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Fact Check: अब अखिलेश यादव ने झूठ की राजनीति के लिए युवक के सुसाइड को बेरोजगारी से जोड़ा

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इंडी गठबंधन और लेफ्ट लिबरल गैंग लोकसभा चुनाव में लगातार तीसरी बार हारने की खीज मोदी सरकार के खिलाफ फेक न्यूज और फेक नैरेटिव बनाकर मिटाने में लगा है। अब तो राहुल गांधी के बाद  संसद में समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव भी झूठ का पिटारा लेकर आए। यादव ने आत्महत्या और बेरोजगारी का झूठ फैलाकर भाजपा को घेरने की नाकाम कोशिश की। लेकिन सपा मुखिया का झूठ कुछ पल भी नहीं टिक पाया।  अकाट्य सबूत ये साबित कर रहे हैं कि बार-बार झूठ की इंडी गठबंधन की मंशा कितनी घिनौनी है। यहां तक कई बार तो झूठ फैलाते-फैलाते खुद इनकी ही कलई खुल जाती है, लेकिन कहते हैं ना कि शर्म इनको आती नहीं! यूं तो इंडी गठबंधन का इतिहास झूठ का पुलिंदा है। चुनाव में संविधान बदलने की झूठी बातें, चुनाव के बाद फोन से ईवीएम अनलॉक और अब ऐसी झूठी बातों से कांग्रेस खुद ही एक्सपोज हो रही है। अब तीसरी बार मोदी सरकार बनने के बाद उनके दामन को दागगार करने वाले कुछ झूठ से हम आपको रू-ब-रू कराते हैं…

झूठ नंबर-10
बेरोजगारी के चलते यूपी में युवक ने आत्महत्या की
7 जुलाई 2024
समाजवादी पार्टी के मुखिया और सांसद अखिलेश यादव झूठ पर झूठ बोलने से बाज नहीं आ रहे हैं। अब यादव ने झूठ फैलाया है कि वाराणसी में एक युवक ने फांसी लगा आत्महत्या कर ली। अखिलेश यादव ने एक्स पर पोस्ट में दावा किया कि 28 वर्षीय हरीश बागेश ने अपनी नौकरी जाने और दूसरी नौकरी ना मिलने के दबाव के कारण आत्महत्या की है। यादव ने भाजपा सरकार को इसमें घसीटते हुए कहा कि आत्महत्या उत्तर प्रदेश में भाजपा की विफलता का प्रमाण है। 

हकीकत- सपा मुखिया ने बगैर सच्चाई जाने ही सिर्फ राजनीतिक फायदे के लिए इतना बड़ा झूठ बोल डाला। दरअसल, विपक्ष लाशों पर राजनीति का कोई मौका नहीं छोड़ता, भले ही इसके लिए उसे झूठ का सहारा लेना पड़े। मीडिया से बात करते हुए हरीश की पत्नी संचिता के पिता डॉ. रामशरण ने अखिलेश के दावे को सिरे से नकार दिया। उन्होंने कहा, “सपा नेता दंपत्ति की आत्महत्या पर राजनीति कर रहे हैं। यह बिल्कुल झूठ है कि उनका दामाद बेरोजगार था, जिससे उसने आत्महत्या की। वास्तव में हरीश मुंबई में नौकरी करते थे और उनकी सैलरी करीब एक लाख रुपये थी। उन्होंने स्वयं हरीश को गोरखपुर वापस बुलाया था, क्योंकि वे यहां अकेले थे। उन्होंने कहा कि मेरा बेटा यूके में है। मैंने ही हरीश को यहां आकर काम करने के लिए कहा था। इसलिए अखिलेश यादव का दावा एकदम निराधार है।”

 

 

 

 

 

 

