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कोरोना के खिलाफ जंग और वैक्सीनेशन में सबसे आगे हैं फ्रंटलाइन वर्कर्स, 90.9 प्रतिशत को पहली डोज और 89.4 प्रतिशत को दी गई टीके की दूसरी डोज

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देश में चलाया जा रहा कोरोना टीकाकरण अभियान काफी तेजी से आगे बढ़ रहा है। इस अभियान की शुरुआत करते हुए मोदी सरकार ने स्वास्थ्य कर्मियों और अग्रिम मोर्चे पर कार्यरत कर्मियों को टीका लगाने की प्राथमिकता दी, ताकि सुरक्षा के साथ कोरोना के खिलाफ जंग में अहम भूमिका निभा सके। फ्रंटलाइन वर्कर्स जहां कोरोना महामारी के बावजूद अपनी सेवाएं देने में आगे रहे, वहीं टीकाकरण में भी सबसे आगे हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा पेश किए गए आंकड़े के मुताबिक 90.9 प्रतिशत फ्रंटलाइन वर्कर्स को कोरोना की पहली डोज दी जा चुकी है।

कोरोना के टीके की पहली डोज

हेल्थकेयर वर्कर्स- 87.5%

फ्रंटलाइन वर्कर्स- 90.9%

45 वर्ष से अधिक- 46.2%

आयु 18-44 वर्ष- 17.2%

पिछले महीने की शुरुआत में केंद्र सरकार ने स्वास्थ्य कर्मियों और अग्रिम मोर्चे पर कार्यरत कर्मियों में टीकाकरण के निम्न स्तर, खासतौर पर दूसरी डोज के मामले को लेकर गंभीर चिंता जतायी थी। साथ ही राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को सलाह दी थी कि वे प्राथमिकता वाले समूह को दूसरी डोज देने पर ध्यान केंद्रित करें और इसके लिए प्रभावी योजना बनाएं। राज्यों को टीकाकरण के लिए विशेष समय और सत्र निर्धारित करने का सुझाव दिया गया। इसका असर अब दिखाई दे रहा है। कोरोना के टीके की दूसरी डोज लेने के मामले में भी फ्रंटलाइन वर्कर्स ने बाजी मार ली है। स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक 89.4 प्रतिशत फ्रंटलाइन वर्कर्स ने टीक लगवा लिया है।

कोरोना के टीके की दूसरी डोज

हेल्थकेयर वर्कर्स- 79.7%

फ्रंटलाइन वर्कर्स- 89.4%

45 वर्ष से अधिक- 56.8%

गौरतलब है कि स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार भारत में 171 दिनों में कुल 35.75 करोड़ डोज दी गईं, जबकि संयुक्त राज्य अमेरिका में 204 दिनों में 33.06 करोड़ डोज और यूनाइटेड किंगडम में 210 दिनों में 7.89 करोड़ डोज दी गईं हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक भारत के 35.75 करोड़ डोज में स्वास्थ्यकर्मियों को 1.75 करोड़ डोज, फ्रंटलाइन वर्कर्स को 2.73 करोड़ डोज, 45 वर्ष से ऊपर के लोगों को 20.69 करोड़ डोज और 18-44 आयु वर्ग के लोगों को 10.58 करोड़ डोज दी गई है।

टीकाकरण अभियान में CoWIN एप का बहुत बड़ा योगदान रहा है। इस प्लेटफॉर्म का उपयोग लोगों को कोविड-19 के खिलाफ टीकाकरण के लिए पंजीकरण कराने, स्लॉट बुक करने और टीकाकरण प्रमाणपत्र डाउनलोड करने में मदद करने के लिए किया जा रहा है। गौरतलब है कि कनाडा, मैक्सिको, नाइजीरिया, पनामा और युगांडा सहित 70 से अधिक देशों ने CoWin प्लेटफॉर्म को अपनाने में रुचि दिखाई है। इसलिए इसे ग्लोबल किया जा रहा है। गौरतलब है कि सोमवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने CoWIN ग्लोबल कॉन्क्लेव को संबोधित किया जहां सरकार के डिजिटल प्लेटफॉर्म में दिलचस्पी दिखाने वाले देशों को इसे अपनाने का मौका दिया गया। 

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