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PM मोदी की अभूतपूर्व सक्रियता के कारण कोरोना को परास्त करने की दिशा में अग्रसर है भारत

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पूरा विश्व कोरोना संकट से जूझ रहा है। इस महामारी से पूरे विश्व में अब तक 2 लाख 72 हजार से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 39 लाख से ज्यादा लोग संक्रमित हैं। अमेरिका में कोरोना से मरने वालों की तादाद 76 हजार से ज्यादा हो गई है। ऐसे में 135 करोड़ की आबादी वाले भारत में इस बीमारी का बहुत ज्यादा असर नहीं है और भारत सरकार पूरी तत्परता से कोरोना महामारी को परास्त करने की दिशा में आगे बढ़ रहा है। केंद्र और राज्य सरकारों के प्रयासों से भारत में कोरोना महामारी को नियंत्रित करने में भारत अभी तक सफल रहा है और पूरे विश्व में इसकी प्रशंसा हो रही है।

भारत अपनी पूरी शक्ति और देशवासियों के सहयोग से कोरोना के खिलाफ लड़ाई लड़ रहा है और जीत की ओर अग्रसर है। देश के 216 जिले पूरी तरह कोरोना मुक्त हैं और पिछले 7 दिनों में 46 जिलों से कोरोना का कोई नया मामला नहीं सामने नहीं आया है। आइए, 8 मई 2020 तक के आंकड़े के आधाऱ पर भारत में कोरोना की स्थिति पर एक नजर डालते हैं। 

-कुल टेस्ट- 14.37 लाख से अधिक
-अब तक कोई केस नहीं- 216 जिले
-28 दिन से कई नया केस नहीं- 42 जिले
-21 दिन से कोई नया केस नहीं- 29 जिले
-14 दिन से कोई नया केस नहीं- 36 जिले
-7 दिन से कोई नया केस नहीं-46 जिले

देश में अब  कुल सक्रिय कोरोना केस की संख्या 37, 916 है जबकि कुल 16, 540 मरीज ठीक हो चुके हैं। मोदी सरकार के प्रयासों के कारण वर्तमान में कोरोना मरीजों की दोहरीकरण दर लगभग 10 दिन है, जिसे काफी संतोषजनक माना जा रहा है।  

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अत्यधिक सक्रियता के कारण भारत कोरोना को परास्त करने की ओर तेजी से अग्रसर है। आइए एक नजर डालते हैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा अब तक किेए गए प्रयासों पर देश की जनता और विश्व की संस्थाएं किस नजर से देखती है। 

पीएम मोदी हैं तो कोई चिंता नहीं

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र सरकार काफी तत्परता के साथ कोरोना संकट से निपट रही है। मोदी सरकार कोरोना वायरस महामारी की इस घड़ी में काफी बेहतर ढंग से काम कर रही है। आईएएनएस-सीवोटर के कोविड-19 ट्रैकर सर्वे के मुताबिक, प्रधानमंत्री मोदी ने 25 मार्च को जब लॉकडाउन का ऐलान किया था, तब देश के 76.8 प्रतिशत लोगों को मोदी सरकार पर भरोसा था। लेकिन 21 अप्रैल को ये भरोसा बढ़कर 93.5 प्रतिशत पर पहुंच गया। सर्वे के दौरान लोगों ने कहा कि उन्हें लगता है कि मोदी सरकार कोरोना वायरस संकट से अच्छी तरह से निपट रही है। देश के करीब सभी लोगों का कहना था कि प्रधानमंत्री मोदी के रहते उन्हें कोई चिंता करने की जरूरत नहीं है। उन्हें पीएम मोदी पर पूरा भरोसा है।

कोरोना से जंग में कोई नहीं पीएम मोदी जैसा महायोद्धा

प्रधानमंत्री मोदी ने जिस प्रकार से वैश्विक कोरोना संकट के दौरान भारत की 135 करोड़ जनता की रक्षा के लिए कदम उठाए हैं, जिस प्रकार पूरी दुनिया के प्रति मदद के हाथ बढ़ाए हैं, उसने उन्हें दुनिया का सबसे लोकप्रिय और शीर्ष नेता बना दिया है। अमेरिकी रिसर्च एजेंसी मॉर्निग कंसल्ट द्वारा जनवरी से 14 अप्रैल के बीच कराए गए तमाम सर्वे में सामने आया है कि भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 68 अंकों के साथ वर्ल्ड लीडर्स को पछाड़ते हुए पहले पायदान पर पहुंच गए हैं। एजेंसी के मुताबिक जनवरी में प्रधानमंत्री मोदी की रेटिंग 62 थी, जो कोरोना काल में उनके फैसलों और सक्रियता की वजह से चार अंक बढ़कर 68 हो गई है।