झूठ नंबर-9
गोद लिए गांवों की दस साल में भी तस्वीर नहीं बदली
2 जुलाई 2024
समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष और सांसद अखिलेश यादव ने संसद में राष्ट्रपति अभिभाषण के धन्यवाद प्रस्ताव पर बोलते हुए झूठ का पिटारा खोल दिया। यादव ने बगैर किसी तथ्य या सबूत के आधार पर कहा, “पीएम ने बड़े पैमाने पर गांव गोद लिए थे। उन्होंने अपने दो टर्म पूरे कर लिए। इन दस साल में जिन गांवों को उन्होंने गोद लिया था, उनमें से किसी भी गांव की तस्वीर नहीं बदली। अगर दस सालों में तस्वीर बदली हो तो सत्ता पक्ष जरूर इस सदन में अपनी बात रखे।

हकीकत – साल 2014 में केंद्र की सत्ता में आने के बाद प्रधानमंत्री मोदी ने भाजपा के सभी सांसदों से अपने-अपने क्षेत्र के एक-एक गांव गोद लेने की अपील की थी, जिसका सांसद आदर्श ग्राम योजना के तहत विकास किया जा सके। इस मुहिम में पीएम मोदी ने खुद सेवापुरी विधानसभा क्षेत्र के जयापुर गांव को गोद लिया था। जयापुर अब आदर्श गांव में सम्मिलित हो चुका है। पीएम मोदी के जयापुर गांव को गोद लेने के बाद इसका कितना विकास और कायापलट हुआ है, इसका प्रमाण खुद गांव के लोगों ने दिया है। ग्रामीणों के मुताबिक 10 साल में जयापुर का पूरा नक्शा ही बदल गया है। पीएम मोदी ने इस गांव को गोद लिया है, तब से गांव में दो-दो बैंक, एटीएम, पोस्ट ऑफिस, गांव में सड़क, घर-घर पानी और बिजली की सुविधा है और यहां लोगों को उज्ज्वला योजना के तहत गैस और आयुष्मान कार्ड की सुविधा मिली है। पीएम के गोद लिए दूसरों गांवों में भी ऐसे ही कायाकल्प हुआ है।

झूठ नंबर-8
केंद्र ने उत्तर प्रदेश को कोई एक्सप्रेसवे नहीं दिया
2 जुलाई 2024
राहुल गांधी और अखिलेश यादव लोकसभा चुनाव साथ मिलकर लड़े। राहुल गांधी जब झूठ बोलने पर उतारू हैं तो अखिलेश कहां पीछे रहने वाले हैं। समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने मंगलवार (2 जुलाई 2024) को संसद में मनगढ़ंत आरोप लगाए। यादव ने मोदी सरकार पर आरोप लगाया कि उत्तर प्रदेश के साथ भेदभाव किया जा रहा है। केंद्र सरकार ने प्रदेश को किसी एक्सप्रेसवे की सौगात नहीं दी है।

हकीकत – सपा सांसद अखिलेश यादव के दावे के विपरीत उत्तर प्रदेश में डबल इंजन सरकार के दौरान डेवलपमेंट और इंफ्रास्ट्रक्चर के जितने काम हुए हैं, उतने पहले कभी नहीं हुए। जहां तक एक्सप्रेसवे की बात है तो मोदी सरकार ने एक नहीं, कई एक्सप्रेसवे की सौगात उत्तर प्रदेश को दी है। वह चाहे दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे हो या फिर गोरखपुर-सिलीगुड़ी एक्सप्रेसवे हो। वह चाहे राजधानी लखनऊ से कानपुर तक के एक्सप्रेसवे हो या फिर वाराणसी-कोलकाता एक्सप्रेसवे हो।

 

झूठ नंबर-7
सरकार किसानों को एमएसपी नहीं दे रही
1 जुलाई 2024
कांग्रेस नेता और सांसद राहुल गांधी ने सदन में बोलने के लिए तथ्यों से ज्यादा झूठ का सहारा लिया। राहुल ने बिना किसी सिर-पैर के सरकार की ओर से किसानों को एमएसपी नहीं दिए जाने का मुद्दा उठाया। राहुल ने कहा, “देश के किसान एमएसपी की मांग कर रहे हैं, पर सरकार कह रही है कि हम नहीं देंगे।” आज तक कई जगहों पर बॉर्डर बंद हैं। लेकिन सरकार है कि किसानों को एमएसपी देने को तैयार ही नहीं है।

