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हिंदुओं की विरोधी गहलोत सरकार राहुल गांधी के सॉफ्ट हिंदुत्व कार्ड के लिए बेताब, मंदिरों में भागवत-सुंदरकांड के बाद अब राधाष्टमी पर कार्यक्रम की तैयारी, दो नावों की सवारी- कहीं पड़ न जाए भारी

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राजस्थान की गहलोत सरकार किंकर्तव्यविमूढ़ की स्थिति में चल रही है। राज्य में अगले साल ही चुनाव है और उसके समझ में नहीं आ रहा है कि वह जिस मुस्लिम तुष्टिकरण की नीति पर चल रही है, उसको उसी दिशा में आगे बढ़ना चाहिए। या फिर बीजेपी की नकल करते हुए हिंदुत्व की ओर आना चाहिए। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी भी जयपुर में “हिंदू हूं, हिंदुत्ववादी नहीं” की ऐसी घुट्टी पिला गए कि कांग्रेसी मंत्रियों की समझ पाताललोक में चली गई है। आपदा और प्रबंधन राहत मंत्री ने हिंदुओं के आस्था-पर्व करवाचौथ पर पति की लंबी उम्र की कामना को अंधविश्वास बताकर नई आपदा मोल ले ली। दूसरी ओर हमेशा मुस्लिम तुष्टिकरण की नीति पर चलने वाली गहलोत सरकार की देवस्थान विभाग की मंत्री ने सॉफ्ट हिंदुत्व का राग अलापा है।एक ओर हिंदू मंदिरों को तोड़ रही गहलोत सरकार, दूसरी ओर सॉफ्ट हिंदुत्व की बात
हिंदुओं के मंदिर तोड़ रही गहलोत सरकार से हिंदुओं का नाराज होना स्वभाविक है। सालासर बालाजी, अलवर और जयपुर में ऐसा हो चुका है। इस पर सरकार की मुस्लिम तुष्टिकरण की नीति जले पर नमक छिड़कने जैसी है। अगले साल होने वाले चुनाव में हिंदू जनमानस सरकार की हिंदू विरोधी नीतियों का जवाब अपने वोट से न दे, इसके बचाव के लिए सरकार ने देवस्थान विभाग को आगे लगाया है। राज्य में देवस्थान विभाग ने पहले भी मंदिरों में रामनवमी पर भागवत कथा पाठ और हनुमान जयंती पर सुंदरकांड के पाठ कराए हैं। और विभाग अब आगामी चार सितम्बर को राधाष्ठमी का आयोजन करवाने जा रहा है। देवस्थान विभाग के माध्यम में राज्य में कांग्रेस साफ्ट हिंदुत्व कार्ड को बढ़ावा देने जा रही है।कांग्रेस की स्थिति दो नावों के सवार जैसी, जिसका डूबना लगभग निश्चित होता है
दरअसल, कांग्रेस की स्थिति दो नावों के सवार जैसी हो गई है, जिसका डूबना निश्चित होता है। राज्य की गहलोत सरकार बीजेपी के असली हिंदुत्व से मुकाबला करने सॉफ्ट हिंदुत्व की ओर है। ताकि मुस्लिम वोटर भी अपने पाले में रखा जा सके और और वह हिंदुओं की भी तथाकथित हितैषी नजर आए। सरकार ऐसी छवि बनाने की कवायद में देवस्थान विभाग की ओर से आदेश जारी किए गए हैं। देवस्थान मंत्री शकुंतला रावत और सचिव विकास भाले ने राधाष्टमी पर धार्मिक कार्यक्रम को भव्यता प्रदान करने के लिए जन प्रतिनिधियों को भी इन प्रोग्राम में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया है।राहुल की जयपुर रैली के बाद सॉफ्ट हिंदुत्व की सवारी करने की कोशिशें 
दरअसल, कांग्रेस के सॉफ्ट हिंदुत्व की ओर आने की शुरुआत जयपुर से तब हुई, जबकि यहां कि रैली में कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गाँधी ने कहा था कि मैं हिन्दू हूं, पर हिंदुत्ववादी नहीं हूं। इसके बाद प्रदेश के सीएम अशोक गहलोत ने भी एक कार्यक्रम में कहा कि क्या हम हिन्दू नहीं हैं। इस बीच देवस्थान विभाग ने प्रदेश में महाशिवरात्रि-हनुमान जयंती पर भागवत कथा, रामायण पाठ सुन्दर कांड पाठ कराए और हिन्दू नववर्ष की शुभकामनाएं भी दीं। अब देवस्थान मंत्री शकुंतला रावत ने कहा कि ईश्वर एक है, इसमें कोई राजनीति नहीं होनी चाहिए। धर्म सियासत नहीं, बल्कि यह धार्मिक आस्था का विषय है। यही वजह है कि अब आगामी चार सितंबर को राधाष्ठमी का आयोजन विभाग की और से होने जा रहा है। इससे पहले जयपुर के एक मंदिर में हुई भागवत कथा में खुद मंत्री रावत कई अधिकारियों के साथ शामिल हुईं थी।कांग्रेस को भारी न पड़ जाए सॉफ्ट हिंदुत्व कार्ड, मुस्लिम कांग्रेस से हो सकते हैं नाराज
राजनीतिक हल्कों में इस बात की चर्चा है कि कांग्रेस संगठन का सॉफ्ट हिंदुत्व कार्ड अब देवस्थान विभाग के जरिये प्रदेश भर में लागू करने जा रहा है, लेकिन कांग्रेस के लिए कहीं इसके विपरीत परिणाम ही सामने न आ जाएं। यानी कांग्रेस की इन आधी-अधूरी कोशिशों से हिंदू को उनके पाले में न आ पाएं और ऐसे कार्यक्रमों से चिढ़कर मुस्लिम भी नाराज हो जाएं। देवस्थान विभाग मंत्री शकुंतला रावत ने प्रदेशवासियों को कृष्ण जन्मोत्सव की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि जन्माष्टमी के 15 दिन बाद राधा अष्टमी का पर्व मनाया जाता है। धर्मग्रंथों में राधा के बिना श्याम की पूजा अधूरी मानी गई है। ऐसे में प्रदेश में खुशहाली और समृद्धता के लिए राधाष्टमी महोत्सव का आयोजन रखा गया है। देवस्थान मंत्री ने बताया कि कार्यक्रम के अनुसार प्रातः 5.15 बजे अभिषेक और उसके बाद सहस्त्रनाम के पाठ होंगे। शाम के समय भजन संध्या और रूक्मणी विवाह का आयोजन होगा।

