देश में मोदी लहर कायम है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की लोकप्रियता लगातार बढ़ रही है। अगर देश में आज ही चुनाव हो जाएं तो भी भाजपा की अगुवाई वाली एनडीए फिर से अपना चुनावी इतिहास दोहरा सकती है। वहीं कांग्रेस की अगुवाई वाली यूपीए को फिर हार का सामना करना पड़ेगा। निजी समाचार चैनल आजतक, इंडिया टुडे और कार्वी इंसाइट लिमिटेड की ओर से किए गए सर्वे में यह बात सामने आई है। यह सर्वे देश के 19 राज्यों आंध्र प्रदेश, असम, बिहार, छत्तीसगढ़, दिल्ली, गुजरात, हरियाणा, झारखंड, कर्नाटक, केरल, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, ओडिशा, पंजाब, राजस्थान, तमिलनाडु, तेलंगाना, उत्तर प्रदेश और पश्चिम बंगाल में 12 जुलाई से 23 जुलाई के दौरान किया गया। सर्वे में 97 संसदीय और 194 विधानसभा क्षेत्रों के 12178 लोगों के मत को शामिल किया गया है।
सर्वे का समय | 12 जुलाई – 23 जुलाई |
सर्वे सैंपल | 12178 |
राज्य | 19 |
संसदीय क्षेत्र | 97 |
विधानसभा क्षेत्र | 194 |
सर्वे के अनुसार, यदि अभी चुनाव हुए तो एनडीए को 349, यूपीए को 75 और अन्य को 119 सीटें मिलने का अनुमान हैं। सर्वे में यह तथ्य भी सामने आया है कि एनडीए को कुल मत का 42 फीसदी, यूपीए को 28 और अन्य को 30 फीसदी मत मिलने की संभावना है। साफ है कि मोदी सरकार अपने तीसरे साल में भी अगर 300 से ज्यादा सीटों पर अपनी जीत बनाए रखती है तो इसे एक जबर्दस्त उपलब्धि ही कहा जाएगा।
देश का मिजाज | |
एनडीए | 394 |
यूपीए | 75 |
अन्य | 119 |
इस सर्वे में यह भी सामने आया है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की लोकप्रियता निरंतर बढ़ ही रही है। इसमें प्रधानमंत्री मोदी के कामकाज को 63 फीसदी लोगों ने शानदार माना, जबकि 23 फीसदी लोगों ने ही पीएम मोदी के काम को औसत बताया।
पीएम मोदी का कामकाज | |
शानदार | 63 % |
औसत | 23 % |
खराब | 12 % |
सर्वे में लोगों ने मोदी सरकार की सबसे बड़ी कामयाबी कालेधन के खिलाफ अभियान को माना है। इसके अनुसार 23 प्रतिशत लोगों ने इसे सबसे बड़ी सफलता माना है, जबकि ईमानदारी के मामले में सरकार को 14 प्रतिशत, नोटबंदी को लेकर 14 प्रतिशत, स्वच्छ भारत अभियान को गति देने में 11 प्रतिशत और सर्जिकल स्ट्राइक को 9 प्रतिशत लोगों ने बड़ी उपलब्धि माना है।
इस सर्वे में आगे कहा गया है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इंदिरा गांधी से दोगुने और जवाहर लाल नेहरू से चार गुना बेहतर प्रधानमंत्री सिद्ध हुए हैं।
प्रधानमंत्री की लोकप्रियता | |
नरेंद्र मोदी | 33 % |
इंदिरा गांधी | 17 % |
अटल बिहारी वाजपेयी | 9 % |
जवाहरलाल नेहरू | 8 % |
राजीव गांधी | 8 % |
लालबहादुर शास्त्री | 5 % |
मोरारजी देसाई | 4 % |
मनमोहन सिंह | 4 % |
आजतक के इस सर्वे से यह भी पता चला कि पिछले तीन साल के दौरान देश में अल्पसंख्यकों की स्थिति में सुधार हुआ है। 49 प्रतिशत लोगों ने माना कि बड़े पैमान पर स्थिति सुधरी है जबकि 10 प्रतिशत इससे सहमत नहीं हैं।
तीन साल बाद अल्पसंख्यकों की स्थिति | |
सुधार | 49 % |
खराब | 10 % |
जेटली सबसे अच्छे मंत्री
आजतक के सर्वे के अनुसार वित्त मंत्री अरुण जेटली का प्रदर्शन सबसे अच्छा सिद्ध हुआ है। जेटली के कामकाज को 28 प्रतिशत, राजनाथ सिंह के कामकाज को 26 प्रतिशत, सुषमा स्वराज के प्रदर्शन को 21 प्रतिशत, एम वैंकेया नायडू के प्रदर्शन को 16 प्रतिशत, नितिन गडकरी के कामकाज को 14 प्रतिशत और सुरेश प्रभु की परफॉर्मेंस को 10 प्रतिशत लोगों ने पसंद किया है।
इस सर्वे में 23 प्रतिशत लोगों ने माना कि मोदी सरकार ने कालेधन पर बड़ा हमला किया है।