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खिसियानी बिल्ली खंभा नोचे, दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण से घिरी केजरीवाल सरकार ने निर्माणाधीन बीजेपी कार्यालय पर निकाली भड़ास

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दिल्ली इस समय गैस चैंबर बनी हुई है। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की नाकामी की वजह से दिल्ली और पंजाब की हवा जहर बन चुकी है। राष्ट्रीय राजधानी की हवा सभी मापदंडों में जहरीली है। लोगों को सांस लेने में दिक्कत महसूस हो रही है। साथ ही घरों से निकलना मुश्किल हो गया है। दिल्ली के कई इलाकों में मंगलवार (01 नवंबर, 2022) को एयर क्वॉलिटी इंडेक्स 400 के पार पहुंच गया। बढ़ते वायु प्रदूषण को लेकर जब केजरीवाल सरकार घिरने लगी तो, उसने अपनी भड़ास निकलाने के लिए बीजेपी के निर्माणाधीन कार्यालय पर छापा मारकर निर्माण कार्य को बंद करा दिया और 5 लाख रुपये का जुर्माना लगा दिया।

दिल्ली सरकार के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय औचक निरीक्षण करने डीडीयू मार्ग पर स्थित बीजेपी के निर्माणाधीन दफ्तर पहुंच गए। निरीक्षण करने के बाद वापस लौटे पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने सीएक्यूएम (वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग) को कार्रवाई के आदेश दिए। पर्यावरण मंत्री के आदेश के बाद सीएक्यूएम ने बीजेपी दफ्तर पर चल रहे निर्माण कार्य को बंद करा दिया। साथ ही पांच लाख रुपये का जुर्माना भी लगाया। गोपाल राय ने निर्माण में नियमों का उल्लंघन करने का आरोप लगाया।

बीजेपी नेता और प्रवक्ता गौरव भाटिया ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर सवाल किया कि पिछले साल केजरीवाल पंजाब सरकार को दोषी बता रहे थे और कहा था कि पंजाब में पराली जलाई जा रही है, इस कारण दिल्‍ली में प्रदूषण बढ़ा है, लेकिन इस साल क्‍या हुआ? गौरव भाटिया ने कहा कि इस साल पंजाब में पराली जलाने के मामले में 33 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है। राज्‍य सरकार क्‍या कर रही है। प्रदूषण में 48 प्रतिशत भागेदारी पराली जलाने की हो जाती है। बीते सालों में यह नियंत्रण ‘आप’ के पास नहीं था, लेकिन इस साल क्‍या… ये निठल्‍लेपन का कहर है। 

गौरव भाटिया ने कहा कि ये हमारे देश के नागरिकों के भविष्य का सवाल है। एक लाख बीस हजार मशीन पंजाब सरकार के पास मौजूद थीं। केंद्र सरकार ने पंजाब सरकार को लिखा लेकिन केजरीवाल ने इसका प्रयोग ही नहीं होने दिया। इनकी सरकार शराब के ठेके देने में व्यस्त है। प्रदूषण से लड़ने के लिए पंजाब को सबसे ज्यादा सहायता दी गई। कुछ सहायता हरियाणा को भी मिली। हरियाणा की खट्टर सरकार ने काम करके दिखाया। हरियाणा में पिछले साल 2873 मामले थे, इस साल 33 प्रतिशत कम 1933 थे। पंजाब में पराली जलाने के मामले 7000 से बढ़कर 10000 हो गए। केंद्र के सुझाव को नहीं माना गया।

गौरव भाटिया ने कहा कि पंजाब के सीएम, प्रचार मंत्री हैं, गुजरात और दिल्ली आएंगे, लेकिन जो आप का काम है वो नहीं करेंगे। 1350 करोड़ रुपये केंद्र सरकार ने सहायता पंजाब को दी है प्रदूषण से लड़ने के लिए लेकिन सुना ही नहीं गया। गौरव भाटिया ने कहा कि यदि किसी की जान से खेलते हैं तो उसे क्रिमिनल नेगलेजेंस कहते हैं। केजरीवाल से ज्यादा भ्रष्ट नेता देश में कोई नहीं है।

गौरतलब है कि राजधानी दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण से हालात गंभीर हो गए हैं। दिल्ली के कई इलाकों में मंगलवार को वायु गुणवत्ता सूचकांक एयर क्वॉलिटी इंडेक्स (AQI) 400 के पार रहा। नरेला इलाके में स्थित और खतरनाक हो गई है। यहां एयर क्वॉलिटी इंडेक्स 571 दर्ज किया गया है। दिल्ली को फिलहाल वायु प्रदूषण से राहत मिलने की उम्मीद कम है, क्योंकि एनसीआर में धान की कटाई का काम जोरों पर है। ऐसे में पराली जलान के मामले भी तेजी से सामने आएंगे, जिससे वायु प्रदूषण और बढ़ सकता है। दिल्ली में निर्माण कार्यों की निगरानी के लिए 586 टीमों का गठन किया गया है। इतना ही नहीं 521 वाटर स्प्रिगलिंग मशीनें, 233 एंटी स्मॉग गन, 150 मोबाईल एंटी स्मॉग गन से पानी का छिड़काव किया जा रहा है।

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