गुरु पर्व से ठीक पहले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और उनकी सरकार ने सिख समुदाय को बड़ा तोहफा दिया है। गृहमंत्री अमित शाह ने मंगलवार को कोरोना महामारी के कारण मार्च 2020 से बंद करतारपुर साहिब कॉरिडोर को बुधवार (17 नवंबर, 2021) से फिर से खोलने की घोषणा की। यह फैसला श्री गुरु नानक देव जी और सिख समुदाय के प्रति मोदी सरकार की अपार श्रद्धा को दर्शाता है। इससे बड़ी संख्या में सिख श्रद्धालुओं को फायदा होगा। इस फैसले से जहां सिख श्रद्धालु काफी खुश है, वहीं पंजाब के मुख्यमंत्री चन्नी के अलावा प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू, पूर्व मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह, बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव तरुण चुग और अकाली दल प्रमुख सुखबीर सिंह बादल ने मोदी सरकार के इस फैसले की सराहना और स्वागत किया।
अब सिख श्रद्धालु पूरे कोरोना नियमों का पालन करते हुए शुक्रवार (19 नवंबर, 2021) को गुरुद्वारा दरबार साहिब के दर्शन के लिए जा सकेंगे। पहले जत्थे में 250 श्रद्धालु जाएंगे और सभी यात्रियों के लिए टीकाकरण और निगेटिव आरटी पीसीआर रिपोर्ट जरूरी है। गौरतलब है यह कॉरिडोर सिख धर्म के संस्थापक गुरु नानक देव जी के अंतिम विश्राम स्थल गुरुद्वारा दरबार साहिब को पंजाब के गुरदासपुर जिले में स्थित डेरा बाबा नानक गुरुद्वारा से जोड़ता है। गुरुद्वारा दरबार साहिब भारतीय सीमा से महज चार किलोमीटर दूर पाकिस्तान में स्थित है। यह सिखों के लिए सबसे पवित्र तीर्थ स्थान है। कहा जाता है कि गुरुनानक देव जी अपने जीवन के 17 साल यहां गुजारे थे और यहीं पर अंतिम सांस ली थी।
करतारपुर कॉरिडोर और मोदी सरकार की पहल
- 2019 में पीएम मोदी ने करतारपुर कॉरिडोर का उद्घाटन किया।
- कॉरिडोर के शुरू होने से सिखों की सालों पुरानी मुराद पूरी हुई।
- कॉरिडोर के निर्माण के लिए पाकिस्तान के साथ समझौता किया।
- करतारपुर साहिब कॉरिडोर के निर्माण व विकास को मंजूरी दी।
- डेरा बाबा नानक को अमृतसर-गुरदासपुर राजमार्ग से जोड़ा गया।
- 15 एकड़ जमीन पर शानदार यात्री टर्मिनल भवन बनाया गया।
- प्रतिदिन 5000 श्रद्धालुओं के लिए 50 आव्रजन काउंटर बनाया।
सिख समुदाय के लिए मोदी सरकार के ऐतिहासिक कार्य
- आजादी के बाद पहली बार लंगर को टैक्स मुक्त किया।
- 1984 दंगा पीड़ितों के इंसाफ के लिए एसआईटी बनाई।
- 1984 के बाद बनी सिखों की काली सूचि को खत्म किया।
- स्वर्ण मंदिर को विदेशों से दान लेने पर प्रतिबंध को हटाया।
- 5 बड़े शहरों के नवीनीकरण की सूचि में अमृतसर को जोड़ा।
- गुरुनानक देव का 550वां प्रकाश पर्व पूरे विश्व में मनाया।
- गुरु गोविंद सिंह के 350वें प्रकाश पर्व पर सिक्का जारी किया।
- सुल्तानपुर लोधी का भव्य धार्मिक स्वरूप विकसित किया।
- अमृतसर में गुरु नानक जी के नाम पर यूनिवर्सिटी को मंजूरी।
- 5 तीर्थों के दर्शन के लिए पंज तख्त एक्सप्रेस ट्रेन शुरू किया।