हकीकत – केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने लोकसभा में तत्काल राहुल गांधी के झूठ पर कड़ी आपत्ति जताई। उन्होंने कहा कि विपक्ष के नेता को सदन में खड़े होकर झूठ नहीं बोलना चाहिए कि सरकार किसानों को एमएसपी नहीं दे रही। मोदी सरकार लगातार किसानों को फसलों की लागत पर एमएसपी की सुविधा मुहैया करवा रही है। केंद्र सरकार ने हाल ही में खरीफ सीजन के लिए 14 फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) को मंजूरी दी है। एमएसपी में बढ़ोतरी का उद्देश्य किसानों को उपज का बेहतर मूल्य दिलाना और कृषि को अधिक लाभदायक बनाना है। नवभारत टाइम्स के अनुसार इन फसलों पर केंद्र सरकार किसानों को एमएसपी पर उपज खरीदने की गारंटी देती है।

झूठ नंबर-6
अग्निवीरों के शहीद होने पर कोई मुआवजा नहीं मिलता
1 जुलाई 2024
रायबरेली से सांसद राहुल गांधी संसद में भी झूठ की राजनीति करने से बाज नहीं आए। सोमवार (1जुलाई) को राहुल गांधी ने दावा किया कि अग्निवीर स्कीम के तहत भर्ती हुए सैनिकों के वीरगति प्राप्त करने पर परिवार को कोई मुआवजा नहीं मिलता है। इस पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने राहुल गांधी के दावे को सफेद झूठ बताया। राहुल गांधी के बयान पर संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू और फिर गृह मंत्री अमित शाह ने आसन से मांग की कि वो राहुल गांधी और राजनाथ सिंह के बयानों की सत्यता की जांच करवाएं।

हकीकत – रक्षा मंत्री ने लोकसभा को बताया कि अग्निवीर वीरगति को प्राप्त होता है तो उसके परिवार को एक करोड़ रुपये की सांत्वना राशि मिलती है। इस पर भी राहुल गांधी अपनी बात पर अड़े रहे और कहा कि हमारा अलग नजरिया है और रक्षा मंत्री का अलग।  दोनों ने लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला से कहा कि राहुल गांधी को उनके झूठ के लिए यूं ही बचकर निकलने नहीं दिया जाए। गृह मंत्री शाह ने कहा कि यह संसद है, यहां झूठ नहीं बोला जा सकता है।

 

 

 

 

 

 

झूठ नंबर-5
गिरा टर्मिनल मनमोहन सरकार के राज में बना था
28 जून 2024
राहुल गांधी जब झूठ की राजनीति कर रहे हैं तो कांग्रेस अध्यक्ष खड़गे क्यों पीछे रहें। दरअसल, दिल्ली एयरपोर्ट के टर्मिनल-1 पर छत गिर गई। खड़गे ने एक्स पर पोस्ट में दावा किया कि इस साल मार्च में प्रधानमंत्री मोदी ने  जिस टर्मिनल-1 का उद्घाटन किया, उसकी छत आज गिर गई। ऐसे में प्रियंका गांधी वाड्रा भी कहां पीछे रहने वाली थी। झूठ की त्रिवेणी में डुबकी लगाते उन्होंने लिखा, “जिस टर्मिनल-1 का मार्च में किया था, आज छत गिर गई। यह भाजपा का “दान लो और व्यापार दो” का भ्रष्ट मॉडल है।”

 

 

केंद्रीय नागर विमानन मंत्री राम मोहन नायडू के दौरे से बेपर्दा हुआ झूठ
इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर टर्मिनल-1 का उद्घाटन राजीव गांधी की करीबी तत्कालीन सीएम शीला दीक्षित ने किया था। बिना सच्चाई जाने कांग्रेस से कंधे से कंधा मिलाते हुए तृणमूल कांग्रेस की प्रवक्ता रिजु दत्ता ने इसके लिए पीएम मोदी पर हमला बोला। दत्ता ने दावा किया कि पीएम मोदी ने चुनाव प्रचार के लिए जल्दबाजी में दिल्ली एयरपोर्ट के टर्मिनल-1 का उद्घाटन किया। छत गिरने से हुई क्षति के लिए वह “सीधे तौर पर जिम्मेदार” हैं।

