कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के बेटे राहुल गांधी ने मछुआरों को संबोधित करते हुए एक बार फिर झूठ परोसने की कोशिश की। इस पर केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने फटकार लगाते हुए कहा कि यह दिमागी दिवालियापन है या फिर सोची समझी साजिश। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने पुडुचेरी के बाद केरल में भी कहा कि किसानों की तरह मछुआरों के लिए भी दिल्ली में अलग से मंत्रालय की जरूरत है। राहुल गांधी ने कोल्लम में मछुआरों से कहा कि जिस तरह किसान जमीन पर खेती करते हैं उसी तरह आप भी समुद्र में खेती करते हैं। किसानों के लिए दिल्ली में एक मंत्रालय है और आपके लिए नहीं… पहली चीज जो मुझे करना है वह ये कि भारत के मछुआरों के लिए एक मंत्रालय हो ताकि वे वह आपके मुद्दों को देखा जा सके।
#WATCH | Just like farmers farm the land, you farm the sea. Farmers have a Ministry in Delhi, you don’t… First thing I’d do is have a Ministry dedicated to fishermen of India so that your issues can be defended & protected: Congress leader Rahul Gandhi in Kerala’s Kollam pic.twitter.com/RYcLCbDiQx
— ANI (@ANI) February 24, 2021
राहुल गांधी के इस बयान पर केन्द्रीय मत्स्य एवं पशुपालन मंत्री गिरिराज सिंह ने फटकार लगाते हुए पूछा कि यह दिमागी दिवालियापन है या फिर सोची समझी साजिश। उन्होंने ट्वीट कर कहा कि संसद में खुद फ़िशरी मंत्रालय से सवाल पूछते हैं? जब जवाब में भ्रम फैलाने वाला अफ़ीम नहीं मिलता है तब देश में घूम घूम कर भ्रम फैलाते हैं। यह दिमाग़ी दिवालियापन है या सोची समझी साज़िश? यह लोगों को सोचना है।
संसद में खुद फ़िशरी मंत्रालय से सवाल पूछते हैं ? जब जवाब में भ्रम फैलाने वाला अफ़ीम नहीं मिलता है तब देश में घूम घूम कर भ्रम फैलाते हैं।
यह दिमाग़ी दिवालियापन है या सोची समझी साज़िश?
यह लोगों को सोचना है। pic.twitter.com/vXQgXAtH3d— Shandilya Giriraj Singh (@girirajsinghbjp) February 24, 2021
असल में राहुल गांधी ने इससे पहले भी 17 फरवरी को यह बयान दिया था। राहुल गांधी ने पुडुचेरी में मछुआरों से मुलाकात के दौरान कहा कि केंद्र सरकार ने उन किसानों के खिलाफ तीन कृषि कानून पारित कर दिए, जो इस देश की रीढ़ हैं। लेकिन आपको ये लग रहा होगा कि आप लोग सोच रहे होंगे कि मछुआरों की बैठक में मैं किसानों की बात क्यों कर रहा हूं। असल में मैं आप लोगों को समुद्र का किसान मानता हूं। अगर किसानों के लिए दिल्ली में अलग से मंत्रालय हो सकता है तो फिर समुद्र के किसानों के लिए क्यों नहीं?
Govt passed 3 Bills against farmers, the backbone of a nation. You must be wondering why am I talking about farmers at meeting of fishermen. I consider you as farmers of sea. If farmers of land can have ministry in Delhi, why is that farmers of sea don’t have the same: R Gandhi https://t.co/S8mPZUgsCF pic.twitter.com/yWWfhOjTS1
— ANI (@ANI) February 17, 2021
सवाल यह भी है कि संसद में मत्स्य मंत्रालय से सवाल पूछने वाले कांग्रेस सांसद राहुल गांधी आखिर ये झूठ क्यों फैला रहे हैं। क्या उन्हें यह पता नहीं था कि मत्स्य पालन संबंधी मंत्रालय पहले ही बन चुका है। मोदी सरकार ने 2019 में पशुपालन, डेयरी और मत्स्यपालन मंत्रालय बनाया था और गिरिराज सिंह इसके मंत्री हैं। इसी अज्ञानता के कारण राहुल गांधी को गिरिराज सिंह ने उस समय भी एक के बाद एक तीन ट्वीट कर क्लास लगा दी थी।
राहुल जी ! आपको इतना तो पता ही होना चाहिए कि 31 मई,2019 को ही मोदी जी ने नया मंत्रालय बना दिया।
और 20050 Cr रुपए की महायोजना (PMMSY) शुरू की जो आज़ादी से लेकर 2014 के केन्द्र सरकार के खर्च (3682 cr) से कई गुना ज़्यादा है। https://t.co/eV39avbeDt— Shandilya Giriraj Singh (@girirajsinghbjp) February 17, 2021
गिरिराज सिंह ने राहुल से यह भी कहा कि राहुल जी! मेरा आपसे अनुरोध है कि आप नए मत्स्यपालन मंत्रालय में आएं या मुझे जहां बुलाएं, मैं आ जाता हूं। मैं आपको नए फ़िशरी मंत्रालय के द्वारा पूरे देश तथा पुदुच्चेरी में चलाए जा रहे योजनाओं के बारे में बताता हूं।
राहुल जी!
मेरा आपसे अनुरोध है कि आप नए मत्स्यपालन मंत्रालय में आएँ या मुझे जहाँ बुलाएँ,मैं आ जाता हूँ। मैं आपको नए फ़िशरी मंत्रालय के द्वारा पूरे देश तथा पुदुच्चेरी में चलाए जा रहे योजनाओं के बारे में बताता हूँ। https://t.co/eV39avbeDt— Shandilya Giriraj Singh (@girirajsinghbjp) February 17, 2021
एक अन्य ट्वीट में उन्होंने इतालवी में राहुल पर जोरदार तंज कसा और कहा कि इटली में मत्स्य पालन का कोई अलग मंत्रालय नहीं है। यह कृषि और वानिकी मंत्रालय के अंतर्गत आता है।
Caro Raul (@RahulGandhi),
Non esiste un Ministero della pesca separato in Italia. Viene sotto Ministero delle Politiche Agricole e Forestali. https://t.co/Lv9x3r8ozK
— Shandilya Giriraj Singh (@girirajsinghbjp) February 17, 2021