COVID-19 को परास्त करने में मोदी सरकार के सभी मंत्रालय अपनी-अपनी भूमिका निभा रहे हैं। इनमें नागरिक उड्डयन मंत्रालय का महत्वपूर्ण योगदान है। विदेशों में फंसे भारतीयों को स्वदेश लाने की बात हो, हवाई अड्डों पर यात्रियों की स्क्रीनिंग की बात हो या फिर लॉकडाउन के दौरान रोजमर्रा की जरूरतों और मेडिकल सामानों की ढुलाई की बात, इस मंत्रालय ने देशवासियों को राहत देने में कोई कोर-कसर नहीं छोड़ी है। आइए, कोरोना टाइमलाइन में एक नजर डालते हैं कोरोना संकट के दौरान नागरिक उड्डयन मंत्रालय के कामकाज पर।
7 जनवरी
चीन ने अपने देश में हो रही अज्ञात मौतों के कारण के तौर पर कोरोना वायरस की पहचान की।
17 जनवरी
चीन खासकर वुहान जाने वाले यात्रियों की स्वास्थ्य स्थिति पर निगाह रखने की एडवायजरी जारी।
दिल्ली, मुंबई, चेन्नई, कोलकाता, बंगलुरु, हैदराबाद और कोच्ची के हवाई अड्डों पर अंतरराष्ट्रीय यात्रियों की स्क्रींनिंग का काम शुरू।
25 जनवरी
प्रधानमंत्री के मुख्य सचिव ने समीक्षा बैठक की, जिसमें ऐसी कई टीमें बनाने का फैसला लिया गया जो देश के हवाई अड्डों का निरीक्षण करें।
7 हवाई अड्डों पर 115 हवाई जहाजों से आने वाले 20,000 यात्रियों की स्क्रीनिंग की गई।
27 जनवरी
137 एयरलाइंस के 29,707 यात्रियों की स्क्रीनिंग की गई, जिनमें 12 को NIV पुणे भेजा गया, लेकिन अभी तक कोई भी कोरोना पॉजिटिव का मामला सामने नहीं आया।
30 जनवरी
WHO ने कोरोना वायरस को अंतरराष्ट्रीय स्तर का पब्लिक हेल्थ इमरजेंसी घोषित किया।
चीन से लौटने वाले लोगों के लिए 14 दिन तक होम आइसोलेशन में रहने के निर्देश जारी किए गए।
अब तक 234 विमानों के 43,346 यात्रियों की स्क्रीनिंग की गई। इनमें 49 सैम्पल NIV भेजा गया, 48 सैम्पल निगेटिव आए।
कोरोना का पहला मामला सामने आया।
3 फरवरी
पीएम मोदी ने कोविड पर GoM का गठन किया
चीनी पासपोर्ट धारकों के भारत के वीजा को अस्थायी तौर पर स्थगित कर दिया गया।
21 हवाई अड्डों पर 539 विमानों के साथ ही विभिन्न बंदरगाहों और नेपाल से लगी सीमाओं पर कुल 72, 353 यात्रियों की स्क्रीनिंग की गई।
7 फरवरी-
संसद में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री का बयान
1275 विमानों के कुल 1,39,539 यात्रियों की स्क्रीनिंग की गई। इनमें से 150 यात्रियों में कोरोना के लक्ष्ण पाए गए, जिन्हें आइसोलेशन में भेज दिया गया।
22 फरवरी
काठमांडू, इंडोनेशिया, वियतनाम और मलेशिया से आने वाले सभी विमानों की स्क्रीनिंग का काम शुरू।
21,805 यात्रियों को कम्यूनिटी सर्विलांस के दायरे में लाया गया। इसके साथ ही, 3,97,152 विमान यात्रियों और विभिन्न बंदरगाहों पर 9, 695 यात्रियों की स्क्रीनिंग।
24 फरवरी
21 हवाई अड्डों, 12 बड़े और 65 छोटे बंदरगाहों और सीमावर्ती इलाकों में यात्रियों की स्क्रीनिंग।
अब तक 4, 214 विमानों और 4, 48, 449 यात्रियों की स्क्रीनिंग।
26 फरवरी
10 फरवरी और उसके बाद कोरिया गणराज्य, ईरान और इटली से आने वाले या ऐसी ही ट्रैवल हिस्ट्री वाले लोगों को 14 दिनों तक क्वारंटाइन किया जा सकता है।
चीन के वुहान शहर में फंसे 76 भारतीयों और 39 विदेशी नागरिकों को लाया गया।
27 फरवरी
जापान में फंसे भारतीयों को स्वदेश लाया गया
एअर इंडिया का एक विमान जापान के योकोहामा बंदरगाह पर एक क्रूज शिप में फंसे 119 भारतीयों और 5 विदेशी नागरिकों को दिल्ली वापस लेकर आया। यह शिप भी कोरोना वायरस की जद में आ गया था।
3 मार्च
किसी भी अंतरराष्ट्रीय विमान के भारत पहुंचने पर सभी यात्रियों की स्क्रीनिंग शुरू।
प्रधानमंत्री ने राज्यों और विभिन्न मंत्रालयों में कोरोना वायरस को लेकर हो रही तैयारियों का जायजा लिया।
7 मार्च
चीन, हांगकांग, कोरिया गणराज्य, जापान, इटली, थाइलैंड, सिंगापुर, ईरान, मलेशिया, फ्रांस, स्पेन और जर्मनी जैसे देशों से आने वाले यात्रियों को 14 दिनों के सेल्फ इम्पोज्ड क्वारंटाइन में रहने को कहा गया।