हकीकत – जब इसकी पड़ताल की तो प्रियंका और खड़गे का बयान उनके लिए ही बूमरैंग बन गया। मोदी सरकार की नहीं, वरन कांग्रेस सरकार के घटिया निर्माण कार्य और भ्रष्ट मॉडल की पोल खुल गई। इंडी गठबंधन से ये झूठ केंद्रीय नागर विमानन मंत्री राम मोहन नायडू के दौरे के साथ ही बेपर्दा हो गया। दिल्ली एयरपोर्ट का दौरा करने के बाद नायडू ने स्पष्ट किया कि पीएम मोदी ने जिसका उद्घाटन किया था, वह दूसरी बिल्डिंग थी। जो हिस्सा गिरा है, उसका निर्माण तो मनमोहन सिंह सरकार के दौरान 2009 में हुआ था। इंडी गठबंधन नेताओं द्वारा फैलाए गए फेक न्यूज पर इंटरनेट यूजर्स ने उस समय की मीडिया रिपोर्ट्स को सामने रखकर करारा प्रहार किया है।

झूठ नंबर-4
अयोध्या में राम लला के मंदिर की छत टपकने की बात झूठी निकली
24 जून 2024
मोदी सरकार को बदनाम करने में तुले इन लोगों ने अयोध्या में राम मंदिर को भी नहीं छोड़ा। यह झूठ फैलाया गया कि पीएम मोदी ने 22 जनवरी को जिस राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा की, वह तो पहली बारिश में ही टपकने लगा है। छत टपकने का आरोप भी मंदिर के किसी दूसरे हिस्से पर नहीं, बल्कि गर्भ गृह पर लगाया गया, जहां राम लला की दिव्य-भव्य मूर्ति विराजमान है।

हकीकत – राम मंदिर निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्र ने जांच की तो झूठ से सारे पर्दे हट गए। उन्होंने बताया कि पानी आने पीछे वजह यह है कि अभी मंदिर की दूसरी मंजिल पर निर्माण काम चल रहा है। जिससे इसकी छत पूरी तरह खुली है। इसलिए वहां पानी भर गया। इस तरह खुले फर्श पर पानी टपक सकता है। लेकिन गर्भगृह की छत टपकने की बात नितांत कपोल-कल्पित है। लेकिन अगले महीने के अंत तक दूसरी मंजिल की छत का काम भी पूर्ण कर लिया जाएगा।

झूठ नंबर-3
नवनिर्मित अयोध्या धाम रेलवे स्टेशन की चारदीवारी ढह गई
23 जून 2024
राम मंदिर की छत टपकने से पहले अयोध्या में ही कांग्रेस और लेफ्ट लिबरल ने यह झूठ फैलाया कि पीएम मोदी ने जिस अयोध्या धाम रेलवे स्टेशन का उद्घाटन किया था, उसकी चारदीवारी ढह गई है। कांग्रेस ने एक्स पर पोस्ट कर लिखा, बीजेपी ने प्रभु राम की अयोध्या में भी भ्रष्टाचार कर दिया। अयोध्या रेलवे स्टेशन का 20 मीटर लंबा बाउंड्री वॉल ढह गया है। इस स्टेशन का उद्घाटन नरेंद्र मोदी ने सिर्फ 6 महीने पहले किया था। ये टूटा हुआ बाउंड्री वॉल BJP के भ्रष्टाचार की पोल खोल रहा है।

हकीकत – कांग्रेस के इस झूठे चेहरे को पीआईबी की फैक्ट चेक यूनिट ने बेनकाब कर दिया। पीआईबी ने इसे भ्रामक बताया और स्पष्ट किया कि ढहा हुआ हिस्सा नए स्टेशन के बुनियादी ढांचे का नहीं है, बल्कि यह पुराने स्टेशन क्षेत्र का है। पीआईबी ने बताया कि दीवार एक निजी व्यक्ति द्वारा खुदाई कार्य और जलभराव के कारण ढह गई थी। फैक्ट चेक यूनिट ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट में कहा, “एक वीडियो में दावा किया गया है कि हाल ही में उद्घाटन किए गए नए अयोध्या धाम रेलवे स्टेशन की चारदीवारी ढह गई है। यह बिल्कुल बेबुनियाद है।”