कोरोना संकटकाल में पीएम मोदी की सक्रियता अभूतपूर्व

पीएम मोदी की रेटिंग में सुधार की वजह कोरोना वायरस से निपटने को लेकर उनकी तैयारी है। उन्होंने 25 मार्च को देश में लॉकडाउन की घोषणा की थी जिसे 14 अप्रैल को 19 दिनों के लिए बढ़ा दिया गया। वहीं, उन्होंने वैश्विक नेताओं को महामारी से निपटने में एकजुट करने की भी कोशिश की। सार्क देशों की वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये बैठक हो या फिर जी-20 देशों की बैठक कराने के लिए की जाने वाली पहल। इन सभी वजहों ने ही मोदी की लोकप्रियता में इजाफा किया है। इसके अतिरिक्त उन्होंने जरूरी दवाइयों के निर्यात से प्रतिबंध हटाते हुए मदद की पहल की है जिसे दुनियाभर के देशों ने स्वीकारा भी है।

लिस्ट में दस राष्ट्राध्यक्षों की रैंकिंग
अमेरिकी डाटा रिसर्च कंपनी मॉर्निंग कंसल्ट ने अपने सर्वे में दुनिया के सभी प्रमुख लोकतांत्रिक देशों के राष्ट्राध्यक्षों की लोकप्रियता को आंका है। इसमें ये पता लगाने की कोशिश की गई है कि किस देश के राष्ट्राध्यक्ष ने कोविड-19 से लड़ने के लिए किस तरह के फैसले लिए और कदम उठाए हैं। रिसर्च में 10 देशों के राष्ट्रपति या प्रधानमंत्री के नाम हैं। इसमें भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, मैक्सिको के राष्ट्रपति एंद्रेस मैनुएल लोपेज ओब्राडोर, ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन, ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री स्कॉट मॉरिसन, कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो, जर्मनी की चांसलर एंजेला मर्केल, ब्राजील के राष्ट्रपति जेयर बोल्सोनारो, अमेरिका के राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप, फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों और जापान के प्रधानमंत्री शिंजो आबे शामिल हैं। रिसर्च में पीएम मोदी पहले नंबर पर हैं। दूसरे नंबर पर मैक्सिको के राष्ट्रपति हैं और तीसरे नंबर पर ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन हैं। इस लिस्ट में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप आठवें स्थान पर हैं।

देखिए किस राष्ट्राध्यक्ष को कितनी अप्रूवल रैंकिंग?

देश का नाम राष्ट्राध्यक्ष वर्ल्ड रैंकिंग
भारत पीएम मोदी +68
मैक्सिको लोपेज ओब्रोडोर  +36
ब्रिटेन बोरिस जॉनसन  +35
ऑस्ट्रेलिया स्कॉट मॉरिसन  +26
कनाडा जस्टिन ट्रूडो  +21
जर्मनी एंजेला मर्केल  +16
ब्राजील जेयर बोल्सोनारो  +8
अमेरिका डॉनल्ड ट्रंप  -3
फ्रांस इमैनुएल मैक्रों  -21
जापान शिंजो आबे  -33

ट्रंप, मैक्रों और आबे की रैंकिंग माइनस में
रिसर्च डेटा में अप्रूवल रैकिंग में ट्रंप, मैक्रों और आबे की रैंकिंग माइनस में हैं। गौरतलब है कि पीएम मोदी ने समय रहते ही देश में लॉकडाउन का एलान किया और जब जरूरत पड़ी तो राज्यों के सीएम और विपक्ष के नेताओं के चर्चा की और लॉकडाउन बढ़ाने का भी फैसला किया। भारत के इस फैसले की तारीफ विश्व स्वास्थ्य संगठन ने भी की। प्रधानमंत्री मोदी ने कोरोना संकट के दौरान काम रहे स्वास्थकर्मियों, पुलिसकर्मियों और दूसरे लोगों को उन्होंने ‘कोरोना वॉरियर्स’ की संज्ञा दी ताकि उनका मनोबल ऊंचा रहे। सिर्फ देश में ही नहीं पीएम मोदी ने भारत के मित्र देशों की मदद की। अमेरिका और दूसरे देशों को कोरोना से लड़ने के लिए हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन दवा भेजी। इसके लिए ट्रंप और ब्राजील के राष्ट्रपति ने पीएम मोदी की तारीफ भी की।

