Home चार साल बेमिसाल पीएम मोदी सबसे बेहतर पीएम क्यों, जानिए 2018 की 10 वैश्विक उपलब्धियां

पीएम मोदी सबसे बेहतर पीएम क्यों, जानिए 2018 की 10 वैश्विक उपलब्धियां

SHARE

सत्तर वर्षों के इतिहास में क्यों खास हैं पीएम मोदी के कार्यकाल की उपलब्धियां? पिछले चार वर्षों में मोदी सरकार के कामकाज ने दुनिया में भारत का झंडा बुलंद किया है। 2018 में भी यह सिलसिला जारी रहा। आइए, एक नजर डालते हैं, इस साल की उन महान उपलब्धियों पर जिन्होंने न सिर्फ हर भारतवासी को दुनिया में गर्व से सिर ऊंचा करने का मौका दिया, बल्कि यह भी साबित किया कि आखिर पीएम मोदी देश के सर्वश्रेष्ठ पीएम क्यों हैं।    

फ्रांस को पीछ छोड़ दुनिया की छठी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बना भारत

पीएम मोदी को यूपीए सरकार से विरासत में एक लड़खड़ाती हुई अर्थव्यवस्था मिली थी। लेकिन, इसे पीएम मोदी के नेतृत्व की कुशलता ही कहेंगे कि चंद वर्षों में उन्होंने देश की अर्थव्यवस्था को दुनिया के फलक पर चमकने का मौका दे दिया। साल 2018 में विश्व बैंक की रिपोर्ट ने भी इस पर मुहर लगा दी और कहा कि भारतीय अर्थव्यवस्था दुनिया की छठी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गई है। जुलाई में विश्व बैंक की तरफ से जारी रिपोर्ट में कहा गया कि भारत ने फ्रांस को 7वें पायदान पर धकेल दिया है। 

‘इज ऑफ डूइंग बिजनेस’ में भारत की अब तक की सबसे लंबी छलांग

देश में व्यापार से जुड़े कामकाज को आसान बनाने के पीएम मोदी के प्रयास का असर ये हुआ कि भारत ने इस दिशा में बहुत तेजी से दुनिया में अपनी जगह बना ली। विश्व बैंक की ‘ईज ऑफ डूइंग बिजनेस’ रैंकिंग में लंबी छलांग लगाते हुए भारत 77 वें स्थान पर पहुंच गया। साल 2017 में भारत 100वें स्थान पर था, जबकि 2014 में तो इस सूची में काफी पीछे था। 

आयुष्मान भारत योजना बनी दुनिया के लिए आदर्श मॉडल

23 सितंबर 2018 को झारखंड की राजधानी रांची में पीएम मोदी ने जब देश के 50 करोड़ लोगों के लिए इतनी बड़ी योजना का शुभारंभ किया, तो देश ही नहीं दुनिया को भी इस पर अचरज हुआ। सभी को यही लग रहा था कि भारत जैसा गरीब देश हर गरीब परिवार को साल में पांच लाख रुपये की सहायता की गारंटी कैसे दे सकता है? लेकिन, पीएम मोदी ने अपने जादुई इरादों से इसे पूरा करके दिखा दिया। तीन महीने से कम समय में ही इस योजना के जरिए ऑपरेशन कराने वाले गरीबों की संख्या तीन लाख तक पहुंच गई। अब पूरी दुनिया में इसे एक मॉडल के तौर पर देखा जा रहा है।

जितनी बड़ी प्रतिभा उतनी बड़ी प्रतिमाः दुनिया देख रही सरदार पटेल की ऊंचाई

सरदार पटेल की 143वीं जयंती के मौके पर जब नर्मदा जिले में सरदार सरोवर बांध के पास पटेल की प्रतिमा का अनावरण हुआ, तो दुनिया भी इसे टकटकी बांध कर देखती रह गई। देश के प्रथम गृहमंत्री रहे सरदार वल्लभभाई पटेल के सम्मान में बनाई गई दुनिया की सबसे ऊंची यानी 182 मीटर ऊंची ‘स्टैचू ऑफ यूनिटी’ अमेरिका की ‘स्टैचू ऑफ लिबर्टी’ से दोगुनी ऊंची है। 

गणतंत्र दिवस समारोह में आसियान देशों के राष्ट्राध्यक्षों की ऐतिहासिक उपस्थिति

इस साल राजपथ पर 69वें गणतंत्र दिवस समारोह को जो ऐतिहासिक नजारा देखने को मिला, उसे दुनिया में भारत के बढ़ते असर का ही परिणाम कहेंगे। ऐसा पहली बार हुआ जब पीएम मोदी के आमंत्रण को स्वीकार कर सभी दस आसियान देशों के राष्ट्राध्यक्ष गणतंत्र दिवस समारोह में शामिल हुए। इनमें ब्रुनेई, कंबोडिया, इंडोनेशिया, लाओस, मलेशिया, म्यांमार, फिलीपींस, सिंगापुर, थाइलैंड और वियतनाम के राष्ट्रप्रमुख शामिल थे। 

