राजीव गांधी फाउंडेशन को लेकर एक और खुलासा हुआ है। भारत स्थित चीनी दूतावास, चीन सरकार, जाकिर हुसैन, प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष (PMNRF), मंत्रालय, सार्वजनिक उपक्रमों के साथ-साथ करोंड़ों रुपये के घोटाले में फरार मेहुल चोकसी ने भी राजीव गांधी फाउंडेशन को दान दिया था। पंजाब नेशनल बैंक को हजारों करोड़ रुपये का चूना लगाकर देश से फरार हुए हीरा कारोबारी मेहुल चोकसी ने राजीव गांधी फाउंडेशन को ये दान अपनी कंपनी नवराज एस्टेट प्राइवेट लिमिटेड के जरिए दिया था। चोकसी ने एंटिगुआ और बारबुडा की नागरिकता ले रखी है। चोकसी और उसका भांजा नीरव मोदी 13,500 करोड़ रुपये के पीएनबी धोखाधड़ी मामले में मुख्य आरोपी है।
#Exclusive #Breaking on @thenewshour | Mehul Choksi too ‘funded’ Rajiv Gandhi Foundation.
Navika Kumar explains the sensational twist.
Here’s how Mehul Choksi funded Rajiv Gandhi Foundation. pic.twitter.com/iNpj3Jped7
— TIMES NOW (@TimesNow) June 26, 2020
इसका खुलासा करते हुए टाइम्स नाउ ने यह भी कहा कि चीन सरकार की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी द्वारा वित्त पोषित चाइना एसोसिएशन फॉर इंटरनेशनल फ्रेंडली कॉन्टैक्ट (CAIFC) ने भी राजीव गांधी फाउंडेशन को वित्तीय सहायता दी थी। एफबीआई CAIFC पर नजर रख रहा था और यूएस-चीन इकोनॉमिक एंड सिक्योरिटी रिव्यू कमीशन की एक रिपोर्ट में अमेरिकी कांग्रेस में कहा गया था कि वह विदेशों में जासूसी गतिविधियों में शामिल था।
7 मंत्रालय और 11 पीएसयू ने भी दिए दान
ऑपइंडिया की खबर के अनुसार कई सरकारी उपक्रमों ने भी राजीव गांधी फाउंडेशन में दान किया था। इनमें गृह मंत्रालय समेत 7 मंत्रालय और 11 बड़े सार्वजानिक उपक्रम भी शामिल थे। यह सब दान तब किए गए जब देश में मनमोहन सिंह के नेतृत्व में यूपीए की सरकार थी। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी उस समय यूपीए की चेयरपर्सन थीं।
दान देने वाले मंत्रालय और सरकारी विभाग-
*गृह मंत्रालय
*प्रौढ़ शिक्षा निदेशालय, मानव संसाधन मंत्रालय
*स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय
*पर्यावरण और वन मंत्रालय
*लघु उद्योग मंत्रालय
*राष्ट्रीय स्वरोजगार मिशन, ग्रामीण विकास मंत्रालय द्वारा एक परियोजना
*महिला एवं बाल विकास मंत्रालय द्वारा सबला
दान देने वाले सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रम
*एलआईसी
*सेल
*गेल (इंडिया) लिमिटेड
*ऑयल इंडिया लिमिटेड
*ओरिएंटल बैंक ऑफ कॉमर्स
*स्टेट बैंक ऑफ इंडिया
*बैंक ऑफ महाराष्ट्र
*आवास और शहरी विकास निगम लिमिटेड
*ओएनजीसी
*आईडीबीआई बैंक
*भारतीय इस्पात प्राधिकरण लिमिटेड
प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष से मिला दान
यूपीए सरकार के दौरान प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष से राजीव गांधी फाउंडेशन को दिए गए दान के खुलासे ने भी कांग्रेस के चेहरे से नकाब हटा दिया है। कांग्रेस की नेतृत्व वाली यूपीए सरकार ने प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष (PMNRF) का गलत इस्तेमाल किया। बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने शुक्रवार को आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री नेशनल रिलीफ फंड से राजीव गांधी फाउंडेशन को पैसा दान किया गया। यह पैसा उस समय दान किया गया, जब सोनिया गांधी पीएमएनआरएफ के बोर्ड में भी थीं और आरजीएफ की अध्यक्ष भी थीं। बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कहा, ‘संकट में लोगों की मदद करने के लिए बना पीएमएनआरएफ, यूपीए के कार्यकाल में राजीव गांधी फाउंडेशन को पैसे दान कर रहा था। पीएमएनआरएफ बोर्ड में कौन बैठा? सोनिया गांधी। राजीव गांधी फाउंडेशन की अध्यक्षता कौन करता है? सोनिया गांधी। यह पूरी तरह से निंदनीय है।’
PMNRF, meant to help people in distress, was donating money to Rajiv Gandhi Foundation in UPA years.
