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पीएम आवास योजना के घर से सम्मान के साथ गरिमा भी मिली- एन सुब्बुलक्ष्मी का पत्र साझा करते हुए प्रधानमंत्री

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प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने एन. सुब्बुलक्ष्मी का एक मर्मस्पर्शी पत्र साझा किया है। इस पत्र में एन. सुब्बुलक्ष्मी ने पीएम आवास योजना के तहत घर मिलने पर अपनी खुशी जाहिर की है। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि प्रसार भारती के पूर्व बोर्ड सदस्य सीआर केसवन ने एक मुलाकात के दौरान उन्हें एन. सुब्बुलक्ष्मी का एक पत्र दिया। मदुरै की रहने वाली सुब्बुलक्ष्मी, केसवन के घर में रसोइए का काम करती हैं। उन्होंने अपने घर की तस्वीरें साझा की हैं और आशीर्वाद भी दिया है। प्रधानमंत्री मोदी ने अपने ट्वीट में कहा, “आज मैं सीआर केसवन से मिला, जिन्होंने एन. सुब्बुलक्ष्मी जी का एक बहुत ही मर्मस्पर्शी पत्र साझा किया, जो उनके घर में रसोइए के रूप में काम करती हैं। मदुरै की रहने वाली एन. सुब्बुलक्ष्मी जी को वित्तीय समस्याओं सहित कई चुनौतियों का सामना करना पड़ा। उन्होंने पीएम आवास योजना के तहत घर के लिए सफलतापूर्वक आवेदन किया था।”

प्रधानमंत्री ने अगले ट्वीट में लिखा, “अपने पत्र में, एन. सुब्बुलक्ष्मी जी ने यह भी साझा किया कि कैसे यह उनका पहला अपना घर है और इस घर से उनके जीवन को सम्मान के साथ-साथ गरिमा भी मिली है। उन्होंने अपने घर की तस्वीरें साझा कीं हैं और आभार तथा आशीर्वाद भी दिया है। यह ऐसा आशीर्वाद है, जो अपार शक्ति का स्रोत है।”

प्रधानमंत्री मोदी ने अपने आखिरी ट्वीट में लिखा, “एन. सुब्बुलक्ष्मी जी की तरह, अनगिनत लोग हैं, जिनका जीवन पीएम आवास योजना के कारण बदल गया है। केवल एक घर से उनके जीवन में गुणात्मक अंतर आया है। यह योजना महिला सशक्तिकरण की शुरुआत करने में भी सबसे आगे रही है।’’

तीन करोड़ से ज्यादा पक्के घरों का निर्माण
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में देश ने हर परिवार को छत मुहैया कराने के मामले में एक बड़ी उपलब्धि हासिल की है। अपने घर का हसरत पाले बैठे लोगों के सपनों में मोदी सरकार की प्रधानमंत्री आवास योजना ने एक नई जान डाल ही है। प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत मोदी सरकार तीन करोड़ से ज्यादा पक्के घरों का निर्माण कर चुकी है। प्रधानमंत्री मोदी ने 2022 में कहा था कि देश के हर निर्धन को पक्का घर देने के लिए सरकार महत्त्वपूर्ण कदम उठा रही है। उन्होंने यह भी बताया कि प्रधानमंत्री आवास योजना के अंतर्गत तीन करोड़ से अधिक मकान बनाए जा चुके हैं। सभी घर मूलभूत सुविधाओं से युक्त हैं और ये घर महिला सशक्तिकरण के प्रतीक बन गए हैं। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा था, “देश के हर गरीब को पक्का मकान देने के संकल्प में हमने एक अहम पड़ाव तय कर लिया है। जन-जन की भागीदारी से ही तीन करोड़ से ज्यादा घरों का निर्माण संभव हो पाया है। मूलभूत सुविधाओं से युक्त ये घर आज महिला सशक्तिकरण का प्रतीक भी बन चुके हैं।”

प्रधानमंत्री मोदी कर रहे आम लोगों के घर का सपना पूरा
प्रधानमंत्री मोदी ने जब साल 2014 में पहली बार देश की बागडोर संभाली तो उस समय करोड़ों लोगों के पास अपना घर नहीं था। प्रधानमंत्री मोदी ने इन लोगों की पीड़ा को समझ देश के हर परिवार को घर देने का वादा किया। इसी के तहत प्रधानमंत्री मोदी ने 25 जून, 2015 में प्रधानमंत्री आवास योजना (पीएमएवाई) की शुरूआत की और 20 नवंबर, 2016 को प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण) का शुभारंभ किया।

