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INDI Alliance हिंदूविरोधी! सनातन धर्म पर हमला जारी, केजरीवाल सरकार ने दिवाली पर बैन किए पटाखे

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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सामने INDI Alliance का हर टूककिट एक-एक कर धराशायी होता जा रहा है। बीबीसी डाक्यूमेंटरी, अडानी पर हिंडनबर्ग रिपोर्ट के बाद उन्होंने मणिपुर हिंसा को मुद्दा बनाने की कोशिश की लेकिन उसमें भी विफल रहे। अब उनका टूलकिट सनातन धर्म है। आजादी के 65 साल बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सनातन गौरव को नई ऊंचाई दे रहे हैं तो INDI Alliance सनातन को खत्म करने की बात करने लगी है। सनातन धर्म के खिलाफ लगातार जहर उगला जा रहा है वहीं अब INDI Alliance में शामिल दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की सरकार ने भी सनातन संस्कृति पर हमला करते हुए दिल्ली में दिवाली पर पटाखे बैन करने की घोषणा कर दी। पिछले कुछ सालों से केजरीवाल सरकार लगातार प्रदूषण बढ़ने की आड़ में दिवाली पर पटाखे पर बैन लगाती रही है। जबकि दिल्ली में सबसे ज्यादा प्रदूषण पंजाब में पराली जलाने से होता है और अभी पंजाब में भी उन्हीं की पार्टी की सरकार है लेकिन अब तक उन्होंने इस समस्या का कोई समाधान नहीं निकाला है।

केजरीवाल सरकार का सनातन संस्कृति पर हमला, दिवाली पर पटाखे बैन
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में केजरीवाल सरकार ने पिछले सालों की तरह इस बार भी दीपावली सहित अन्य पर्व और त्योहारों पर पटाखे जलाने पर प्रतिबंध लगा दिया है। दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने कहा कि पिछले कुछ सालों की तरह इस बार भी देश की राजधानी में पटाखों पर रोक जारी रहेगी। उन्होंने कहा कि यह प्रतिबंध केवल पटाखों के जलाने पर ही नहीं, बल्कि उसके निर्माण और बिक्री पर भी रहेगा। यानी दिल्ली के सीमा क्षेत्र में पटाखों के निर्माण, बिक्री और उसके उपयोग सभी पर रोक पहले की तरह जारी रहेगा। ऐसा करने वालों के खिलाफ नियमानुसर कार्रवाई की जाएगी। दिवाली पर पटाखे जलाना लंबे समय से संस्कृति का हिस्सा रही है। लेकिन प्रदूषण की आड़ में सनातन संस्कृति पर हमला किया जा रहा है जबकि दिल्ली में सबसे ज्यादा प्रदूषण पराली जलाने से होता है।

INDI Alliance ने सनातन संस्कृति पर पिछले दिनों जिस तरह जहर उगला, उस पर एक नजर-

सनातन धर्म का विरोध करने में 26 विपक्षी दल एकजुट
चेन्नई में 2 सितंबर को सनातन धर्म के उन्मूलन को समर्पित सम्मेलन में पोनमुडी ने कहा कि सनातन धर्म का विरोध करने की विचारधारा INDI Alliance के भीतर एक साझा उद्देश्य था, जो इसके सदस्य दलों के बीच किसी भी आंतरिक मतभेद से परे था। उन्होंने बताया कि गठबंधन के सभी सदस्य समानता को बढ़ावा देने, अल्पसंख्यक अधिकारों की रक्षा करने और लैंगिक समानता सुनिश्चित करने की अपनी प्रतिबद्धता में एकजुट हैं। इन महत्वपूर्ण मुद्दों पर सामाजिक जागरूकता और चेतना बढ़ाने के लिए 26 राजनीतिक दलों वाले I.N.D.I. Alliance की स्थापना की गई थी।