कोरोना संकट के दौरान प्रधानमंत्री मोदी की सक्रियता और उनके फैसलों की वजह से देश ही नहीं पूरी दुनिया उनकी मुरीद बन गई है। आइए देखते हैं पूरे विश्व में किस प्रकार की जा रही है पीएम मोदी के योगदान की प्रशंसा- 

अमेरिकी सांसद ने की प्रधानमंत्री मोदी की तारीफ
अमेरिका के एक प्रभावशाली सांसद ने प्रधानमंत्री मोदी की तारीफ करते हुए कहा कि भारत कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई में एक लीडर के तौर पर सामने आया है। सांसद जॉर्ज होल्डिंग ने कहा कि भारत अमेरिका के सबसे करीबी और महत्वपूर्ण सहयोगियों में से एक है और मुझे खुशी है कि इस वैश्विक महामारी के दौरान हमारी खास साझेदारी मजबूत बनी हुई है। उन्होंने कहा कि भारत सरकार कोरोना से निपटने में अंतरराष्ट्रीय समुदाय की मदद के लिए अपने देश और अमेरिका दोनों में कड़ी मेहनत कर रही है। उत्तर कैरोलिना के रिपब्लिकन सांसद होल्डिंग ने कहा कि अप्रैल की शुरुआत में प्रधानमंत्री मोदी और राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने देशव्यापी लॉकडाउन के बीच अंतरराष्ट्रीय व्यापार के सामने आ रही चुनौतियों से निपटने के लिए साथ मिलकर काम किया। तब से भारत ने अमेरिका को हाइड्रोक्सीक्लोरोक्विन की बड़ी खेप जैसी अहम सामग्री मुहैया कराई। उत्तर कैरोलिना के रिपब्लिकन सांसद होल्डिंग ने अमेरिका में महामारी के बीच राहत कार्यों में भारतीय-अमेरिकी गैर लाभकारी संगठनों और सामुदायिक संगठनों द्वारा निभाई जा रही भूमिका की भी सराहना की।

पुलित्जर विजेता पत्रकार ने भी माना पीएम मोदी का लोहा
पुलित्जर पुरस्कार विजेता और न्यूयॉर्क टाइम्स के मशहूर कॉलमनिस्ट थॉमस फ्रायडमैन ने कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई में समय पर उचित प्रयास करने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की सराहना की। अमेरिकी पत्रकार ने माना कि मोदी सरकार ने कोरोना वायरस को परास्त करने में बेहतरीन काम किया है। इंडिया टुडे के ई-कॉन्क्लेव कोरोना सीरीज में हिस्सा लेते हुए उन्होंने कहा कि शुरुआती कोशिशों की वजह से भारत में कोरोना को फैलने से रोकने में कामयाबी मिली। सबसे दिलचस्प बात यह है कि जब उनसे पूछा गया कि दुनिया के देशों के और कौन नेता हैं, जिन्होंने कोरोना को रोकने के लिए उल्लेखनीय काम किया, तो उन्होंने पीएम मोदी के अलावा किसी भी नेता का नाम नहीं लिया।

बिल गेट्स ने की कोरोना से जंग में पीएम मोदी की प्रशंसा
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जिस प्रकार भारत में कोरोना महामारी से जंग की अगुवाई कर रहे हैं, जिस प्रकार करोड़ों देशवासियों की इस जानलेवा वायरस से रक्षा कर रहे हैं, उसकी पूरी दुनिया में तारीफ हो रही है। तमाम अंतर्राष्ट्रीय संस्थाओं ने इसके लिए प्रधानमंत्री मोदी की प्रशंसा की है। दुनिया के सबसे अमीर व्यक्ति और माइक्रोसॉफ्ट कंपनी के संस्थापक बिल गेट्स ने भी प्रधानमंत्री मोदी को पत्र लिखकर कोरोना महामारी के खिलाफ भारत के प्रयासों के लिए उनकी तारीफ की है। उन्होंने अपने पत्र में पीएम मोदी के नेतृत्व और कोरोना महामारी को लेकर केंद्र सरकार द्वारा उठाए गए कदमों की सराहना की है।

