पर हो।
100 दिनों के रोडमैप पर हो रहा काम
पहली बार केंद्रीय मंत्री बने अर्जुन मुंडा (आदिवासी मामले) भी समय पर दफ्तर पहुंच रहे हैं। उनके कार्यभार ग्रहण करने के बाद से ही उनका स्टाफ काफी व्यस्त है। वह योजनाओं की समीक्षा कर रहे हैं और सरकार के 100 दिनों के रोडमैप पर काम कर रहे हैं।
पीएम मोदी ने दिया था उदाहरण
पीएम मोदी ने खुद का उदाहरण देते हुए बताया था कि जब वह गुजरात के मुख्यमंत्री थे तो नौकरशाहों से पहले ही ऑफिस पहुंच जाया करते थे। उसके बाद से सभी सीनियर मंत्रियों ने संबंधित विभागों में अपने-अपने जूनियर मंत्रियों के कामों का बंटवारा कर दिया है और उन्हें अहम जिम्मेदारियां दी गई हैं।