सनातन धर्म मच्छर, डेंगू, फ्लू, मलेरिया की तरहः स्टालिन
तमिलनाडु सरकार में मंत्री और मुख्यमंत्री एमके स्टालिन के बेटे उदयनिधि स्टालिन ने सनातन धर्म को लेकर विवादित बयान देकर मधुमक्खी के छत्ते में हाथ डाल दिया है। उदयनिधि ने एक सभा में सनातन धर्म की तुलना डेंगू, मलेरिया और कोरोना से की है। उदयनिधि ने कहा- ”मच्छर, डेंगू, फीवर, मलेरिया और कोरोना, ये कुछ चीजें ऐसी हैं, जिनका केवल विरोध नहीं किया जा सकता, बल्कि उन्हें खत्म करना जरूरी होता है। सनातन धर्म भी ऐसा ही है। इसे खत्म करना हमारा पहला काम होना चाहिए।” यह देश के 100 करोड़ हिंदुओं और सनातनी का अपमान है।


मोदी दोबारा जीतेंगे तो सनातन का राज होगाः मल्लिकार्जुन खड़गे
कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा था कि नरेंद्र मोदी को वोट मत दीजिए। यदि मोदी दोबारा जीतते हैं तो फिर से देश में सनातनियों का, सनातन धर्म का तथा सनातनियों की सरकार बन जाएगी।


मंदिरों के सामने फांसी पर लटका देंगेः मुस्लिम लीग
केरल में मुस्लिम लीग के सदस्यों द्वारा हिंदू विरोधी नारे लगाए गए। नारे लगाए गए- “तुम्हें मंदिरों के सामने फांसी पर लटका देंगे और जला देंगे।” हालांकि, राहुल गांधी के अनुसार, मुस्लिम लीग एक धर्मनिरपेक्ष पार्टी है, इसलिए वे I.N.D.I. Alliance का भी हिस्सा हैं।


हिंदू धर्म को नष्ट करना डीएमके का उद्देश्य
उदयनिधि और उनकी पार्टी द्रमुक की हिंदू धर्म के प्रति नफरत रातोंरात विकसित नहीं हुई; यह शुरू से ही रहा है। यह वीडियो एक साल पुराना है, जिसमें डीएमके के एक मंत्री ने कहा था कि उनकी पार्टी का एकमात्र उद्देश्य हिंदू धर्म को नष्ट करना है।


भगवान गणेश एक मिथक हैंः सीपीआई (एम)
केरल सीपीआई (एम) के राज्य सचिव एमवी गोविंदन कहते हैं कि भगवान गणेश एक मिथक हैं, लेकिन अन्य धर्मों के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि सभी मान्यताएं मिथक नहीं हैं। सीपीएम I.N.D.I. Alliance का एक महत्वपूर्ण गठबंधन भागीदार है।


ममता बनर्जी ने माथे पर तिलक लगाने से किया इनकार
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस की अध्यक्ष ममता बनर्जी विपक्षी दलों के गठबंधन ‘इंडिया’ की तीसरी बैठक में भाग लेने के लिए मुंबई के होटल पहुंचीं, लेकिन उन्होंने परिसर में आने वाले सभी मेहमानों को लगाए गए औपचारिक तिलक लगाने से इनकार कर दिया। बैठक के लिए ममता बनर्जी जैसे ही होटल के अंदर पहुंचीं, तो होटल की महिला कर्मी ने उनको माथे पर तिलक लगा कर स्वागत करने की कोशिश की, लेकिन उन्होंने माथे पर तिलक लगवाने से मना कर दिया।


केजरीवाल स्वास्तिक और भगवान हनुमान का उपहास किया
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की सरकार दिल्ली में दिवाली से पहले पटाखे पर तो बैन लगाती ही रही है लेकिन इससे पहले भी केजरीवाल ने कई अवसरों पर देवी-देवताओं का उपहास उड़ाकर हिंदू भावनाओं का मजाक उड़ाया। चाहे भारतीय संस्कृति के शुभ प्रतीक चिन्ह स्वास्तिक हो या फिर भगवान हनुमान, केजरीवाल ने उनका भी उपहास उड़ाया।


प्रियांक खड़गे ने सनातन को कहा बीमारी
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन अर्जुन खड़गे के पुत्र और कर्नाटक सरकार में मंत्री प्रियांक खरगे ने कहा कि कोई भी धर्म जो समान अधिकार नहीं देता है या आपके साथ इंसानों जैसा व्यवहार नहीं करता है वह बीमारी के समान है।