बिल गेट्स ने अपने पत्र में कहा, ‘मैं कोरोना महामारी के संक्रमण को रोकने के लिए आपके नेतृत्व के साथ-साथ आपकी और आपकी सरकार के सक्रिय कदमों की सराहना करता हूं। देश में हॉटस्पॉट चिह्नित करने और लोगों को आइसोलेशन में रखने के लिए लॉकडाउन, क्वारंटाइन के साथ-साथ इस महामारी से लड़ने के लिए जरूरी हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर को बढ़ाना सराहनीय है। आपने रिसर्च और डेवलेपमेंट के साथ-साथ डिजिटल इनोवेशन पर भी काफी जोर दिया है।‘

कोरोना से लड़ाई में विश्व नेता बना भारत- UN
वैश्विक महामारी कोरोना से लड़ाई के दौरान दुनिया के देशों की समय पर मदद करने और अपने देश को संभालने के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व का आज पूरा विश्व कायल है। संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने भी भारत की जमकर प्रशंसा की है। उन्होंने तो दुनिया के दूसरे देशों को भी भारत से सीख लेने की बात कही है। गुटेरेस का यह बयान ऐसे समय आया है जब हाल ही में भारत ने अमेरिका समेत कई देशों को कोरोनावायरस संक्रमण से निजात दिलाने वाली दवा हाइड्रॉक्सीक्लोरोक्विन की आपूर्ति की थी।

भारत ने न सिर्फ अपने यहां लॉकडाउन, सोशल डिस्टेंसिंग के जरिए स्थितियों को कंट्रोल में रखा है, साथ ही वो लगातार कोरोना से बुरी तरह प्रभावित देशों की मदद भी कर रहा है। भारत के इसी जज्बा को देखकर यूएन के महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने उसे सलाम किया है। इसके साथ ही दुनिया के देशों को भी भारत से सीखने की सलाह दी है। उन्होंने कहा है कि मुश्किल समय में कैसा व्यवहार करना चाहिए और दूसरों की मदद की भावना से काम करना चाहिए वह भारत से सीखने की जरूरत है।

WHO ने की मोदी सरकार के प्रयासों की प्रशंसा 
WHO के COVID-19 के विशेष प्रतिनिधिन डेविड नबैरो ने एनडीटीवी के साथ बातचीत में भारत की प्रशंसा की है। उन्होंने कहा कि कोरोना को लेकर विश्व के अन्य देशों ने जहां लापरवाही बरती,वहीं भारत ने कड़े उठाए हैं और कोरोना के खिलाफ लड़ाई में भारत अन्य देशों से आगे है।

उन्होंने कहा कि हम बिना किसी कारण किसी की प्रशंसा नहीं करते हैं। हम उन देशों की बात कर रहे हैं जो कार्रवाई कर स्थिति को गंभीरता से ले रहे हैं। कोरोना के खिलाफ लड़ाई में आप जितनी जल्दी कार्रवाई करेंगे, उतना ही सफल होंगे और भारत जानता है कि यह कैसे करना है।  

देखिए कोरोना संकट में मदद के लिए किन-किन देशों ने कहा प्रधानमंत्री मोदी का शुक्रिया

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भारत कोरोना संकट काल में कई देशों के लिए संकटमोचक बन कर सामने आया है। प्रधानमंत्री मोदी ने पहले सार्क और फिर जी-20 देशों के जरिए दिखाया कि कोरोना के कहर से कैसे मिलकर निपटा जा सकता है। प्रधानमंत्री मोदी ने दूसरे देशों के राष्ट्राध्यक्षों और नेताओं से संवाद किया और जरूरतमंद देशों की मदद के लिए हाथ बढ़ाया। अमेरिका, इजरायल और ब्राजील के अलावा भारत ने स्पेन, श्रीलंका, नेपाल, मालदीव समेत कई देशों को हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन दवा समेत दूसरी सहायता देने का फैसला किया। इससे वैश्विक धारणा बनाने में मदद मिली है कि भारत याचक नहीं, अब दाता बन चुका है। भारत उन्हें हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन, पेरासिटामोल और अन्य जरूरी वस्तुएं उपलब्ध करा रहा है। इस कोरोना काल में मदद पाने वाले देशों की सूची लंबी होती जा रही है और मदद के लिए वे भारत का शुक्रिया अदा कर रहे हैं।

