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जम्मू-कश्मीर में रियासी हमले का मास्टरमाइंड पाकिस्तान में ढेर, अज्ञात लोगों ने मौत के घाट उतारा

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जम्मू-कश्मीर के रियासी में बीते 9 जून को श्रद्धालुओं से भरी बस पर आतंकवादियों ने हमला कर दिया था। इस हमले में 9 श्रद्धालुओं की मौत हो गई थी और 33 लोग गंभीर रूप से घायल हो गए थे। आतंकवादियों ने सबसे पहले बस पर हमला किया, जिसके बाद बस खाई में जाकर गिर गई थी। अब इस मामले में पाकिस्तानी मीडिया में खबर आई है कि जम्मू-कश्मीर के रियासी में हुए हमले में शामिल जिम्मेदार आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा की शाखा द रेजिस्टेंस फ्रंट (TRF) के सरगना को पाकिस्तान के किसी अज्ञात जगह पर मौत के घाट उतार दिया गया है। मोदी सरकार की आतंकवाद को लेकर जीरो टॉलरेंस की नीति है, इसका असर पाकिस्तान में भी देखने को मिल रहा है। पाकिस्तान में भारत के दुश्मन अज्ञात लोगों द्वारा एक-एक कर मारे जा रहे हैं।

रियासी हमले का मास्टरमाइंड पाकिस्तान में मारा गया
पाकिस्तानी यूट्यूबर शोएब चौधरी ने दावा किया है कि जम्मू-कश्मीर के रियासी में हुए हमले में शामिल जिम्मेदार आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा की शाखा द रेजिस्टेंस फ्रंट (TRF) के सरगना को पाकिस्तान के किसी अज्ञात जगह पर मौत के घाट उतार दिया गया है। दरअसल कश्मीर की शांति पाकिस्तान को रास नहीं आ रही है. वह अपने गुर्गों को किसी न किसी रूप में यहां भेज रहा है। ऐसा ही एक संगठन है द रेजिस्टेंस फ्रंट। 2023 की शुरुआत में केंद्र सरकार ने UAPA के तहत द रेजिस्टेंस फ्रंट को प्रतिबंधित आतंकवादी संगठन घोषित किया था। जम्मू-कश्मीर से आर्टिकल 370 को निरस्त किए जाने और जम्मू-कश्मीर का विशेष दर्जा रद्द करने के बाद TRF की शुरुआत लश्‍कर की ऑनलाइन यूनिट के रूप में हुई थी।

ये नया भारत है, एक-एक कर मरते जा रहे आतंकवादी
पीएम मोदी के नेतृत्व में जिस तरह भारत का कद बढ़ता जा रहा है, वह विदेशी ताकतों को पसंद नहीं आ रहा है। इसीलिए वे तरह-तरह के प्रपंच कर भारत को बदनाम करने, उसकी विकास की रफ्तार को रोकने के षडयंत्र में जुटे हैं। लेकिन यह नया भारत है, ​​भारत के दुश्मन जहां कहीं भी हो उनका खत्म होना निश्चित है, चाहे वे कहीं भी छिपे हों। 2014 से पहले की सरकारें आतंकवादी हमला होने पर संयुक्त राष्ट्र और अमेरिका जैसे देशों से निहोरा करती थीं कि वे इसकी निंदा करें और भारत को इन आतंकवादी हमलों से बचाएं। आज पीएम मोदी के नेतृत्व में भारत इस कदर सशक्त, सबल और सक्षम हुआ है कि अब वह दुश्मनों को मुंहतोड़ जवाब देता है। यही वजह है कि अब भारत नहीं, पाकिस्तान खुद को आतंकवाद से पीड़ित बता रहा है।

