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PM Modi के ड्रीम प्रोजेक्ट्स : बुलेट ट्रेन और एक्सप्रेस-वे के अरबों रुपये की लागत के चार मेगा प्रोजेक्ट राजस्थान का भाग्य बदल देंगे, आर्थिक समृद्धि और रोजगार को लगेंगे पंख

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प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के सर्वांगीण और समावेशी विकास की दिव्य दृष्टि और सबका साथ-सबका विकास के मूल मंत्र का फायदा राजस्थान को होने जा रहा है। भले ही केंद्र में बीजेपी और राजस्थान में कांग्रेस की सरकार हो, लेकिन प्रधानमंत्री मोदी हमेशा देश-हित को दलगत राजनीति से ऊपर रखते हैं। उनकी विजनरी सोच के यह कई बार साबित भी हुआ है। हाल ही में पद्म पुरस्कारों में भी उनका यही विजन देखने को मिला। राजस्थान को भी प्रधानमंत्री मोदी के महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट का भरपूर लाभ मिलने जा रहा है। बुलेट ट्रेन और एक्सप्रेस-वे के अरबों रुपये की लागत के चार मेगा प्रोजेक्ट आने वाले समय में राजस्थान का भाग्य बदल देंगे। पिछड़े राज्यों में शुमार राजस्थान केंद्र के इन प्रोजेक्ट्स की मदद के बुलेट ट्रेन की स्पीड से आर्थिक प्रगति के पथ पर तेजी से दौड़ेगा।आर्थिक समृद्धि के साथ-साथ युवाओं के लिए रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे
केंद्र के इन बड़े प्रोजेक्ट का यूं तो फायदा पूरे प्रदेश को होगा, लेकिन राजस्थान के 18 जिलों को जयपुर, अलवर, भरतपुर, दौसा, सवाईमाधोपुर, टोंक, बूंदी, कोटा, अजमेर, भीलवाड़ा, चित्तौड़गढ़ उदयपुर, डूंगरपुर, गंगानगर, बीकानेर, नागौर, जोधपुर, बाड़मेर को इनका सीधा फायदा मिलेगा। इतना ही नहीं दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस-वे और अमृतसर जामनगर एक्सप्रेस-वे को जोड़ा भी जाएगा। इन मेगा प्रोजेक्ट्स के शुरू होने से राजधानियों और प्रमुख शहरों के बीच दूरियां तो कम होंगी ही, इनसे आर्थिक समृद्धि के साथ-साथ राजस्थान के युवाओं के लिए रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे।

 

राजस्थान से कई राज्य, देश की तीन रिफाइनरी और तीन पोर्ट जुड़ेंगे
केंद्र सरकार के चार बड़े प्रोजेक्ट आने वाले समय में पूरे प्रदेश की तस्वीर बदलने वाले साबित होंगे। ये चार मेगा प्रोजेक्ट हैं- दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस-वे, अमृतसर जामनगर एक्सप्रेस-वे, दिल्ली-अहमदाबाद बुलेट ट्रेन, और दिल्ली-अलवर रेल कॉरिडोर। दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस-वे और अमृतसर जामनगर एक्सप्रेस-वे पर तो तेजी से काम जारी है। दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस-वे की बात करें तो दिल्ली-दौसा फेज का काम जून 2022 तक पूरा भी होने वाला है। इन प्रोजेक्ट के चलते देश के कई राज्य, देश की 3 बड़ी रिफाइनरी और 3 पोर्ट भी जुड़ेंगे।