ब्राजील के राष्ट्रपति ने की प्रधानमंत्री मोदी की तारीफ, कहा प्रभु हनुमान की तरह पहुंचाई संजीवनी बूटी
ब्राजील के राष्‍ट्रपति जायर एम बोल्‍सोनारो ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की तुलना भगवान हनुमान से की करते हुए हाइड्रोक्‍सीक्‍लोरोक्‍वीन दवा को संजीवनी बूटी बताया है। उन्होंने कहा कि भारत की ओर से दी गई इस हाइड्रॉक्सीक्लोरोक्वीन दवा से लोगों के प्राण बचेंगे और इस संकट की घड़ी में भारत और ब्राजील मिलकर कामयाब होंगे। प्रधानमंत्री मोदी को भेजे पत्र में राष्‍ट्रपति बोल्‍सोनारो ने लिखा है कि जिस तरह हनुमान जी ने हिमालय से पवित्र दवा (संजीवनी बूटी) लाकर भगवान श्रीराम के भाई लक्ष्मण की जान बचाई थी, उसी तरह भारत और ब्राजील एक साथ मिलकर इस वैश्विक संकट का सामना कर लोगों के प्राण को बचा सकते हैं।

ब्राजील के राष्‍ट्रपति ने प्रधानमंत्री मोदी को लिखे पत्र में उन्‍हें हाइड्रॉक्सीक्लोरोक्वीन दवा के लिए धन्‍यवाद दिया है। दरअसल में अमेरिकी राष्‍ट्रपति डोनाल्‍ड ट्रंप के साथ ब्राजील के राष्‍ट्रपति बोल्सोनारो ने भी प्रधानमंत्री मोदी से हाइड्रॉक्सीक्लोरोक्वीन दवा के निर्यात पर लगे बैन को हटाने का अनुरोध किया था। हाइड्रॉक्सीक्लोरोक्वीन दवा से बैन हटाने के भारत के फैसले के बाद बोलसोनारो ने प्रधानमंत्री मोदी का तुलना भगवान हनुमान से कर डाली। भारत हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन दवा का सबसे बड़ा उत्पादक है।

अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने भी की पीएम मोदी की तारीफ
हाइड्रॉक्सीक्लोरोक्वीन दवा से बैन हटाने पर अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ने प्रधानमंत्री मोदी को महान बताया और कहा कि वो भारत का शुक्रिया अदा करते हैं। फॉक्स न्यूज से बात करते हुए उन्होंने कहा कि वो भारतीय पीएम मोदी की तारीफ करते हैं। निर्यात पर ढील देने के बाद अमेरिका को अब यह दवा मिल सकेगी।

अफगानिस्तान ने अदा किया शुक्रिया
अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ गनी ने मदद के लिए प्रधानमंत्री मोदी का शुक्रिया अदा किया है। राष्ट्रपति गनी ने कहा, ‘प्रिय मित्र नरेन्द्र मोदी, हमें 5 लाख हाइड्रोक्सीक्लोरोक्विन टेबलेट, एक लाख पैरासीटामोल टैबलेट और 75,000 मीट्रिक गेंहू भेजने के लिए धन्यवाद। गेंहू की पहली खेप जल्द ही अफगान के लोगों के लिए पहुंच जाएगी।’ वहीं अफगानिस्तान के राष्ट्रपति को जवाब देते हुए, प्रधानमंत्री मोदी ने अपने ट्वीट संदेश में कहा, “भारत और अफगानिस्तान के बीच एक विशेष प्रकार की दोस्ती है, जो ऐतिहासिक, भौगोलिक और सांस्कृतिक संबंधों पर आधारित है। लंबे समय से, हमने आतंकवाद के संकट के खिलाफ संयुक्त रूप से लड़ाई लड़ी है। हम इसी तरह एकजुटता और साझा संकल्प के साथ कोविड-19 का मुकाबला करेंगे।”

कजाकिस्तान के राष्ट्रपति तोकायेव ने कहा धन्यवाद

भारत की ओर से चिकित्सीय आपूर्ति मिलने पर कजाकिस्तान के राष्ट्रपति कासिम-जोमार्त तोकायेव ने धन्यवाद ज्ञापन करते हुए कहा कि भारत सरकार खासकर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का व्यक्तिगत रूप से धन्यवाद। मित्रता और एकजुटता का यह उच्च स्तर तब भी दिखाया गया जब भारत ने दवाओं के निर्यात पर प्रतिबंध लगा दिया था।