गहलोत के मंत्री बोले करवाचौथ पर चांद देखकर पति की लंबी उम्र की कामना अंधविश्वास
इस बीच हिंदुओं की हितैषी बनने की नौटंकी कर रही राजस्थान सरकार के कैबिनेट मंत्री गोविंदराम मेघवाल ने हिंदुओं के आस्था पर्व करवा चौथ पर विवादित बयान देकर कांग्रेसी सोच की पोल खुद ही खोल दी है। उन्होंने कहा कि भारत में महिलाएं अभी भी छलनी से देखती हैं और करवा चौथ पर अपने पति की लंबी उम्र के लिए प्रार्थना करती हैं। जबकि विकसित देशों में महिलाएं चांद पर जा रहीं हैं। उन्होंने कहा कि लोगों को अंधविश्वास में धकेला जा रहा है। उनकी इस टिप्पणी के बाद विपक्षी दल बीजेपी ने गहलोत सरकार पर तीखा हमला बोला है। बीजेपी ने मंत्री मेघवाल से मांफी की मांगने और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से अपने सहयोगी के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है।

गहलोत सरकार ने पहले राम दरबार गिराया, अब शिव मंदिर ध्वस्त किया
गहलोत सरकार ने अलवर में तीन मंदिरों को बुलडोजर से ध्वस्त करवा दिया, जिनमें से एक शिव मंदिर तो 300 साल से ज्यादा पुराना था। यह पहला मौका नहीं है, जबकि गहलोत राज में हिंदू धर्म स्थल पर बुलडोजर चला हो, इससे कुछ समय पहले ही करोड़ों लोगों के श्रद्धा केंद्र सालासर बालाजी धाम के मार्ग पर स्थित राम दरबार को बुलडोजर से ध्वस्त करा दिया। बीजेपी ने राजस्थान में मंदिरों के तोड़े जाने पर सीएम गहलोत को आड़े हाथों लेते हुए कहा है कि औरंगजेब किसी भी धर्म व शक्ल में पैदा हो सकता है !

