नीतीश कुमार ने बिहार की जनता से भ्रष्टाचार और जंगलराज से मुक्ति दिलाने का वादा किया था। जनता ने नीतीश कुमार पर भरोसा किया, लेकिन उन्होंने सत्ता की लालच में उस भरोसे को तोड़ दिया है। जिस चारा घोटाले के दोषियों के खिलाफ उन्होंने लड़ाई लड़ी और जनता ने भी उनका भरपूर साथ दिया, उन्हीं के सामने नीतीश कुमार नतमस्तक हो गए। बिहार को लूटने वाले अब उनके हमराज बन गए हैं। आज नीतीश कुमार भ्रष्टाचार के पर्याय बन चुके लालू परिवार और नेहरू-गांधी परिवार के दास के रूप में नजर आ रहे हैं।
Agali galti tak kshama karna Bhabhi ! pic.twitter.com/m313kUQDr5
— Governor Swaraj (@governorswaraj) August 9, 2022
यह तस्वीर नीतीश कुमार की ईमानदारी, विश्वसनीयता, प्रतिबद्धता और विकास शब्द को चिढ़ाते नजर आ रही है। यह तस्वीर नीतीश कुमार के सियासी और नैतिक पतन का दर्शाती है। इस तस्वीर से साबित होता है कि उनके लिए सबसे बड़ा इमान कुर्सी है। वे अपनी कुर्सी बनाये रखने के लिए किसी भी हद तक गिरने को तैयार है। जिस तरह नीतीश कुमार राबड़ी देवी के सामने नतमस्तक हुए, उससे लगता है कि वो अब आरजेडी के सामने खुद को समर्पित कर चुके हैं। वो अपनी पिछली गलतियों के लिए क्षमा मांग रहे हैं।
भाभी चरण स्पर्श
कहा सुना माफ करना
?— Brijesh Singh??? (@brijeshsinghrc1) August 10, 2022
सोशल मीडिया पर लोगों का कहना है कि लालू प्रसाद यादव के बीमार पड़ने पर नीतीश कुमार उनके परिवार के संरक्षक के रूप में काम कर रहे हैं। उनके भ्रष्टाचार के मामलों पर पर्दा डालने और उनके दो बेरोजगार बेटों को रोजगार देने का काम कर रहे हैं।
Rabri ji like – Yadi apne dono UNPADH ko settle nahi karna hota to aise DEWAR ko chai bhi nahi poochate, CM ke lie support dena to dooooooooor ki baat hai. ??
— Rajesh Kumar?? (@RajeshKr78) August 10, 2022
कुर्सी कुमार नाक रगड रहे है
— Arvind Kumar (@kumar_arvindit) August 10, 2022
He was no shame on politics gimmicks..!so surprised so educated leaders attached on power
— ??Sandeep ಸಂದೀಪ್ (@sandeep2257) August 10, 2022