सेसेल्स ने जताया आभार

सेसेल्स के लिए स्पेशल इंडियन एयरफोर्स के विमान से दवा भेजी गई है। इन दवाइयों में पैरासीटामॉल, हाइड्रोक्सीक्लोरोक्विन का नाम सबसे ऊपर आ रहा है। सेसेल्स ने मदद के लिए भारत का आभार जताया है। राष्ट्रपति डैनी फॉरे ने संकट की इस घड़ी में सेशेल्स को दिए गए समर्थन के लिए प्रधानमंत्री मोदी, उनकी सरकार और भारत के लोगों का दिल से आभार व्यक्त किया।

मालदीव के राष्ट्रपति के प्रधानमंत्री मोदी से बात कर की तारीफ
कोरोना संकट पर मालदीव के राष्ट्रपति इब्राहिम मोहम्मद सोलिह ने प्रधानमंत्री मोदी के साथ टेलीफोन पर बातचीत में मदद के लिए भारत का शुक्रिया अदा किया। प्रधानमंत्री मोदी ने इस बात पर खुशी जताई कि मालदीव में पहले तैनात किए गए भारतीय चिकित्सा दल और फि‍र बाद में भारत द्वारा उपहार में दी गई आवश्यक दवाओं ने द्वीप में संक्रमण के फैलाव को नियंत्रित करने में उल्‍लेखनीय योगदान दिया है।मालदीव के राष्ट्रपति ने सार्क देशों की मदद के लिए COVID-19 फंड बनाने पर प्रधानमंत्री मोदी की प्रशंसा दोहराई। इसके साथ ही राष्ट्रपति ने चीन के वुहान से मालदीव के निवासियों की सुरक्षित निकासी और जरूरी सामानों की आपूर्ति के लिए प्रधानमंत्री मोदी को धन्यवाद दिया।

भूटान ने प्रधानमंत्री मोदी को शुक्रिया कहा
मोदी सरकार ने पड़ोसी मुल्क भूटान को भी कोरोना से लड़ने के लिए दवाओं की खेप भेजी है। भूटान के पीएम लोते त्शेरिंग ने ऐसे कठिन समय में दवा भेजने के लिए प्रधानमंत्री मोदी को शुक्रिया कहा है। उन्होंने पीएम मोदी को लिखे पत्र में कोरोना संकट के समय भारत की मदद को अतुलनीय बताया। उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस संकट के दौरान उदार सहायता और सामान की निर्बाध आपूर्ति भूटान के प्रति भारत की वास्तविक मित्रता का प्रतिबिंब है।

नेपाल ने दवाएं भेजने के लिए कहा पीएम मोदी को शुक्रिया
वैश्विक मदद करते हुए भारत ने कोरोना से मुकाबले के लिए नेपाल को मदद के तौर पर 23 टन आवश्यक दवाएं दी हैं। दवा की यह खेप भारतीय राजदूत विनय मोहन क्वात्र ने नेपाल के स्वास्थ्य मंत्री भानुभक्त धाकल को सौंपी। इसमें कोरोना के खिलाफ अहम मानी जा रही हाइड्रॉक्सीक्लोरोक्विन के अलावा पैरासिटामॉल व अन्य दवाएं शामिल हैं।

नेपाल के पीएम ने प्रधानमंत्री मोदी को धन्यवाद कहा
संकट के समय भारत सरकार की इस मदद पर नेपाल के प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को धन्यवाद दिया है। उन्होंने इसे भारत की उदारता भरी मदद कहा है। कोरोना संक्रमण से निपटने को लेकर दोनों देशों के प्रधानमंत्रियों के बीच इस महीने टेलीफोन पर बात हुई थी। इससे पहले कोरोना के खिलाफ मिलकर प्रयास करने की पीएम मोदी की अपील पर 15 मार्च को सार्क देशों की बैठक में भी दोनों नेताओं के बीच बातचीत हुई थी।

मॉरीशस के पीएम ने जताया प्रधानमंत्री मोदी का आभार
कोरोना संकट के बीच भारत से मिली मदद के लिए मॉरिशस के प्रधानमंत्री प्रविंद जगन्नाथ ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का आभार जताया है। प्रधानमंत्री जगन्नाथ ने अपने ट्वीट संदेश में कहा कि मैं एयर इंडिया की एक विशेष उड़ान से कल बुधवार, 15 अप्रैल को मॉरिशस पहुंची भारत सरकार की चिकित्सा मदद के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का बहुत आभारी हूं। यह भारत और मॉरिशस के बीच के धनिष्ठ संबंध को दर्शाता है।

 

 

 

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