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत लगातार अपनी हिंदू विरोधी छवि को बना रहे हैं मजबूत 
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत लगातार अपनी हिंदू विरोधी छवि को मजबूत बनाते जा रहे हैं। पहले सालासर बालाजी में राम दरबार और अब अलवर में शिव मंदिर को बुलडोजर से ध्वस्त करने के कारण कांग्रेस सरकार के खिलाफ हिंदू समाज आक्रोशित है। लेकिन सीएम गहलोत को इसकी तनिक भी परवाह नहीं है। ताजातरीन करौली दंगों में जुल्म की इंतेहा करने वाले समाज के लिए सीएम ने अपने आवास पर इफ्तार पार्टी दी। इतना ही नहीं इस इफ्तार में छबड़ा दंगों का मुख्य आरोपी भी मुख्यमंत्री का मेहमान बना। वह सारा दिन सीएम आवास में रहा और कांग्रेस मंत्रियों और नेताओं के साथ बेखौफ फोटो खिंचवाता रहा। अब आरोपी आसिफ की सीएम हाउस में इफ्तार पार्टी में मौजूदगी को लेकर सवाल उठ थे।

हिंदू-विरोधी  ‘औरंगजेब’ सरकार ने बुलडोजर से ढहाया 300 साल पुराना शिवालय
साल 1953 में बना बैकहो लोडर, जिसे अब ‘बुलडोजर’ कहा जाता है…किसे पता था की देश की राजनीति में हिट हो जाएगा। उत्तर प्रदेश में बुलडोजर बाबा और मध्य प्रदेश में बुलडोजर मामा बदमाशों, अपराधियों, रसूखदारों और माफियाराज को खत्म करने के लिए बुलडोजर चला रहे हैं। दिल्ली में अतिक्रमियों के खिलाफ बुलडोजर चला तो कोर्ट आड़े आ गया। लेकिन राजस्थान की बात अलग है। यूपी-एमपी के मुख्यमंत्रियों के उलट राजस्थान के मुख्यमंत्री बुलडोजर का इस्तेमाल हिंदुओं के आस्था स्थलों को ध्वस्त करने में कर रहे हैं।

राजगढ़ में मंदिर को बुलडोजर के गिराया, बुलडोजर चलाना ही कांग्रेस का सेक्युलरिज्म है?
अलवर जिले के राजगढ़ कस्बे में शिव मंदिर को तोड़ा गया है। मास्टर प्लान के बहाने कस्बे के गोल सर्किल से मेला का चौराहा के मध्य मार्ग में मंदिर को अतिक्रमण बताकर प्रशासन की टीम बुलडोजर के साथ पहुंची और उन्होंने मंदिर के गुंबद को तोड़ दिया। इसके बाद शिवलिंग को कटर की मदद से काटा गया। इस दौरान हनुमान जी सहित अन्य देवी-देवताओं की मूर्तियां तोड़ी गईं। ब्रज भूमि कल्याण परिषद ने राजगढ़ के कांग्रेस विधायक जौहरीलाल मीणा, एसडीएम और नगरपालिका के सीआईओ के खिलाफ राजगढ़ थाने में शिकायत दर्ज कराई गई। गहलोत सरकार द्वारा बुलडोजर से सदियों पुराने आस्था स्थलों को तोड़े जाने से हिंदुओं में सरकार के खिलाफ काफी रोष है। बीजेपी नेताओं ने कहा है कि जहांगीरपुरी दिल्ली में मस्ज़िद के बाहर अतिक्रमण हटाने से इस्लाम खतरे में आ गया था और अलवर में 300 साल पुराने मंदिर को ध्वस्त कर क्या सीएम अशोक गहलोत ने धर्मनिरपेक्षता की पताका फहराई है ?  क्या मंदिरों पर बुलडोजर चलाना कांग्रेस का सेक्युलरिज्म है?