फ्रांस, जर्मनी और स्पेन के नागरिकों के लिए 11 मार्च या उससे पहले जारी किए गए सभी ई-वीजा और नियमित वीजा को स्थगित कर दिया गया।
प्रधानमंत्री ने COVID-19 के संदर्भ में सभी संबंधित मंत्रियों के साथ स्थिति की समीक्षा की।
11 मार्च
देश के बाहर जाने के लिए जारी सभी वीजा स्थगित
देश से बाहर जाने के लिए जारी सभी वीजा को 13 मार्च 2020 से 15 अप्रैल 2020 तक के लिए स्थगित कर दिया गया।
15 फरवरी के बाद चीन, इटली, ईरान, कोरिया, फ्रांस, स्पेन और जर्मनी से भारत आ रहे सभी देशी-विदेशी यात्रियों को कम से कम 14 दिनों के क्वारंटाइन में भेजा जाएगा। यह आदेश 13 मार्च से लागू होगा।
18 मार्च
यूएई, ओमान, कतर और कुवैत से आने वाले यात्रियों का क्वारंटाइन पीरियड कम से कम 14 दिनों को होगा।
यूरोपियन यूनियन, तुर्की और ब्रिटेन से आने वाले यात्रियों का प्रवेश बंद किया गया।
19 मार्च
राष्ट्र के नाम संबोधन में जनता कर्फ्यू की घोषणा- 19 मार्च को राष्ट्र को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने देशवासियों से 22 मार्च को सुबह 7 बजे से रात के 9 बजे तक स्वैच्छिक ढंग से जनता कर्फ्यू का पालन करने का आग्रह किया।
किसी भी अंतरराष्ट्रीय यात्री एअरक्राफ्ट को 22 मार्च से भारत में लैंड करने की इजाजत नहीं होगी।
25 मार्च
प्रधानमंत्री मोदी ने अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी के लोगों से वीडियो कांफ्रेस के जरिए बातचीत की।
सरकार की पहल पर ईरान से 277 भारतीयों को विशेष विमान से जोधपुर लाया गया। इनमें 273 तीर्थयात्री शामिल हैं।
29 मार्च
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मन की बात कार्यक्रम में अपने विचार साझा किए, उन्होंने जोर देकर कहा कि भारत कोविड-19 के खिलाफ अपनी लड़ाई जीतेगा।
हमें सामाजिक दूरी सुनिश्चित करने की जरूरत है न कि मानवीय या फिर भावनात्मक दूरी।
31 मार्च
मेडिकल एयर कार्गो से जुड़ा एक खास वेबसाइट 1 अप्रैल 2020 से लांच किया जाएगा।
नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने मेडिकल और आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए ‘लाइफलाइन उड़ान’ फ्लाइट्स लॉन्च किए।
1 अप्रैल
नागरिक उड्डयन मंत्रालय के लाइफलाइन उड़ान अभियान के तहत मेडिकल और दूसरी आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए 74 फ्लाट्स सक्रिय रहे। अभी तक कुल 37.63 टन सामान विभिन्न स्थानों तक पहुंचाए गए।
2 अप्रैल
पीएम मोदी की मुख्यमंत्रियों से बातचीत
3 अप्रैल
पीएम मोदी का वीडियो सन्देश
खिलाड़ियों से बातचीत करते हुए पीएम मोदी ने कोविड से मुकाबला करने के लिए संकल्प, संयम, सकारात्मकता, सम्मान और सहयोग का पांच-सूत्री मन्त्र दिया।
पीएम मोदी ने सुबह नौ बजे देशवासियों के साथ एक वीडियो सन्देश साझा करते हुए लोगों से 5 अप्रैल को रात्रि 9 बजे 9 मिनट तक अपने घरों की बत्तियां बुझाकर दीपक, मोमबत्ती या मोबाइल की टॉर्च जलाने का आह्वान किया।
4 अप्रैल
प्रधानमंत्री ने GoM के साथ समीक्षा बैठक की।
मेडिकल एअर कार्गो से जुड़े ‘लाइफलाइन उड़ान’ वेबसाइट लॉन्च किया गया।
5 अप्रैल
पीएम मोदी के आह्वान पर कोरोना महामारी से लड़ने की इच्छाशक्ति के प्रतीक के रूप में देश भर के घर-घर में दीप-प्रज्वलन संपन्न हुआ।
14 अप्रैल
राष्ट्र के नाम संदेश में पीएम मोदी ने लॉकडाउन को 3 मई तक बढ़ाने का एलान किया। ।
3 मई तक बढ़ा लॉकडाउन
16 अप्रैल
देश भर में 247 विमानों ने ‘लाइफलाइन उड़ान’ योजना के तहत उड़ान भरी, 418 टन मेडिकल सामग्रियों को विभिन्न स्थानों तक पहुंचाया।
19 अप्रैल
लाइफलाइन उड़ान के तहत विमानों ने जरूरी सामानों की आपूर्ति के लिए 287061 किलोमीटर की दूरी तय की गई।
23 अप्रैल
‘लाइफलाइन उड़ान’ विमानों ने 22अप्रैल को कुल 35.78 टन वजन की आवश्यक वस्तुओं और मेडिकल सामानों की ढुलाई की।