Home समाचार कांग्रेसी एजेंट बन डॉक्टर साध रहा सरकार पर निशाना

कांग्रेसी एजेंट बन डॉक्टर साध रहा सरकार पर निशाना

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हम आपके सामने ऐसे चेहरे और संगठन का पर्दाफाश कर रहे हैं, जो निष्पक्ष होने का दिखावा करते हैं, लेकिन वो दरअसल एजेंडा चला रहे होते हैं। जो सेक्यूलर होने का दिखावा करते हैं लेकिन असल में वो हिन्दू धर्म को बदनाम करते हैं। जो पेशेवर ज्ञान बांचने का ढोंग करते हैं, लेकिन वो डॉक्टर, इंजीनियर होने के नाम पर लोगों को धोखा देते हैं।

यूथ कांग्रेस का राष्ट्रीय संयोजक है हरजित सिंह भट्टी

ये हरजित सिंह भट्टी हैं वैसे तो पेशे से डॉक्टर हैं, लेकिन इन्हें डॉक्टरी से ज्यादा राजनीति पसंद है। इसमें कोई बुराई भी नहीं, इसलिए इन्होंने कांग्रेस ज्वाइन कर ली। इस समय हरजित सिंह भट्टी यूथ कांग्रेस के राष्ट्रीय संयोजक है।

हरजित सिंह भट्टी ने जैसे ही राजनीति शुरू की तो एक प्रकार से अपने पेशे को ही बदनाम करना शुरू कर दिया। इसके साथ ही उन्होंने मोदी सरकार की हर अच्छी योजना पर भ्रम फैलाना शुरू कर दिया

आयुष्मान योजना पर फैलाया भ्रम

हम सब जानते हैं कि मोदी सरकार ने दुनिया की सबसे बड़ी स्वास्थ्य योजना आयुष्मान भारत शुरू की है। जिस पर पूरा विश्व रिसर्च कर रहा है लेकिन इस डॉक्टर हरजित सिंह भट्टी ने इसकी योजना की जमकर आलोचना की।

शुरुआत में तो ये लगा कि एक डॉक्टर ऐसी बात कह रहा है, लेकिन पर्दे के पीछे ये छुपाकर रखा गया कि ये बोल एक डॉक्टर के नहीं, बल्कि कांग्रेसी कार्यकर्ता के हैं।

टुकड़े-टुकड़े गैंग का किया समर्थन

टुकड़े-टुकड़े गैंग के समर्थक भीम आर्मी के चंद्रशेखर को लेकर भी इस डॉक्टर ने सरकार को बदनाम करने की कोशिश की। मीडिया में इसके नाम से खबर भी छपी, लेकिन कहीं ये नहीं बताया कि ये बयान एक डॉक्टर का नहीं, बल्कि एक कांग्रेसी वर्कर का है।

मोदी सरकार को बदनाम करने की साजिश

मोदी सरकार को बदनाम करने के लिए इस कांग्रेसी डॉक्टर ने एक नया प्रोपेगैंडा रचा, ये खबर फैलाई की एम्स के डॉक्टर सामूहिक रूप से आत्महत्या करना चाहते हैं।


एक लोकतांत्रिक देश में हर किसी को अपनी बात रखने का अधिकार है, लेकिन कोई डॉक्टरी जैसे पवित्र पेशे की आड़ में कांग्रेसी कार्यकर्ता बनकर बात करने लगे और अपनी पहचान छिपाने लगे, तो ये ठीक बात नहीं कही जा सकती है।

देखिए स्पेशल रिपोर्ट- 

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