Home समाचार जम्मू-कश्मीर में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव ने महात्मा गांधी का सपना साकार किया

जम्मू-कश्मीर में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव ने महात्मा गांधी का सपना साकार किया

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प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शनिवार को आयुष्मान भारत योजना के तहत जम्मू-कश्मीर के लिए प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना, सेहत की शुरुआत की। इस योजना को पीएम-जय सेहत के नाम से भी जाना जाता है। इस योजना में जम्मू एवं कश्मीर के सभी निवासियों को शामिल किया जाएगा तथा सभी लोगों को मुफ्त बीमा कवर प्रदान किया जाएगा। योजना की शुरुआत करने के बाद पीएम मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि आज का दिन जम्मू-कश्मीर के लिए बहुत ऐतिहासिक है। उन्होंने कहा, ‘‘आज से जम्मू-कश्मीर के सभी लोगों को आयुष्मान योजना का लाभ मिलने जा रहा है। सेहत स्कीम, अपने आप में ये एक बहुत बड़ा कदम है।” इस अवसर पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और जम्मू-कश्मीर के उप-राज्यपाल मनोज सिन्हा ने भी समारोह को संबोधित किया।

पीएम मोदी ने कहा कि जम्मू-कश्मीर के लोगों ने District Development Council के चुनावों में लोकतंत्र की जड़ों को और मजबूत करने का काम किया है। यह नए दशक में, नए युग के नए नेतृत्व का आरंभ है। हमने जम्मू-कश्मीर में जमीनी स्तर पर लोकतांत्रिक संस्थाओं को मजबूत करने के लिए दिन-रात प्रयास किया है। आज अवसर मिला है, आपके बीच आने का तो मैं कहना चाहूंगा, मैं जम्मू-कश्मीर के लोगों को लोकतंत्र को मजबूत करने के लिए भी मैं अनेक-अनेक-अनेक बधाइयां देता हूं। District Development Council के चुनाव ने एक नया अध्याय लिखा है। मैं इन चुनावों के हर Phase में देख रहा था कि कैसे इतनी सर्दी के बावजूद, कोरोना के बावजूद, नौजवान, बुजुर्ग, महिलाएं बूथ पर पहुंचे, घंटों तक कतार में खड़े रहे। जम्मू कश्मीर के हर वोटर के चेहरे पर मुझे विकास के लिए, डेवलपमेंट के लिए एक उम्मीद नजर आई, उमंग नजर आई। जम्मू कश्मीर के हर वोटर की आंखों में मैंने अतीत को पीछे छोड़ते हुए, बेहतर भविष्य का विश्वास देखा। इन चुनावों में जम्मू-कश्मीर के लोगों ने लोकतंत्र की जड़ों को और मजबूत करने का काम किया है।

पीएम मोदी ने कहा कि मैं यह भी कहना चाहूंगा कि जम्मू-कश्मीर का प्रशासन, सुरक्षा बल जिस तरह से उन्होंने इस चुनाव का संचालन किया और सभी दलों की तरफ से ये चुनाव बहुत ही ट्रांसपेरेंट हुए, नेकनीयत से हुए, ये जब मैं सुनता हूं तो मुझे इतना गर्व हो रहा है कि जम्मू-कश्मीर की तरफ से सुनता हूं कि चुनाव निष्पक्ष हुए तो लोकतंत्र की ताकत का विश्वास और मजबूत हो जाता है। मैं प्रशासन को भी, सुरक्षा बलों को भी ढेर सारी बधाइयां देता हूं। आपने छोटा काम नहीं किया है, बहुत बड़ा काम किया है। आज अगर मैं रूबरू में होता है, सब प्रशासन के लोगों को जितनी तारीफ करता, शायद मेरे शब्द कम पड़ जाते। इतना बड़ा काम आपने किया है। आपने देश में एक नया विश्वास पैदा किया है।  और उसका सीधा क्रेडिट मनोज जी और उनके सरकार के,  प्रशासन के सब लोगों को जाता है। जम्मू-कश्मीर में यह त्रिस्तरीय पंचायत व्यवस्था एक प्रकार से महात्मा गांधी का सपना, एक प्रकार से इस चुनाव में गांधी के ग्राम पंचायत का सपना जीता है। और देश में  जो पंचायती राज व्यवस्था है, उसने आज जम्मू कश्मीर की धरती पर पूर्णता को प्राप्त किया है।