झूठ नंबर-2
मुंबई के अटल सेतु में दरार की दलील झूठी निकली
22 जून 2024
मोदी सरकार के खिलाफ लगातार झूठ फैला कांग्रेस ने फिर अटल सेतु में दरार को लेकर झूठ परोसा। दरअसल मोदी सरकार ने देश का सबसे लंबा समुद्री पुल बनाया, ये उपलब्धि कांग्रेस को हजम नहीं हुई और महाराष्ट्र कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले ने अटल सेतु की गुणवत्ता पर सवाल दिए। आरोप लगाया गया कि सेतु में दरार आ गई है। लेकिन मुंबई महानगर क्षेत्र विकास प्राधिकरण (MMRDA) ने इन आरोपों को झूठ का पुलिंदा बताया।

हकीकत – प्राधिकरण ने साफ कहा कि अटल सेतु ब्रिज के मुख्य हिस्से में कहीं कोई दरार नहीं है। इसके बारे में सिर्फ अफवाहें फैलाई जा रही हैं। इसकी हकीकत का सोशल मीडिया पर एक वीडियो भी शेयर किया। कांग्रेस के झूठ पर महाराष्ट्र के उप मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने भी साफ कहा कि अटल सेतु पर न कोई दरार है और ना ही उसे कोई खतरा है। कांग्रेस ने जो झूठ फैलाया है, असल में वो तस्वीर एप्रोच रोड की हैं। कांग्रेस पार्टी ने झूठ के सहारे ‘दरार’ का एक लंबा प्लान बना लिया है।

झूठ नंबर-1
‘स्टॉक मार्केट स्कैम’ का कांग्रेसी गुब्बारा फूटा, निवेशक मालामाल
3 जून 2024
कांग्रेस की झूठ की फैक्ट्री में उफान इसी माह के शुरुआत में लोकसभा चुनाव के एक्जिट पोल के साथ ही गया था। कांग्रेस नेता राहुल गांधी से लेकर जयराम नरेश ने कथित ‘स्टॉक मार्केट स्कैम’ को लेकर झूठा नैरेटिव गढ़ा। राहुल गांधी ने एक्स पोस्ट किया कि प्रधानमंत्री, गृहमंत्री और उनके मित्र मीडिया ने मिलकर हिंदुस्तान के सबसे बड़े ‘स्टॉक मार्केट स्कैम’ की साजिश रची। झूठ की इंतेहा देखिए कि राहुल गांधी ने इसके लिए JPC गठित कर ‘क्रिमिनल एक्ट’ की जांच तक करने की मांग कर डाली।

हकीकत –  शेयर बाजार की नित-नई छलांगे असलियत का गवाह बन रही हैं। लोकसभा चुनाव नतीजों से एक दिन पहले 3 जून को सेंसेक्स 2,777 पॉइंट की तेजी के साथ 76,738 और निफ्टी 808 पॉइंट चढ़कर 23,338 पर पहुंचा। तीसरी बार मोदी सरकार के गठन के बाद 10 जून को बाजार को शानदार बूस्ट मिला और सेंसेक्स पहली बार 77,000 के पार निकला। 25 जून को सेंसेक्स पहली बार ऐतिहासिक 78,000 के स्तर को पार कर गया, जबकि निफ्टी भी नए रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया। जो राहुल लाखों निवेशकों के डूबने का आरोप लगा रहे थे, वास्तव में तीसरी बार मोदी सरकार बनने के बाद करोड़ों निवेशक मालामाल हो रहे हैं। दैनिक ट्रिब्यून के अनुसार शेयर बाजार आल टाइम हाई पर है और सैंसेक्स 80 हजारी बनने की ओर है।

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