प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 18 दिसंबर को उत्तर प्रदेश में वाराणसी के उमराहा में नवनिर्मित स्वर्वेद महामंदिर का उद्घाटन किया। इस अवसर पर प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि विहंगम योग साधना की ये यात्रा ने 100 वर्षों की अपनी अविस्मरणीय यात्रा पूरी की है। महर्षि सदाफल देव जी ने पिछली सदी में ज्ञान और योग की दिव्य ज्योति प्रज्ज्वलित की थी। इन सौ वर्षों की यात्रा में इस दिव्य ज्योति ने देश-दुनिया के लाखों-करोड़ों लोगों के जीवन को परिवर्तित किया है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि इस पावन अवसर पर यहां 25 हजार कुंडीय स्वर्वेद ज्ञान महायज्ञ का आयोजन हो रहा है। मुझे खुशी और विश्वास है कि इस महायज्ञ की हर एक आहूति से विकसित भारत का संकल्प और सशक्त होगा।
#WATCH वाराणसी: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, “इस पावन अवसर पर यहां 25 हज़ार कुंडीय स्वर्वेद ज्ञान महायज्ञ का आयोजन हो रहा है। मुझे खुशी और विश्वास है कि इस महायज्ञ की हर एक आहूति से विकसित भारत का संकल्प और सशक्त होगा।” https://t.co/E4J9Yvd0JN pic.twitter.com/uCHYU7DL60
— ANI_HindiNews (@AHindinews) December 18, 2023
स्वर्वेद महामंदिर में एक साथ 20 हजार लोग योगाभ्यास कर सकते हैं। प्रधानमंत्री ने कहा कि इसकी दीवारों पर स्वर्वेद को बड़ी सुंदरता के साथ अंकित किया गया है। वेद, उपनिषद, रामायण, गीता और महाभारत आदि ग्रन्थों के दिव्य संदेश भी इसमें चित्रों के जरिये उकेरे गए हैं। इसलिए ये मंदिर एक तरह से अध्यात्म, इतिहास और संस्कृति का जीवंत उदाहरण है। आज स्वर्वेद मंदिर बनकर तैयार होना, इसी ईश्वरीय प्रेरणा का उदाहरण है। ये महामंदिर महृषि सदाफल देव जी की शिक्षाओं और उनके उपदेशों का प्रतीक है। इस मंदिर की दिव्यता जितना आकर्षित करती है, इसकी भव्यता हमे उतना ही अचंभित भी करती है।
इस मंदिर के लोकार्पण के अवसर पर प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि संतों के सानिध्य में काशी के लोगों ने मिलकर विकास और नवनिर्माण के कितने ही नए कीर्तिमान गढ़े हैं। सरकार, समाज और संतगण सब साथ मिलकर काशी के कायाकल्प के लिए कार्य कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि भारत एक ऐसा राष्ट्र है जो सदियों तक विश्व के लिए आर्थिक समृद्धि और भौतिक विकास का उदाहरण रहा है…भारत ने कभी भौतिक उन्नति को भौगोलिक विस्तार और शोषण का माध्यम नहीं बनने दिया। भौतिक प्रगति के लिए भी हमने आध्यात्मिक और मानवीय प्रतीकों की रचना की।
#WATCH वाराणसी: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, “भारत एक ऐसा राष्ट्र है जो सदियों तक विश्व के लिए आर्थिक समृद्धि और भौतिक विकास का उदाहरण रहा है…भारत ने कभी भौतिक उन्नति को भौगोलिक विस्तार और शोषण का माध्यम नहीं बनने दिया। भौतिक प्रगति के लिए भी हमने आध्यात्मिक और मानवीय… pic.twitter.com/lsP37pSZBE
— ANI_HindiNews (@AHindinews) December 18, 2023
प्रधानमंत्री ने कहा, ‘आज हमारे तीर्थों का विकास भी हो रहा है, और भारत आधुनिक इनफ्रास्ट्रक्चर में नए रिकॉर्ड भी बना रहा है। आज देश में विकास की रफ्तार क्या है, इसकी झलक आपको अकेला बनारस ही दिखा देता है। काशी विश्वनाथ धाम परिसर का पुनर्निमाण हुए पिछले सप्ताह ही दो साल पूरे हुए हैं। इसके बाद से बनारस में रोजगार और व्यापार-कारोबार एक नई तेजी पकड़ चुका है। पहले एयरपोर्ट पर पहुँचते ही चिंता होने लगती थी कि शहर तक कैसे पहुंचेंगे! टूटी सड़कें, हर ओर अव्यवस्था, यही बनारस की पहचान थी। लेकिन, अब बनारस का मतलब है – विकास, अब बनारस का मतलब है – आस्था के साथ आधुनिक सुविधाएं, अब बनारस का मतलब है – स्वच्छता और बदलाव, बनारस आज विकास के अद्वितीय पथ पर अग्रसर है।’
अब बनारस का मतलब है – विकास,
अब बनारस का मतलब है – आस्था के साथ आधुनिक सुविधाएं,
अब बनारस का मतलब है – स्वच्छता और बदलाव,
बनारस आज विकास के अद्वितीय पथ पर अग्रसर है।
– पीएम श्री @narendramodi
पूरा वीडियो देखें : https://t.co/RSGYMCdTwH pic.twitter.com/a8lEEkn9WW
— BJP (@BJP4India) December 18, 2023
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि मैं पिछली बार जब आपके बीच आया था, तो मैंने देश की कुछ अपेक्षाएं भी आपके सामने रखी थीं। आज एक बार फिर मैं आपके सामने 9 संकल्प रख रहा हूं, नौ-आग्रह रख रहा हूं।
आज एक बार फिर मैं आपके सामने 9 संकल्प, 9 आग्रह रख रहा हूं-
– पानी की बूंद-बूंद बचाइए और जल संरक्षण के लिए लोगों को जागरूक करिए।
– गांव-गांव जाकर लोगों को डिजिटल लेन देन के प्रति जागरूक करिए।
– अपने गांव, शहर, मोहल्ले को स्वच्छता में नंबर 1 बनाने के लिए काम करिए।
– जितना हो… pic.twitter.com/69hItQjwu8
— MyGovIndia (@mygovindia) December 18, 2023