पीएम मोदी ने कहा कि ये नए दशक में, नए युग के नए नेतृत्व का आरंभ है। बीते वर्षों में हमने जम्मू-कश्मीर में Grassroot Democracy को, जमीनी स्तर पर लोकतांत्रिक संस्थाओं को मजबूत करने के लिए दिन रात प्रयास किया है। और जम्मू कश्मीर के भाइयों-बहनों को पता होगा, एक समय हमलोग जम्मू कश्मीर सरकार का हिस्सा थे, हमारे उपमुख्यमंत्री थे, हमारे मंत्री थे। लेकिन हमने उस सत्ता सुख को छोड़ दिया था, हम सरकार से बाहर आ गए थे, किस मुद्दे पर आए थे आपको मालूम है न। हमारा मुद्दा यही था. पंचायतों के चुनाव कराओ, जम्मू कश्मीर के गांव गांव के नागरिकों को उनका हक दो, उनको फैसला करने का हक दो। इस मुद्दे पर हम सरकार छोड़ आपके साथ रास्ते पर आ खड़े हो गए थे। ब्लॉक स्तर पर, पंचायत स्तर पर या फिर जिला स्तर पर। आपने जिन लोगों को चुना है उनमें से ज्यादातर आपके बीच ही रहते हैं, वो आपके बीच से ही निकलकर चुनाव जीते हैं। उन्होंने भी वही परेशानियां उठाई हैं जो आपने उठाई हैं। उनके सुख-दुख, उनके सपने, उनकी उम्मीदें भी आपके सुख-दुख, आपके सपनों और उम्मीदों से मेल खाते हैं। ये वो लोग हैं जो अपने नाम के बल पर नहीं बल्कि अपने काम के बल पर आपका प्रतिनिधित्व करने के लिए आगे आए हैं। आज आपने जिन युवाओं को चुना है वो आपके साथ काम करेंगे, आपके लिए काम करेंगे। और जो लोग चुन कर आए हैं, मैं उनका भी बहुत अभिनंदन करता हूं। और जो इस बार विजयी नहीं हो पाए हैं, उनको मैं कहूंगा आप निराश मत होना। जनता की सेवा करते रहना। आज नहीं तो कल आपके नसीब में भी विजय आ सकता है। लोकतंत्र में यही होता है। जिसको मौका मिल वो सेवा करे, जिसको मौका न मिले वह सेवा के फल में कोई रह जाता है, तो उसके लिए लगातार सक्रिय रहे। आने वाले समय में आपके लिए देश की सेवा की बड़ी भूमिका तैयार है.  इन चुनावों ने यह भी दिखाया है कि हमारे देश में लोकतंत्र कितना मजबूत है। लेकिन मैं आज देश के सामने एक और पीड़ा भी व्यक्त करना चाहता हूं कि जम्मू कश्मीर ने यूटी बनने के एक साल के भीतर भीतर त्रिस्तरीय पंचायत व्यवस्था का चुनाव करवा दिए , शांतिपूर्ण ढंग से करवा दिए और लोगों को उनका हक दे दिया। अब यही चुने हुए लोग जम्मू कश्मीर के लोगों , जम्मू कश्मीर के गांवों का, अपने जिले का भविष्य तय करेंगे। लेकिन दिल्ली में कुछ लोग सुबह-शाम , आए दिन मोदी को रोकते रहते हैं, टोकते रहते हैं, अपशब्दों का प्रयोग करते हैं। और आए दिन मुझे लोकतंत्र सिखाने के लिए मुझे रोज नए नए पाठ बताते रहते हैं। उनलोगों को मैं जरा आज आईना दिखाना चाहता हूं। जम्मू कश्मीर देखिए, यूटी बनने के इतने कम समय में उन्होंने त्रिस्तरीय पंचायती राज व्यवस्था को स्वीकार करके काम आगे बढ़ाया। लेकिन दूसरी ओर विडंबना देखिए, पुडुचेरी में सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बावजूद पंचायत और म्यूनिसिपल इलेक्शन नहीं हो रहे हैं।

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