मोदी सरकार अर्थव्यवस्था में तेज रिकवरी के लिए जहां लगातार फैसले ले रही हैं, वहीं कोरोना टीकाकरण अभियान में आई तेजी ने अर्थव्यवस्था के लिए संजीवनी का काम किया है। जितनी तेजी से टीकाकरण हो रहा है, उतनी ही तेजी से अर्थव्यवस्था भी रिकवरी कर रही है। 23 नवंबर, 2021 को जारी ग्लोबल फाइनेंशियल सर्विस कंपनी गोल्डमैन सैक्स की रिपोर्ट के मुताबिक साल 2022 में दुनिया की सबसे तेज अर्थव्यवस्था के रूप में भारत सबसे आगे रहेगा। विकास दर के मामले में अमेरिका और चीन को पीछे छोड़ते हुए देश के सकल घरेलू उत्पाद की वृद्धि दर चालू वित्त वर्ष 2021-22 में 8.5 प्रतिशत रहेगी और अगले वित्त वर्ष 2022-23 में यह बढ़कर 9.8 प्रतिशत पर पहुंच जाएगी। बीते वित्त वर्ष 2020-21 में देश की वृद्धि दर में 7.3 प्रतिशत की गिरावट आई थी।
गोल्डमैन सैक्स का मानना है कि खपत और निवेश साल 2022 में ग्रोथ को बढ़ाने वाले अहम फैक्टर होंगे। गोल्डमैन सैक्स ने कहा कि जैसे-जैसे विकास गति पकड़ता है, आरबीआई अपनी नीति सामान्यीकरण शुरू करेगा और 2022 में संचयी दर में 0.75 प्रतिशत की वृद्धि की उम्मीद है। गोल्डमैन सैक्स के शांतनु सेनगुप्ता ने कहा कि भारत ने इकोनॉमी में लिक्विडिटी बढ़ाने के लिए काफी प्रायस किए हैं और पूरे कोविड अवधि के दौरान बैंकिंग सिस्टम में लिक्विडिटी सरप्लस में रही है और रिवर्स रेपो रेट में भी कटौती की गई।
अर्थव्यवस्था के लिए बूस्टर बना वैक्सीनेशन
गोल्डमैन सैक्स की रिपोर्ट के मुताबिक वर्ष 2022 में ग्रोथ में खपत का भी काफी अहम योगदान रहेगा, क्योंकि कोरोना संक्रमण के मामलों में आ रही तेजी से गिरावट और टीकाकरण की तीव्र गति की वजह से अर्थव्यवस्था पूरी तरह खुल जाएगी। इससे अर्थव्यवस्था में तेजी से सुधार होगा। इस रिपोर्ट में आगे उम्मीद जतायी गई है कि सरकार पूंजी खर्च बढ़ाएगी। इसके अलावा प्राइवेट कॉरपोरेट सेक्टर की तरफ से भी निवेश में धीरे धीरे तेजी आती दिख रही है और हाउसिंग इन्वेस्टमेंट में निवेश बढ़ा है।
भारतीय अर्थव्यवस्था के लिए बेहतर अनुमान
एजेंसी | 2021-22 | 2022-23 |
गोल्डमैन सैक्स | 8.5% | 9.8% |
बार्कले | 10% | 7.8% |
आईएमएफ | 9.5% | 8.5% |
USB | 9.5% | 7.7% |
फिच | 8.7% | 10% |
विश्व बैंक | 8.3% | 7.5% |
एसएंडपी | 9.5% | 7% |
मूडीज | 9.3% | 7.9% |
एडीबी | 11% | 7.5% |