Who sat on the PMNRF board? Smt. Sonia Gandhi
Who chairs RGF? Smt. Sonia Gandhi.
Totally reprehensible, disregarding ethics, processes and not bothering about transparency. pic.twitter.com/tttDP4S6bY
— Jagat Prakash Nadda (@JPNadda) June 26, 2020
बीजेपी के आरोप का आधार क्या?
बीजेपी अध्यक्ष नड्डा ने 2005-2006 और 2007-2008 में राजीव गांधी फाउंडेशन को दान देने वालों की लिस्ट शेयर की हैं, इनमें प्रधानमंत्री नेशनल रिलीफ फंड का भी नाम है।
राजीव गांधी फाउंडेशन क्या है?
पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी के लक्ष्यों को आगे बढ़ाने के लिए 21 जून 1991 को सोनिया गांधी ने इसकी शुरुआत की थी। सोनिया गांधी राजीव गांधी फाउंडेशन की चेयरपर्सन हैं। इस फाउंडेशन में सोनिया गांधी के बेटे राहुल गांधी, बेटी प्रियंका वाड्रा, पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के अलावा पी. चिदंबरम ट्रस्टी हैं।
कांग्रेस ने चीन से भी ली रिश्वत
इससे पहले केंद्रीय कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने आरोप लगाया था कि राजीव गांधी फाउंडेशन को चीन ने पैसे दिए। उन्होंने पूछा था कि कांग्रेस ये बताए की ये प्रेम कैसे बढ़ गया। इनके कार्यकाल में चीन हमारी जमीन पर कब्जा कर लिया। कांग्रेस स्पष्ट करे कि इस डोनेशन के लिए क्या सरकार से मंजूरी ली गई थी? गलवान घाटी में चीनी सैनिकों के साथ झड़प के बीच इस खुलासा से सनसनी फैल गई है कि राजीव गांधी फाउंडेशन को दान के नाम पर चीन से काफी ज्यादा वित्तीय मदद मिली थी।
टाइम्स नाउ न्यूज चैनल के अनुसार राजीव गांधी फाउंडेशन को मिली यह वित्तीय मदद करोड़ों रुपये में है।
#CongChinaFile | China donated to Rajiv Gandhi Foundation.
Not just @RahulGandhi-China MoU in 2008, but details of donations to Rajiv Gandhi Foundation are out.
Meanwhile, @BJP4India calls it proof of ‘quid pro quo’.Rahul Shivshankar & Navika Kumar with details. pic.twitter.com/JZNfdmuj5J
— TIMES NOW (@TimesNow) June 25, 2020
टाइम्स नाउ के अनुसार भारत स्थित चीनी दूतावास राजीव गांधी फाउंडेशन को फंडिंग करता रहा है। खबर के अनुसार चीन की सरकार वर्ष 2005, 2006, 2007 और 2008 में राजीव गांधी फाउंडेशन में डोनेशन करती है और इसके बाद वर्ष 2010 में एक अध्ययन जारी कर बताया जाता है कि भारत और चीन के बीच व्यापार समझौतों को बढ़ावे की जरूरत है।
राजीव गांधी फाउंडेशन की वार्षिक रिपोर्ट 2005-06 में भी कहा गया है कि राजीव गांधी फाउंडेशन को पीपुल रिपब्लिक ऑफ चाइना के दूतावास से फंडिंग हुई है।
चीनी दूतावास के अनुसार, भारत में तत्कालीन चीनी राजदूत सुन युक्सी ने 10 लाख रुपए दान दिए थे। इस फंडिंग का नतीजा ये रहा कि राजीव गांधी फाउंडेशन ने भारत और चीन के बीच मुक्त व्यापार समझौते (FTA) के बारे में कई स्टडी की और इसे जरूरी बताया।
कांग्रेस के थिंक-टैंक ने की FTA की पैरवी, व्यापार घाटा 33 गुणा बढ़ा
राजीव गांधी फाउंडेशन ने चीन के साथ एफटीए की पैरवी की, जिसके बाद 2003-04 और 2013-14 के बीच व्यापार घाटा 33 गुणा बढ़ गया। इसके अलावा 2008 में कांग्रेस और चीनी कम्युनिस्ट पार्टी (सीसीपी) के बीच एमओयू का राजीव गांधी फाउंडेशन के साथ संबंध को लेकर भी सवाल उठाए जा रहे हैं। चीन से साथ सीमा विवाद के समय कांग्रेस के नरम रवैये को लेकर सवाल उठ रहे हैं कि कहीं इसका कारण यहीं तो नहीं है।
राहुल गांधी की कांग्रेस पार्टी का चीनी कन्युनिस्ट पार्टी के साथ एमओयू, डोकलाम विवाद के समय राहुल का चोरी-छिपे चीनी दूतावास के अधिकारियों से मिलना, चीनी झड़प के दौरान सरकार-सेना पर सवाल उठाना, सरकार की जगह पार्टी से परिवार के लोगों का चीन जाना, कैलास मानसरोवर की यात्रा के दौरान चीनी अधिकारियों से गुपचुप मुलाकात करना यह सब कांग्रेस पार्टी के साथ गांधी परिवार को संदेह के घेरे में खड़ा करता है।