परमाणु ऊर्जा के क्षेत्र में भारत ने बनाया वर्ल्‍ड रिकॉर्ड

इसे पीएम मोदी का करिश्मा ही कहेंगे कि अर्थशास्त्र से लेकर अंतरिक्षशास्त्र और विधि से लेकर विज्ञान तक भारत नित नए कीर्तिमान गढ़ रहा है। अब परमाणु ऊर्जा के क्षेत्र में भारत ने एक नया विश्व रिकॉर्ड बना दिया है। कर्नाटक स्थित कैगा परमाणु बिजलीघर में देश में निर्मित कैगा-1 परमाणु ऊर्जा इकाई ने 940 दिन तक बिना रुके लगातार काम करने का रिकॉर्ड बनाया है। 

2022 में जी-20 शिखर सम्मेलन की मेजबानी तय

पीएम मोदी की कूटनीति का जादू एक बार फिर दुनिया के सिर चढ़कर बोला, जब उन्होंने साल 2022 में जी-20 शिखर सम्मेलन की मेजबानी भारत को दिलाने में सफलता प्राप्त कर ली। गौरतलब है कि जी-20 के ब्यूनस आयर्स सम्मेलन की मेजबानी इटली को मिल चुकी थी, लेकिन पीएम मोदी के अनुरोध पर इटली अपनी मेजबानी छोड़ने को राजी हो गया। 

भारतीय वैज्ञानिकों ने नए ग्रह की खोज की

विज्ञान की दुनिया में लगातार आगे बढ़ता भारत आज किसी भी देश से कम नहीं है। इसी साल अगस्त के महीने में भारतीय वैज्ञानिकों ने अपनी एक खोज से दुनिया को हैरान कर दिया। वैज्ञानिकों ने ब्रह्मांड में पृथ्वी से करीब 6 गुना बड़ा ग्रह खोज निकाला है। इंडियन स्पेस रिसर्च ऑर्गनाइजेशन ने पृथ्वी से करीब 600 प्रकाश वर्ष दूर इस नए ग्रह का नाम EPIC 211945201b या K2-236b रखा है। अहमदाबाद के फिजिकल रिसर्च लैबरेटरी (पीआरएल) के वैज्ञानिकों ने इस कारनामे को अंजाम दिया। 

अंतरिक्ष के सफर में अव्वल भारत का इसरो

पिछले साल एक साथ 104 उपग्रहों का सफलतापूर्वक प्रक्षेपण कर विश्व रिकॉर्ड बनाने वाले इसरो की ऐतिहासिक उपलब्धियों का सिलसिला इस साल भी जारी रहा। इंडियन स्पेस एंड रिसर्च ऑर्गनाइजेशन (ISRO) ने नवंबर में पीएसएलवी सी-43 द्वारा आंध्रप्रदेश के श्रीहरिकोटा अंतरिक्ष केंद्र से एक साथ 31 सैटेलाइट्स लॉन्च किए। पीएसएलवी- सी43 से धरती का निरीक्षण करने वाले भारतीय हाइपर स्पेक्ट्रल इमेजिंग सैटेलाइट के अलावा 8 देशों के 30 अन्य सैटेलाइटों को लेकर गया। इनमें 23 सैटलाइट्स अमेरिका के हैं और बाकी ऑस्ट्रेलिया, कनाडा, कोलंबिया, फिनलैंड, मलेशिया, नीदरलैंड और स्पेन के हैं। 

प्रतिष्ठित अंतर्राष्ट्रीय पुरस्कारों से नवाजे जाते रहे पीएम मोदी

पीएम मोदी के नेतृत्व का लोहा दुनिया ने माना। साल भर में उन्हें कई प्रतिष्ठित अंतरराष्ट्रीय पुरस्कार प्रदान किए गए। पीएम मोदी को संयुक्त राष्ट्र के सर्वोच्च पर्यावरण पुरस्कार ‘‘चैंपियंस ऑफ अर्थ द अवॉर्ड’’ से सम्मानित किया गया तो फिलिस्तीन ने भी उन्हें किसी भी विदेशी को दिया जाने वाले सबसे बड़े ‘The Grand Collar of the state of Palestine’ अवॉर्ड से नवाजा।

Leave a Reply