हिंदू मंदिर अश्लील संरचनाओं का एक संग्रहः तिरुमावलवन
I.N.D.I. Alliance से जुड़े सांसद तिरुमावलवन ने कहा, “भगवान अयप्पा का जन्म समलैंगिक विवाह से हुआ था। हिंदू मंदिर अश्लील संरचनाओं का एक संग्रह हैं जबकि मस्जिद और चर्च अच्छी संरचनाएं हैं। तिरुमावलवन, एक दलित कार्यकर्ता और 15वीं लोकसभा में संसद सदस्य हैं। वे भारत के तमिलनाडु राज्य की एक दलित राजनीतिक पार्टी, विड़ूदलाई चिरुतैगल कच्ची के मौजूदा अध्यक्ष हैं।


अनपढ़ और मूर्ख ही सनातन धर्म का पालन करते हैंः डीएमके प्रवक्ता
डीएमके प्रवक्ता कह रहे हैं, “केवल अनपढ़ और मूर्ख ही सनातन धर्म का पालन करते हैं, इसीलिए अधिकांश सनातनी यूपी-बिहार में पाए जाते हैं।”

सनातन धर्म कुष्ठ रोग और एचआईवी से भी ज्यादा घातक: ए राजा 
सनातन धर्म के खिलाफ हेट स्पीच देने का सिलसिला नहीं थम रहा है। तमिलनाडु की सत्तारुढ़ पार्टी द्रविड़ मुनेत्र कषगम (डीएमके) के नेताओं में सनातन धर्म के खिलाफ जहर उगलने की होड़ मची हुई है। डीएमके के ए राजा ने सनातन धर्म का अपमान करते हुए इसकी HIV से तुलना की है। ए राजा ने कहा- ‘सनातन धर्म सामाजिक बीमारी है। यह कुष्ठ रोग और एचआईवी से भी ज्यादा घातक है।’

राहुल गांधी ने कहा था- ये देश तपस्वी का है पुजारी का नहीं
कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा के दौरान राहुल गांधी ने कहा था कि “भारत देश तपस्वी का है पुजारी का नहीं है”। राहुल गांधी के इस बेतुके बयान पर विवाद काफी बढ़ गया। देशभर में पुजारी राहुल गांधी के विरोध में उतर आए तो वहीं संत समाज ने कहा कि पुजारी और तपस्वी में कोई अंतर नहीं होता है। देश के प्रदानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी तपस्या की है तभी आज वो इस मुकाम पर हैं।

बिहार के शिक्षा मंत्री ने किया भगवान राम का अपमान
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के करीबी बिहार के शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर सिंह ने बीते दिनों रामचरितमानस पर विवादित टिप्पणी की। शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर ने 11 जनवरी 2023 को कहा कि तुलसीदास की रामचरितमानस “समाज में नफरत फैलाती है”। बिहार के शिक्षा मंत्री की टिप्पणी राष्ट्र के राम भक्तों और सर्व समाज के भक्तों का घोर अपमान है। यह बयान जातीय विवाद पैदा करने, हिंदुओं को जातियों में बांटने के घृणित सोच के तहत दिया गया जिससे चुनावी लाभ हासिल किया जा सके।

केजरीवाल के करीबी ने शपथ दिलाई- मैं किसी हिंदू देवी-देवता को नहीं मानूंगा
केजरीवाल के करीबी और दिल्ली सरकार में तब मंत्री रहे राजेंद्र पाल गौतम ने 5 अक्तूबर 2022 को एक कार्यक्रम में लोगों को हिंदू देवी-देवताओं को ईश्वर ना मानने की शपथ दिलाई थी। शपथ दिलाते हुए उन्होंने कहा, ‘मैं ब्रह्मा, विष्णु और महेश को नहीं मानूंगा। मैं राम-कृष्ण की पूजा नहीं करूंगा। मैं किसी हिंदू देवी-देवता को नहीं मानूंगा।’ वीडियो सामने आने के बाद काफी विवाद हुआ था।