लोगों का आरोप, मंदिर गिराने में कांग्रेस विधायक जौहरी लाल मीणा शामिल
स्थानीय नागरिकों का कहना है कि मंदिर तोड़े जाने की शिकायत लेकर हम कांग्रेस विधायक जौहरी लाल मीणा के पास गए थे। उन्होंने कहा कि बोर्ड भाजपा का बनाते हो और शिकायत हमसे करते हो। स्थानीय नागरिकों ने आरोप लगाया कि भाजपा को वोट देने के कारण उनसे बदला लिया गया है। मंदिर और मकान इसी कारण तोड़े गए हैं। स्थानीय नागरिकों ने बताया कि विधायक जौहरीलाल मीणा ने मंच से कहा था कि कांग्रेस का बोर्ड होता तो बुलडोजर नहीं चलता। अब बबूल का पेड़ बोया है तो आम कहां से आएगा। आपको 24 घंटे का समय दिया जाता है, आप 34 पार्षदों को मेरे घर लेकर आओ कार्रवाई रुक जाएगी। नहीं तो मैं कार्रवाई नहीं रोक पाउंगा। विधायक के इस बयान का वीडियो अब सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।

भाजपा के प्रवक्ता रामलाल शर्मा ने गहलोत की औरंगजेब से की तुलना
अलवर के राजगढ़ में तीन मंदिरों को तोड़े जाने का मामला सामने आया है। जिसके बाद भाजपा कांग्रेस सरकार पर हमलावर हो गई है। भाजपा के आईटी सेल के चीफ अमित मालवीय ने इस मामले में कांग्रेस को घेरा है। उन्होंने कहा कि करौली और जहांगीरपुरी पर आंसू बहाना और हिंदुओं की आस्था को ठेस पहुंचाना, यही कांग्रेस का सेक्युलरिजम है। राजस्थान भाजपा के प्रवक्ता और विधायक रामलाल शर्मा ने गहलोत सरकार पर गंभीर आरोप लगाए हैं। विधायक रामलाल शर्मा ने कहा कि जिस वक्त जहांगीरपुरी में दंगाइयों के अतिक्रमण पर बुलडोजर चल था, उसी वक्त जहांगीरपुरी का बदला लेने राजस्थान में कांग्रेस सरकार ने अलवर में 300 साल पुराना शिवालय बुलडोजर से ढहा दिया। दंगाइयों के अतिक्रमण ढहाने पर रोने वाले गहलोत ने औरंगजेब बन शिवालय ढहाने में एक क्षण नहीं लगाया।

दरअसल, उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ सरकार ने माफिया, बदमाश और गुंडा तत्वों के खिलाफ इस कदर बुलडोजर चलाया कि उनका नाम ही बुलडोजर-बाबा पड़ गया। देश की राजनीति में माफियाराज पर चलता सरकारी बुलडोजर सुर्खियों में आ गया। परन्तु राजस्थान में कांग्रेस से राज में मामला इसके विपरीत है। यहां बुलडोजर तो चल रहा है, लेकिन ड्राइविंग सीट पर खुद अवैध खनन करने वाला माफिया बैठा है। कभी जब सरकारी बुलडोजर चलता है तो अपराधियों पर नहीं, बल्कि धार्मिक स्थलों पर। प्रदेश की कांग्रेस सरकार ने करोड़ों लोगों के श्रद्धा केंद्र सालासर बालाजी धाम के मार्ग पर स्थित राम दरबार को पिछले दिनों बुलडोजर से ध्वस्त कर दिया।बुलडोजर की मदद से अवैध खनन का खेल तो पूरे राजस्थान में बेखौफ जारी
माफियाओं को लेकर राजस्थान की गहलोत सरकार एक बार फिर सवालों के घेरे में है। सरकार की खुली छूट के चलते माफिया के हौसले बुलंद हैं। वह अवैध खनन कर रहे हैं। ऐसी तमाम तस्वीरें सामने आ रही हैं, जिनमें माफिया अवैध खनन कर रहे हैं और उन्हें रोकने की कोशिश करने वालों पर ट्रैक्टर, बुलडोजर तक चढ़ा देते हैं। ऐसे में लोगों का साफ-साफ आक्रोश इस बात में झलकता है कि यूपी और एमपी में सरकार माफिया और गुंडों के अवैध कब्जों पर बुलडोजर चला रही है, जबकि कांग्रेस के शासन वाले राजस्थान में माफिया सरकारी जमीनों पर कब्जे के लिए बुलडोजर चला रहा है। अवैध खनन का खेल तो पूरे प्रदेश में बेखौफ चल रहा है। अलवर में टेल्को चौराहे पर कई सालों से यूआईटी की जमीन अवैध शराब के ठेकेदारों का कब्जा है। राजधानी जयपुर में ही सरकारी जमीन पर माफिया के अवैध कब्जे हैं। मोदी बना रहे राम मंदिर, गहलोत सरकार के बुलडोजर ने राम दरबार ध्वस्त किया
इतना ही नहीं पिछले दिनों तो राजस्थान सरकार ने हद ही कर दी। मोदी-योगी की सरकार जहां एक ओर अयोध्या में भव्य-दिव्य राम मंदिर का निर्माण करा रही है, वहीं राजस्थान में गहलोत सरकार ने चुरू के सालासर बालाजी धाम के मार्ग पर सुजानगढ़ में प्रवेश द्वार बना हुआ है। इस प्रवेश द्वार पर बरसों से राम दरबार विराजमान है। पिछले दिनों गहलोत सरकार के अफसर देर रात में बुलडोजर लेकर यहां पहुंच गए। रात के घुप अंधेरे में पीडब्लूडी की टीम ने चुपके से बुलडोजर से कार्रवाई को अंजाम दिया। बुलडोजर ने रामदरबार वाले गेट को ध्वस्त कर दिया गया। मौके पर मौजूद लोगों ने इस कार्रवाई का विरोध भी किया, सैंकड़ों हिंदू हनुमान चालीसा का पाठ करते हुए धरने पर बैठे गए, लेकिन अफसर नहीं माने तो लोगों ने उनका वीडियो बना लिया।यूपी में बाबा और एमपी में मामा चला रहे अवैध कब्जों पर बुलडोजर
राजस्थान के उलट यूपी और एमपी में बुलडोजर माफिया के खिलाफ चल रहा है। बुलडोजर और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का पुराना नाता है। पहली बार सत्ता में आने के बाद उन्होंने माफिया पर इस कदर बुलडोजर चलवाए कि उन्हें बुलडोजर बाबा भी कहा जाने लगा। 2022 के यूपी चुनावों के बीच योगी का एक वीडियो आया था, जिसमें योगी हेलिकॉप्टर से सभास्थल जा रहे थे और अपनी सभास्थल पर बुलडोजर दिखा रहे थे। योगी की बुलडोजर छवि के बाद हाल ही में मध्यप्रदेश के सीएम शिवराज सिंह चौहान ने भी अपनी छवि में बुलडोजर जोड़ा है। कई जगह उनके बैनर लगे हैं, जिनमें शिवराज को बुलडोजर मामा कहा जा रहा है।

