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भारत और जापान के बीच 15 समझौतों पर हस्ताक्षर

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भारत और जापान के बीच 15 समझौते हुए हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि इससे दोनों देशों की साझेदारी और मजबूत होगी। भारत और जापान ने द्विपक्षीय संबंधों को और मजबूत बनाने की प्रतिबद्धता व्यक्त करते हुए नागर विमानन, कारोबार, शिक्षा, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी, खेल समेत विभिन्न क्षेत्रों में 15 समझौतों पर हस्ताक्षर किये। प्रधानमंत्री मोदी और जापानी प्रधानमंत्री शिंजो अबे ने कई अहम मुद्दों पर चर्चा की।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि भारत-जापान संबंध द्विपक्षीय अथवा क्षेत्रीय परिदृश्य तक सीमित नहीं है बल्कि हमारे बीच अहम वैश्विक मुद्दों पर भी करीबी सहयोग है। प्रधानमंत्री ने कहा कि, ‘कल उनके साथ साबरमती आश्रम गया। आज गांधी कुटीर जाकर महात्मा गांधी को समझने का प्रयास किया। आज सुबह हमने मिलकर मुंबई-अहमदाबाद हाई स्पीड रेल प्रोजेक्ट का भूमि पूजन किया। इस इस नई रेलवे फिलौसिफी को नए भारत के निर्माण की लाइफ लाइन मानता हूं। भारत की प्रगति का संपर्क अब और भी तेज गति से जुड़ गया है।’

उन्होंने कहा कि, ‘एक-दूसरे की हितों और चिंताओं की समझ और उच्च स्तरीय संपर्क ये भारत-जापान संबंधों की खासियत है। हमारी स्पेशल स्ट्रैटजी और ग्लोबल पार्टनरशिप का दायरा सिर्फ द्विपक्षीय या क्षेत्रीय स्तर तक सीमित नहीं है। वैश्विक मुद्दों पर भी हमारा सहयोग बहुत ही घनिष्ट है। पिछले वर्ष हमारी जापान यात्रा के दौरान परमाणु ऊर्जा के शांतिपूर्ण उपयोग के लिये एक ऐतिहासिक समझौता किया था। इसके लिये मैं जापान के जनमानस का जापान के संसद का और खासकर के प्रधानमंत्री आबे का आभार प्रकट करता हूं।’

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि, ‘क्लीन एनर्जी और क्लाइमेट चेंज के विषय पर हमारे सहयोग के लिये इस समझौते ने एक नया अध्याय जोड़ा है। 2016-17 में भारत में जापान से 4.7 बिलियन डॉलर का निवेश हुआ है। जो पिछले वर्ष की तुलना में 80 प्रतिशत अधिक है। अब जापान भारत में तीसरा सबसे बड़ा निवेशक बन गया है। यह दिखाता है कि भारत के विकास और सुनहरे कल के प्रति जापान में कितना आशावादी विश्वास है। इससे ये भी पता चलता है कि आने वाले समय में भारत में रहने वाले जापानी लोगों की संख्या किस तरह से बढ़ने वाली है। जापानी नागरिकों के लिये वीजा ऑन अराइवल की सुविधा पहले से ही दी गई है।’

पीएम मोदी ने कहा कि, ‘इज ऑफ डूइंग बिजनेस, स्किल इंडिया, टैक्सेसन रिफॉर्म या मेक इन इंडिया भारत पूरी तरह परिवर्तित हो रहा है। जापान के लिये ये बहुत बड़ा मौका है। आज शाम दोनों देशों के बिजनेस लीडर्स के बीच बातचीत का कार्यक्रम है। इसका प्रत्यक्ष लाभ भी हमे देखने को मिलेंगे। आज हुए समझौतों का हृदय से स्वागत करता हूं। ये समझौते हमारे संबंधों को और मजबूत करेंगे।’

 

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