पीएम आवास में आधारभूत सुविधाओं पर जोर
योजना में वैश्विक जलापूर्ति, सीवरेज ढांचे में सुधार, बच्‍चों का विकास, दिव्‍यांगों के अनुकूल हरे पार्कों और खुली जगह, पानी की निकासी और गैर-मोटर चालित शहरी यातायात में सुधार पर जोर दिया गया है। पीएमएवाई के तहत बनने वाले प्रत्येक पक्के घर में शौचालय, गैस कनेक्शन, बिजली आपूर्ति, पेयजल आपूर्ति आदि सुविधाओं से ग्रामीण भारत की तस्वीर बहुत तेजी से बदल रही है।

महिला सशक्तिकरण की दिशा में एक कदम
प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत महिला सशक्तिकरण की दिशा में एक उपाय के रूप में घरों को महिला के नाम पर या संयुक्‍त स्‍वामित्‍व में उपलब्‍ध कराया जा रहा है। प्रधानमंत्री आवास योजना (शहरी) की क्रेडिट से जुड़ी सब्सिडी योजना के तहत 18 लाख प्रतिवर्ष तक की आय के मध्‍यम आय वर्ग के परिवारों को पहली बार घरों के लिए धनराशि उपलब्ध कराई जा रही है। घर के कारपेट एरिया को बढ़ाकर 200 वर्गमीटर कर दिया गया है।

सस्ते मकान क्षेत्र में जबरदस्त तेजी
प्रधानमंत्री आवास योजना पीपीपी मोड के आधार पर चल रही है। ऐसा अनुमान है कि इस कारण सस्ते आवासीय क्षेत्र में जबरदस्त तेजी आने वाली है। कई हाउसिंग कंपनियों के अनुसार ग्राहकों का जबरदस्त आकर्षण दिख रहा है। पीएमएवाई के तहत केंद्र सरकार ने मध्यम आयवर्ग के लोगों के लिए दो नई योजनाएं शुरू की। इन योजनाओं के तहत 9 लाख रुपये तक के आवास ऋण पर ब्याज में 4 फीसदी और 12 लाख रुपये के आवास ऋण पर ब्याज में 3 फीसदी छूट दी गई है।

गुणवत्तापूर्ण मकानों के लिए राजमिस्त्री प्रशिक्षण कार्यक्रम
इतना ही नहीं, गुणवत्तापूर्ण आवास के निर्माण के लिए प्रशिक्षित राजमिस्त्री की आवश्यकता होती है। इसके लिए ग्रामीण क्षेत्रों में ग्रामीण राजमिस्त्री प्रशिक्षण कार्यक्रम शुरू किया गया। ग्रामीण राजमिस्त्री प्रशिक्षण कार्यक्रम 11 राज्यों में शुरू किए गए हैं। इसके माध्यम से ग्रामीण क्षेत्रों में अच्छी गुणवत्ता वाले आवासों का निर्माण संभव होगा। साथ ही देश में कुशल कारिगरों की संख्या बढ़ेगी। प्रशिक्षित राजमिस्त्रियों को रोजगार के अच्छे अवसर मिलेंगे।

मकानों के 168 प्रकार के डिजाइन
जो भी मकान बने, वह गरीब को सक्षम और सशक्त बनाने के लिए हो, इसको ध्यान में रखते हुए यूएनडीपी-आईआईटी दिल्ली ने आवासों के विभिन्न डिजाइन तैयार किए हैं। 15 राज्यों के लिए स्थानीय जलवायु और स्थानीय निर्माण सामग्री को ध्यान में रखते हुए बने। इसके लिए इस योजना के तहत 168 प्रकार के डिजाइन को सरकार ने मंजूरी दी है। इन डिजाइनों में से कोई भी डिजाइन प्रधानमंत्री आवास योजना के लाभार्थी चुन सकते हैं और मकान बनवा सकते हैं। इन आवास डिजाइनों को केन्द्रीय आवास शोध संस्थान, रुडकी ने भी मंजूरी दी है। इन आवास डिजाइनों में लागत कम आती है तथा ये आपदा प्रतिरोधी भी हैं।

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