कांग्रेस और चीनी कम्युनिस्ट पार्टी के बीच एमओयू, चीनी सरकार और चीनी दुतावास, प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष, जाकिर हुसैन के बाद अब मेहुल चोकसी से भी दान मिलने की खबर सोशल मीडिया पर ट्रेंड करने लगी है। सोशल मीडिया पर भी लोग इसके बारे में जानना चाहते हैं।
UPA rule, Rajiv Gandhi foundation received donations from:
– PMNRF
– 7 central ministries:
1. MHA
2. HRD
3. Health & Family welfare
4. Environment & Forest
5. Small scale industries
6. Rural development
7. Women & Child– 11 PSUs
Some are:
1. LIC
2. GAIL
3. SBI
4. ONGC
5. SAIL— Anshul Saxena (@AskAnshul) June 26, 2020
@PMOIndia @AmitShahOffice @SoniaGandhi_Ji @priyankagandhi @RahulGandhi Hon’ble PM Sir, if donations from Govt, Public sector, enemy country & persons like Zakir Naik, Mehul Choksi etc have actually been received by Rajiv Gandhi Trust, entire India wants action against Gandhis. pic.twitter.com/BOkBmIjgEb
— Now its 2 eyes 4 n i (@eyeforneye) June 27, 2020
Mehul Choksi and Gandhi financial connection
Rajiv Gandhi Foundation received money from fugitive Mehul Choksi: Here are the details https://t.co/o2wOjTxTrx via @OpIndia_com
— Satish Rathod (@Satishrathod100) June 27, 2020
Fugitive economic offender Nirav Modi gets help from a former judge belonging to Congress.
Fugitive economic offender Mehul Choksi ‘donates’ to Rajiv Gandhi Foundation.
— Suhas (@Suhas_AN) June 27, 2020
?Mehul Choksi funded #RGF
?Zakir Naik funded #RGF
?PM Relief Fund Donated to #RGF
?China Funded #RGF
?Various Ministries funded #RGFThe Rajiv Gandhi Foundation is an offshore Shell Company.
— Siddharth Hindustani ?? (@imsiddharth87) June 27, 2020
Epic response by @Shehzad_Ind
Mehul Choksi was granted loan as a bail bond.
Congress is CPC “Corruption par chalnewali” or “Commission par chalnewali” both seem apt.
Isn’t it evident that Choksi was made to flee by Gandhi’s in order to protect themselves?pic.twitter.com/RK01oKV0Rm— Ashish Jaggi (@AshishJaggi_1) June 27, 2020
Mehul Choksi, China, Zakir Naik all donated to Rajeev Gandhi Foundation..and in 1991 Manmohan Singh also announced 100cr to Rajeev Gandhi foundation…but …Why?@RahulGandhi @rahulkanwal @sardesairajdeep @INCIndia pic.twitter.com/QUqsicJisM
— Rohit Kumar (@RohitkumarCs14) June 26, 2020
#Exclusive #Breaking on @thenewshour | Mehul Choksi too ‘funded’ Rajiv Gandhi Foundation.
Navika Kumar explains the sensational twist.
Here’s how Mehul Choksi funded Rajiv Gandhi Foundation. pic.twitter.com/iNpj3Jped7
— TIMES NOW (@TimesNow) June 26, 2020
Dn’t no abt dat..but it sure did from mehul choksi…nd frm 11 PSUs….7 ministry”s..
.MANMOHAN SINGH evn tried 2 divert 100 crores as he anouncd in d budget.backed off aftr backlash.
Thank god modi assumed office in 2014.else.ds Gandhis wd hv registered pariliament in its name. https://t.co/s8ceb2ZIZ7 pic.twitter.com/iZmKyjczAm— Neha Bharti… (@NehaBha66131560) June 26, 2020
Seems like Rajiv Gandhi Foundation was formed to collect protection money pic.twitter.com/BSkAF2OA1v
— Rishi Bagree ?? (@rishibagree) June 26, 2020
Big big breaking
PMNRF under Dr MMS not only gave money to Sonia run RGF but in 1991-92 Budget when Dr MMS was FM he sough to give a huge sum to RGF from he Union Budget -it was stalled when there was uproar
Share and expose @pmoindia we need enquiry @navikakumar @rshivshankar pic.twitter.com/s7ViZVBis7
— Shehzad Jai Hind (@Shehzad_Ind) June 26, 2020