ममता बनर्जी को जय श्रीराम के नारे से चिढ़ है
पश्चिम बंगाल कि सीएम ममता बनर्जी को सनातन प्रतीकों और जय श्रीराम से चिढ़ है। मुंबई की बैठक में पहुंचे ममता ने तिलक लगाने से इनकार कर दिया वहीं उन्होंने 2019 में इंटेलिजेंस एजेंसियों को निर्देश देते हुए कहा है कि जो लोग जय श्रीराम के नारे लगाते दिखें उन पर सख्त से सख्त कार्रवाई की जाए। पश्चिम बंगाल की हिंदू विरोधी मुख्यमंत्री ममता बनर्जी हिंदुओं की आस्था पर लगातार प्रहार करती रहती हैं। ममता राज में राज्य में पूरी तरह से तालिबानी शासन है। पश्चिम बंगाल में हिंदू देवी-देवताओं का नाम लेना अपराध बन गया है। यहां हिन्दुओं को न तो मंदिरों में पूजा करने की आजादी है और न ही सार्वजनिक रूप से जय श्री राम बोलने की।

सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य ने रामचरितमानस को बताया बकवास
समाजवादी पार्टी के नेता स्वामी प्रसाद मौर्य लगातार हिंदू धर्म, रामचरितमानस और ब्राह्मणों पर विवादित बयान दे रहे हैं। रामचरितमानस पर समाजवादी पार्टी (सपा) के नेता स्वामी प्रसाद मौर्य ने बयान देकर विवाद को बढ़ा दिया है। सपा नेता ने कहा, रामचरितमानस में दलितों और महिलाओं का अपमान किया गया है। तुलसीदास ने ग्रंथ को अपनी खुशी के लिए लिखा था। करोड़ों लोग इसे नहीं पढ़ते। इस ग्रंथ को बकवास बताते हुए कहा कि सरकार को इस पर प्रतिबंध लगा देना चाहिए। स्वामी प्रसाद मौर्य के विवादित बयानों के खिलाफ पार्टी के अंदर से ही विरोध के सुर उठने लगे। अमेठी से सपा विधायक राकेश प्रताप ने मौर्य कहा कि राम के चरित्र पर टिप्पणी करने वाला न तो सनातनी हो सकता है और न ही समाजवादी हो सकता है। ऐसा करने वाला सिर्फ एक विक्षिप्त प्राणी हो सकता है। लेकिन अखिलेश के करीबी स्वामी प्रसाद मौर्य अपने एजेंडे में लगे हुए हैं।

उद्धव ने कहा था- अयोध्या में भूमि पूजन वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से हो
अयोध्या में राम मंदिर के भूमि पूजन समारोह के पहले महाराष्ट्र के तत्कालीन सीएम उद्धव ठाकरे के एक मशविरे पर विवाद शुरू हो गया। उद्धव ठाकरे ने राम मंदिर का भूमि पूजन वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए कराने का सुझाव दिया था जिस पर विश्व हिंदू परिषद के अध्यक्ष आलोक कुमार ने कहा कि ये बयान शिवसेना के पतन का परिचायक है। यह सुझाव केवल एक अंधे विरोध करने की भावना से आया है। आलोक कुमार ने कहा कि यह शिवसेना का कैसा पतन है, जिसे कभी बाला साहब ठाकरे ने प्रखर हिंदुत्व की राजनीति के लिए गढ़ा था।

पीएम मोदी सनातन के उत्थान से दिला रहे भारत का प्राचीन वैभव
वर्ष 2014 में नरेंद्र मोदी ने जब देश की बागडोर संभाली तो तीर्थक्षेत्र के अर्थशास्त्र को नई ऊंचाई देने का काम शुरू किया। मोदी सरकार ने पिछले नौ साल के कार्यकाल में ऐसे कई तीर्थक्षेत्रों का विकास किया है जिससे न केवल देश में पर्यटन को नई ताकत मिली है बल्कि सनातन संस्कृति के उत्थान से अर्थव्यवस्था को भी गति मिल रही है। पिछले कुछ सालों में तीर्थ क्षेत्रों में विस्तार और सुविधाओं में बढ़ोतरी से भक्तों की संख्या यहां इतनी अधिक हो गई है कि अब पर्यटन से इतर हिंदू तीर्थ क्षेत्र देश की अर्थव्यवस्था में एक अलग आर्थिक क्षेत्र भी बनता दिख रहा है और इस पर न रिसेशन की माया है न ही NPA का काला साया। यह सब पीएम मोदी के विजन से संभव हो पाया है। भारत की यह अनोखी अर्थव्यवस्था सैकड़ों सालों से चली आ रही है और अब 2014 के बाद पीएम मोदी भारत को प्राचीन वैभव दिला रहे हैं।

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