पाकिस्तान में 2023 में 27 आतंकवादी मारे गए
वर्ष 2023 में भारत के दुश्मन 27 आतंकवादी विदेशों में मारे जा चुके हैं। वहीं 2022 में पांच भारत विरोधी आतंकवादी मारे गए थे। पिछले एक-दो वर्षों में विदेशी धरती पर भारत विरोधी हरदीप सिंह निज्जर, अवतार सिंह खांडा, परमजीत पंजवार, रिपुदमन सिंह मलिक, हरविंदर रिंडा, सुखदूल सिंह, हैप्पी संघेड़ा के साथ ही अबू कासिम, जहूर मिस्त्री, अब्दुल सलाम भुट्टावी, सैयद नूर, एजाज अहमद, खालिद रजा, बशीर अहमद, शाहिद लतीफ, मुफ्ती कैसर फारूक, जियाउर रहमान, मलिक दाऊद, सुक्खा दुनिके, ख्वाजा शाहिद, मौलाना तारिक रहीम उल्‍लाह तारिक, साजिद मीर, अदनान अहमद उर्फ हंजला अदनान, मौलाना शेर बहादुर, अब्दुल्ला शाहीन और खालिस्तानी आतंकवादी लखबीर सिंह रोडे जैसे आतंकियों की रहस्यमय तरीके से मौत हो गई।

पिछले कुछ समय में भारत विरोधी कई आतंकवादी विदेशी धरती पर मारे गए हैं। उन पर एक नजर-

23 दिसंबर 2023
लश्कर-ए-तैयबा के आतंकी ‘जिहादी गुरु’ अब्दुल्ला शाहीन की पाकिस्तान में हत्या
पंजाब प्रांत के शहर कसूर में अब्दुल्ला शाहीन को एक वाहन ने टक्कर मार दी थी। घटना अचानक घटी, जिससे उसकी घटनास्थल पर ही तत्काल मौत हो गई। टक्कर मारने वाले वाहन सवारों की पहचान नहीं हो पाई है। अब्दुल्ला शाहीन ने लश्कर-ए-तैयबा में अपनी प्रभावशाली भूमिका के कारण ‘जिहादी गुरु’ का नाम हासिल किया था। नए लोगों को भर्ती करने के नाते, वह व्यक्तियों को कट्टरपंथी बनाने और उन्हें आतंकवादी संगठन में शामिल करने के लिए जिम्मेदार था। उसने लश्कर में अनगिनत नये आतंकियों की भर्ती की थी। उसकी मृत्यु उन लोगों के लिए एक युग के अंत का प्रतीक है जो उसकी कट्टर विचारधाराओं का पालन करते थे। शाहीन की भूमिका की वजह से बाद में उसे लश्कर-ए-तैयबा का एक प्रमुख ऑपरेटर बना दिया गया था। वो मजहब के नाम पर नये लोगों को समूह में शामिल करने में माहिर हो गया था और जिहाद के नाम पर लोगों मरने-मिटने के लिए ब्रेनवाश करने में माहिर हो गया था।

16 दिसंबर 2023
लश्कर आतंकवादी हबीबुल्लाह उर्फ खान बाबा की गोली मारकर हत्या
लश्कर-ए-तैयबा के आतंकवादी हबीबुल्लाह उर्फ भोला खान उर्फ खान बाबा का पाकिस्तान में एक अज्ञात गनमैन ने कत्ल कर दिया। लश्कर आतंकी हबीबुल्लाह की गोली मारकर किसने हत्या की है, इसका पता नहीं चल पाया है। आतंकवादी हबीबुल्लाह लश्कर चीफ हाफिज सईद का काफी करीबी था और उसकी हत्या सईद के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है। आतंकी हबीबुल्लाह उरी अटैक में शामिल था। आतंकी हबीबुल्लाह को पख्तूनख्वा प्रांत में एक गनमैन ने टारगेट करके गोली मारकर हत्या कर दी। हबीबुल्लाह को लेकर कहा जाता है कि वह पाकिस्तान में आवाम को आतंकी बनने के लिए मोटिवेट करता था और वह लश्कर में भर्ती कराने वाला शख्स था। वह युवाओं को भर्ती करने और प्रशिक्षण देने और उन्हें भारत में आतंकवादी हमलों को अंजाम देने के लिए सीमा पार भेजने के लिए जिम्मेदार था।

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