एससी/एसटी कानून में बदलाव के सुप्रीम कोर्ट के फैसले के विरोध में देशभर में दलित संगठनों का सोमवार को भारत बंद हिंसक हो गया। बताया जा रहा है कि कांग्रेस और वामदलों के कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शनकारियों के बीच पहुंच कर भारत बंद को हिंसक रूप दे दिया है। मध्य प्रदेश के मुरैना में हुई झड़प में जहां एक युवक की मौत हो गई है। वहीं, ग्वालियर दो लोगों के मरने की खबर है। उत्तर प्रदेश के फिरोजाबाद में भी एक शख्स की मौत की खबर है। उत्तर प्रदेश के मेरठ, गाजियाबाद, हापुड़, सहारनपुर, बागपत, मुजफ्फरनगर आदि शहरों में प्रदर्शनकारियों ने जमकर उत्पात मचाया। राजस्थान के बाड़मेर और मध्य प्रदेश के भिंड में दो गुटों में हुई झड़प में करीब 30 लोग जख्मी हुए हैं। बाड़मेर में कई वाहनों में आग लगाई गई है। पंजाब, बिहार, और ओडिशा में भी बंद का व्यापक असर है। यहां प्रदर्शनकारियों ने न सिर्फ रेल रोका है बल्कि सड़क जाम कर परिवहन व्यवस्था को भी नुकसान पहुंचाया है। दलितों के हिंसात्मक प्रदर्शन के चलते देश भर के कई जगहों पर कर्फ्यू लगा दिया गया है। आप तस्वीरों के जरिए देख सकते हैं कि किस तरह दलित संगठनों ने उत्पात मचाया है।
#BharatBandh protest over SC/ST Protection Act: One dead in Morena, curfew imposed in the area #MadhyaPradesh
— ANI (@ANI) 2 April 2018
WATCH: Protesters resort to stone pelting in Bhind during #BharatBandh over the SC/ST Protection Act. #MadhyaPradesh pic.twitter.com/40KmhV3Ckm
— ANI (@ANI) 2 April 2018
#BharatBandh over SC/ST protection act: Protest turns violent in Barmer, cars and property damaged. #Rajasthan pic.twitter.com/gZ0rtMSeg5
— ANI (@ANI) 2 April 2018
प्रदर्शनकारियों में घुसे कांग्रेस और लेफ्ट कार्यकर्ता
बड़ा सवाल यह कि आखिर दलित संगठन यह प्रदर्शन क्यों कर रहे हैं? केंद्र सरकार द्वारा सुप्रीम कोर्ट में पुनर्विचार याचिका दाखिल करने की बात कहने के बाद भी इन लोगों को किसने भड़काया है? बताया जा रहा है कि दलितों के प्रदर्शन को कांग्रेस, वामदलों समेत दूसरी पार्टियों ने हाईजैक कर लिया है। इन दलों के कार्यकर्ता प्रदर्शनकारियों के बीच शामिल हो गए हैं, और तोड़फोड़ कर सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाया है। दलितों के भारत बंद के दौरान यूपी के कई जिलों में हिंसक प्रदर्शन और आगजनी की घटना पर प्रमुख सचिव गृह अरविंद कुमार ने कहा कि रविवार रात ही को जिलों के डीएम और एसएसपी को अलर्ट किया गया था। उन्होंने साफ कहा है कि मेरठ, हापुड़, आगरा और गाजियाबाद में हुई हिंसा प्री-प्लानिंग का हिस्सा प्रतीत हो रही है।
दलितों को भारतीय समाज के सबसे निचले पायदान पर रखना RSS/BJP के DNA में है। जो इस सोच को चुनौती देता है उसे वे हिंसा से दबाते हैं।
हजारों दलित भाई-बहन आज सड़कों पर उतरकर मोदी सरकार से अपने अधिकारों की रक्षा की माँग कर रहे हैं।
हम उनको सलाम करते हैं।#BharatBandh
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) 2 April 2018
Feels sorry for this Kid . What did he do? Is this what Ambedkar wanted ?
I wish he was alive to see.These are not protestors. These are goons thugs criminals being given license to run riot in the streets.
People need to wake up and see who is the real enemy#BharatBandh pic.twitter.com/2DZM2vhu0C
— Deathpool (@PM_Of_The_State) 2 April 2018
#WATCH #BharatBandh over SC/ST protection act: Clash between protesters and Police in Ranchi. Several people injured #Jharkhand pic.twitter.com/nYc19J6oUu
— ANI (@ANI) 2 April 2018
#BharatBandh over SC/ST protection act: Protest turns violent in Meerut, cars damaged pic.twitter.com/T5a9szGtDI
— ANI UP (@ANINewsUP) 2 April 2018
केंद्र सरकार ने SC में दायर की पुनर्विचार याचिका
केंद्र सरकार की तरफ से सुप्रीम कोर्ट में पुनर्विचार याचिका दायर की जा चुकी है। देश के कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने रविवार को ही इसकी जानकारी दी थी, सोमवार को भी उन्होंने ट्वीट कर बताया कि सुप्रीम कोर्ट में पुनर्विचार याचिका दायर की जा चुकी है।
I wish to convey that today we’ve filed a petition on the judgement by Supreme Court on the SC/ST act. We have filed a comprehensive review petition which will be presented before the court by the senior lawyers of the government: Ravi Shankar Prasad, Union Law Minister #SCSTAct pic.twitter.com/d7fzlUtTHy
— ANI (@ANI) 2 April 2018
Movement of train in #Odisha‘s Sambalpur blocked by protesters against Supreme Court’s decision on SC/ST Protection Act #BharatBandh pic.twitter.com/8z5NOM7onJ
— ANI (@ANI) 2 April 2018