दिल्ली-अहमदबाद बुलेट ट्रेन : 657 किलोमीटर राजस्थान से गुजरेगा
दिल्ली-अहमदबाद बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट का सर्वाधिक फायदा राजस्थान को होगा। केंद्र का यह प्रोजेक्ट राजस्थान के लिये काफी अहम है। इसकी बड़ी वजह है 875 किलोमीटर लंबे इस ट्रैक का दो तिहाई हिस्सा यानी 657 किलोमीटर राजस्थान से गुजरेगा। 5 नदियों के ऊपर निकलने वाले इस ट्रैक पर राजस्थान में कुल 9 स्टेशन बनाये जायेंगे। ये 9 स्टेशन राजस्थान के अलवर, जयपुर, अजमेर, भीलवाड़ा, चित्तौड़गढ़ समेत उदयपुर और डूंगरपुर जिले में बनाये जायेंगे। राजस्थान में अब जल्द ही बुलेट ट्रेन की शुरुआत होने वाली है। दिल्ली से अहमदाबाद तक चलने वाली इस ट्रेन की रफ्तार 350 किलोमीटर प्रति घंटा होगी। प्रोजेक्ट को शुरू करने की कवायद तेज हो गई है। सर्वे रिपोर्ट के आधार पर जल्द ही डीपीआर तैयार की जाएगी।दिल्ली- मुंबई एक्सप्रेस-वे : राजस्थान के सात जिलों की 18 तहसीलों से गुजरेगा
दिल्ली- मुंबई एक्सप्रेस-वे 1350 किलोमीटर लंबे इस एक्सप्रेस-वे के 350 किलोमीटर का निर्माण पूरा हो चुका है। इसका काम जनवरी 2023 तक पूरा होना है। दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस-वे राजस्थान के सात जिलों की 18 तहसीलों के 265 गांवों की सीमा से होकर गुजरेगा। अलवर, भरतपुर, दौसा, सवाईमाधोपुर, टोंक, बूंदी और कोटा जिले से होकर गुजरेगा। दिल्ली- मुंबई एक्सप्रेस-वे बनने के बाद महज दो घंटे में दिल्ली से जयपुर पहुंच सकेंगे।

अमृतसर-जामनगर एक्सप्रेस-वे : सबसे बड़ा हिस्सा 636 किमी राजस्थान से गुजरेगा
दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस के अलावा, एक और एक्सप्रेसवे पर राजस्थान में तेजी से काम जारी है, वह है अमृतसर-जामनगर एक्सप्रेस-वे। यह एक्सप्रेसवे गंगानगर, बीकानेर, नागौर, जोधपुर, बाड़मेर जिलों से गुजर रहा है। 1224 किमी लंबे इस इकोनोमिक कॉरिडोर का सबसे बड़ा हिस्सा 636 किमी राजस्थान से गुजर रहा है। यह एक्सप्रेस-वे अमृतसर-जामनगर एक्सप्रेस-वे पंजाब, हरियाणा, गुजरात को कनेक्ट करेगा। इतना ही नहीं जम्मू कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, लद्दाख से निर्यात में फायदा भी मिलेगा। यह देश का दूसरा सिक्स लेन एक्सप्रेस-वे है, जिस पर इंटरचेंज या वे साइट के पास हेलिपैड बनाए जाने हैं। यह एक्सप्रेस-वे देश के 7 राज्य, 3 बड़ी रिफाइनरी और 3 पोर्ट को जोड़ेगा।एक्सप्रेस-वे और इकॉनोमिक कॉरिडोर को आपस में जोड़ने की भी योजना
केंद्र की नेशनल हाईवे अथारिटी ऑफ इंडिया ने दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस-वे और जामनगर-अमृतसर इकॉनोमिक कॉरिडोर को आपस में जोड़ने की भी योजना बनाई है। इस योजना से बाड़मेर से दौसा तक कई जिलों के लाखों लोगों को प्रोजेक्ट्स का फायदा होगा। एक नया हाईवे बनाया जाएगा जो बाड़मेर, जोधपुर, पाली, अजमेर, टोंक, दौसा व जयपुर से होकर गुजरेगा। इतना ही नहीं, इस हाईवे के बन जाने पर जयपुर से जोधपुर के बीच का सफर साढ़े चार घंटे में ही तय हो सकेगा।

दिल्ली-अलवर रैपिड रेल कॉरिडोर : महज 70 मिनट में दिल्ली-अलवर का सफर
दिल्ली-अलवर के बीच भी रैपिड रेल कॉरिडोर के लिए 165 किलोमीटर लंबे ट्रैक पर कुल 16 स्टेशन बनेंगे। 83 किमी हिस्सा हरियाणा, 22 किमी दिल्ली में और 2 किमी ट्रैक का निर्माण राजस्थान में किया जाएगा। रेल कॉरिडोर का 70.5 किमी हिस्सा एलिवेटेड होगा जबकि 36 किमी हिस्सा अंडरग्राउंड होगा। इस प्रोजेक्ट के बन जाने पर दिल्ली-अलवर का सफर महज 70 मिनट में पूरा हो सकेगा। हालांकि केंद्र सरकार की ओर से अंतिम मंजूरी का अभी भी इंतजार है।

 

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