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गहलोत के 10वीं-12वीं पास मंत्रियों के बिगड़े बोल : राजेंद्र बोले, हेमा बूढ़ी हो गई है, अब कैटरीना के गालों जैसी सड़कें चाहिए, चिकित्सा मंत्री परसादी बहके-सरकारी शराब पीयो

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राजस्थान में कांग्रेस विधायक दयाराम परमार ने मंत्री न बनाने से नाराज होकर मुख्यमंत्री को चिठ्ठी लिखकर पूछा कि मंत्री बनने के लिए क्या योग्यता होनी चाहिए ? मुख्यमंत्री ने इसका कोई जवाब नहीं दिया। लेकिन अब राजस्थान के 10वीं-12वीं पास मंत्रियों के आचरण और बिगड़े बोलों से जनता जानना चाहती है कि सीएम ने कौनसी योग्यता देखकर इनको राजस्थान का मंत्री बना दिया ? महिलाएं जानना चाहती हैं कि जिन नेताओं में महिलाओं के प्रति सम्मान भाव ही नहीं है, उन्हें मंत्री पद पर बने रहने का क्या अधिकार है ?

लालू को चाहिए थी हेमा मालिनी के गालों जैसी बिहार की सड़कें
समय के साथ दुनिया कितनी तेजी से बदल रही है, लेकिन दुर्भाग्य है राजस्थान का कि इसके नेताओं की नई पीढ़ी भी पिछले जमाने की बुराइयों को ज्यों का त्यों आगे बढ़ा रही है। कभी लालू यादव ने बिहार की सड़कें हेमा मालिनी के गालों जैसी बनाने की बात कही थी। नई पीढ़ी के कांग्रेसी नेताओं को भी आज की सशक्त महिलाओं के गुण नहीं दिखते। उन्हें बस महिलाओं को लेकर अपशब्द कहना, उनका मजाक बनाना ही आता है। कांग्रेसी नेताओं को ये भी याद रखना चाहिए कि ये दोनों अपराध धारा 354 की श्रेणी में आते हैं।

हेमा मालिनी बूढ़ी, सड़कें कैटरीना के गालों जैसी बनाएं : राजेंद्र गुढ़ा
शैक्षणिक योग्यता : 10वीं पास। ओहदा : ग्रामीण विकास राज्य मंत्री
राजस्थान की अशोक गहलोत सरकार के नवनियुक्त राज्य मंत्री राजेंद्र गुढ़ा मंत्री बनने के बाद पहली बार अपने क्षेत्र में आये। राजेंद्र गुढ़ा सार्वजनिक निर्माण विभाग के चीफ इंजीनियर को ठेठ देसी अंदाज में कहा कि उनके इलाके में सड़कें कैटरीना कैफ के गालों जैसी बननी चाहिए. क्योकि हेमा मालिनी तो अब बूढ़ी हो गई है. मंत्री की इस बात पर ग्रामीणों ने जमकर ठहाके लगाए. बसपा से कांग्रेस में आये मंत्री राजेंद्र गुढ़ा अपने बयानों को लेकर अक्सर चर्चाओं में रहते हैं। राजेंद्र गुढ़ा को हाल ही में हुए गहलोत मंत्रिमंडल के विस्तार में राज्यमंत्री बनाया गया है।

चिकित्सा पर शराब को तवज्जो, सरकारी सिस्टम से पीओ शराब
शैक्षणिक योग्यता : 12वीं पास। ओहदा : चिकित्सा एवं आबकारी मंत्री
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने 12वीं पास परसादी लाल मीणा को चिकित्सा और आबकारी जैसे महत्वपूर्ण पोर्टफोलिए दिए हैं। लेकिन हंस की चाल चलने की नकल करते कौए की पोल खुल ही जाती है। मीणाजी चिकित्सा मंत्री होते हुए भी खुलकर शराब पीने को ही प्रमोट करने लग गए। परसादी से जब यह पूछा गया कि दवा और दारू में के किसे प्राथमिकता देंगे तो बजाए स्वास्थ्य को प्राथमिकता देने के मीणा बोले-जहरीली शराब के लोग मर रहे हैं। मरने के तो अच्छा है कि सरकारी सिस्टम की शराब लेकर खूब पी लो। जनता नव-नियुक्त मंत्री से पूछ रही है कि जहरीली शराब की बुराई बताना तो ठीक है. लेकिन शराब पीने को प्रमोट करना कहां सही है ? वह भी उस राजस्थान में जहां महिलाएं बकायदा लोकतांत्रिक प्रक्रिया से मतदान कराकर शराब के सरकारी ठेके बंद करा रही हैं। वहीं मंत्रीजी महिलाओं की भावना के विपरीत सरकारी शराब पीने की पैरवी कर रहे हैं।

पीएम ने नाचने वाली कंगना समेत 15 सलाहकार रखे हैं : शर्मा
शैक्षणिक योग्यता : पीएचडी। ओहदा : मुख्यमंत्री के सलाहकार
महिलाओं के बारे में भद्दी भाषा का इस्तेमाल करने वाले अकेले राज्यमंत्री गुढ़ा ही नहीं है। गुढ़ा की तो खैर शिक्षा ही दसवीं तक ही है। पीएचडी किए हुए मुख्यमंत्री के नव-नियुक्त सलाहकार और नवलगढ़ से कांग्रेस विधायक राजकुमार शर्मा की महिलाओं को लेकर सोच गुढ़ा से भी कमतर ही नजर आती है। शर्मा के बोले इतने बिगड़े कि उन्होंने पद्मश्री कंगना रानोट को नाचने वाली बता दिया। प्रधानमंत्री पद की गरिमा का ख्याल भी न करते हुए शर्मा ने कहा कि पीएम ने कंगना जैसी नाचने वाली समेत 15 सलाहकार रखे हुए हैं। फिल्म अभिनेत्री के प्रति आज के जमाने में भी ऐसी सोच रखने से शर्मा का महिलाओं के प्रति नजरिया स्पष्ट हो जाता है !!

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