राजस्थान भाजपा ने ट्वीट…कांग्रेस के शासन माफिया चला रहे हैं बुलडोजर
भाजपा राजस्थान ने ट्वीट करते हुए लिखा है कि UP-MP में भाजपा का शासन है। वहां माफिया पर बुलडोजर चल रहा है। राजस्थान में कांग्रेस का शासन है और बुलडोजर माफिया चला रहे हैं। कभी राम दरबार पर चलता है तो कभी सरकारी भूमि पर… भाजपा के इस ट्वीट पर लोग भी तरह तरह की प्रतिक्रिया दे रहे हैं। एक यूजर ने लिखा – जब आएगी सरकार राष्ट्रवादियों की तो यही बुलडोजर उल्टा चलेगा और माफिया के घरों और आफिसों को ढहा देगा। एक अन्य यूजर ने लिखा है कि कांग्रेस की सरकार तुष्टीकरण पर तुली हुई है, एक तरफ वो लोग हैं जो मंदिर का निर्माण करते हैं और दूसरी तरफ कांग्रेस के लोग हैं जो मंदिर को ध्वस्त करते हैं।गहलोत सरकार हिंदुओं की आस्था पर चला रही है सरकारी बुलडोजर
सतीश पूनियां ने कहा कि एक तरफ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सरकार अयोध्या में भगवान श्रीराम मंदिर निर्माण का मार्ग प्रशस्त कर शुभारंभ करती है, उत्तर प्रदेश में राम मंदिर का निर्माण करने वाले और बुलडोजर चलाने वाली योगी सरकार कानून व्यवस्था को ठीक करती है वहीं राजस्थान में कांग्रेस की अशोक गहलोत सरकार बुलडोजर से राम दरबार को गिराती है। उन्होंने कहा कि यह सीधे-सीधे आस्था पर प्रहार है, उन मूर्तियों को सम्मान के साथ कहीं अन्य जगह शिफ्ट किया जाना चाहिए था, लेकिन आधी रात को गहलोत सरकार ने निशाचरी करतूत की है, उससे हिंदुओं की आस्था आहत हुई है।

 

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