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UAE में भव्य हिंदू मंदिर का निर्माण कार्य पूरा होने के करीब, कट्टरपंथियों को लगी मिर्ची

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इस्लामिक देश संयुक्त अरब अमीरात(UAE) के दुबई शहर में भव्य हिंदू मंदिर बनकर लगभग तैयार हो चुका है। दुबई के इस भव्य मंदिर में 16 देवी-देवताओं की मूर्तियां स्थापित होंगी। दशहरा के अवसर पर 4 अक्‍टूबर को इस मंदिर का अनावरण किया जाएगा। मुस्लिम देश यूएई में हिंदू मंदिर बनने की खबर सोशल मीडिया में आने के बाद कट्टरपंथियों को मिर्ची लग गई है और वे इसका विरोध कर रहे हैं। लेकिन वे भूल रहे हैं कि आज देश में एक मजबूत प्रधानमंत्री है और जिसके नेतृत्व में भारत दुनिया में अपनी सम्मानजनक पहचान कायम कर रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में विश्व पटल पर भारत की एक मजबूत छवि बन रही है। आज भारत की कूटनीति का दुनिया के देश लोहा मान रहे हैं। लेकिन देश विरोधी तत्व मुस्लिम देश में मंदिर बनने से खुश नहीं हैं और उन्हें मिर्ची लग गई है।

दुबई के जेबेल अली इलाके में बना है यह भव्य मंदिर

दशहरा के दिन 5 अक्‍टूबर को इस मंदिर को दुनिया के लिए खोल दिया जाएगा। सिंधु गुरु दरबार मंदिर के एक ट्रस्‍टी राजू श्राफ ने इसकी पुष्टि की है। इस मंदिर को दुबई के जेबेल अली इलाके में बनाया जा रहा है। इसी इलाके में एक सिख गुरुद्वारा और कई चर्च भी मौजूद हैं। इस मंदिर के अनावरण के दौरान यूएई सरकार के अधिकारी और विशिष्‍ट अतिथि मौजूद रहेंगे। इस मंदिर में शादी, हवन और अन्‍य निजी कार्यक्रम आयोजित किए जा सकेंगे।

1200 श्रद्धालु एक बार में कर सकेंगे पूजा

यह मंदिर काफी बड़ा है और एक बार में 1000 से लेकर 1200 भक्‍त मंदिर में पूजा कर सकेंगे। इस मंदिर की तस्‍वीरों को ट्विटर पर यूएई के रहने वाले हसन सजवानी ने शेयर की हैं। इन तस्‍वीरों के सामने आने के बाद जहां हिंदू इसकी जमकर तारीफ कर रहे हैं, वहीं कट्टरपंथी भड़के हुए हैं।

कट्टरपंथियों ने किया मंदिर का विरोध

कुछ कट्टरपंथियों ने मुस्लिम देश यूएई में हिंदू मंदिर बनाने का विरोध किया है। फैसल खान ने लिखा, ‘बीजेपी के अतिवादी हिंदू भारत में मस्जिद को नष्‍ट कर रहे हैं और यूएई के लोग देश में हिंदुओं के लिए मंदिर बना रहे हो। आपके राजा को कितने पैसे की जरूरत है। बिजनस हित इसके पीछे है।’

यूएई में मंदिर बनने की लोगों ने की तारीफ

बहुत बड़ी तादाद ऐसे लोगों की है जिन्‍होंने यूएई के कदम की जमकर तारीफ की है। यूएई के रहने वाले हसन सजवानी के ट्वीट को अब तक 5 हजार से ज्‍यादा बार रीट्वीट किया जा चुका है और करीब 28 हजार लोगों ने लाइक किया है। इस ट्वीट पर कॉमेंट करने वाले आफताब ने लिखा- अविश्‍वसनीय लेकिन वास्‍तविकता। यूएई लोगों के दिलों को जीतने के मामले में उभरता हुआ सितारा है। वास्‍तव में कभी नहीं सोचा था कि एक दिन अरब धरती पर मंदिर को बनाने की इजाजत दी जाएगी। यह अन्‍य देशों के लिए उदाहरण है।

मंदिर में होंगी ये सुविधाएं

ये भव्य हिंदू मंदिर दुबई शहर के कॉरिडोर ऑफ टॉलरेंस में स्थित है। इस मंदिर में 16 देवी-देवताएं की तस्वीरें एवं मूर्तियां रखीं गई है। मंदिर में एक ज्ञान कक्ष बनाया गया है वहीं, दूसरी गतिविधियों के लिए एक कम्युनिटी हॉल का निर्माण भी किया गया है जहां पर श्रद्धालु पूजा-पाठ कर सकेंगे। मंदिर में 1000 से 1200 श्रद्धालुओं की क्षमता है।

दो चरणों में खोला जाएगा मंदिर

दुबई में इस भव्य मंदिर को दो चरणों में खोला जाएगा। पहले चरण में मंदिर परिसर में श्रद्धालुओं के लिए सिर्फ पूजा स्थल खोले जाने की योजना है। वहीं, दूसरे चरण में अगले साल यानी 14 जनवरी मकर संक्रांति के दिन मंदिर के ज्ञान कक्ष और सामुदायिक सेंटर को खोला जाएगा। इसके अलावा मंदिर में आने वाले श्रद्धालुओं के लिए मंदिर में शादी समारोह, हवन और निजी कार्यक्रम आयोजित करने की भी सुविधा की गई है।

काफी विशालकाय है ये मंदिर

मंदिर के अंदरूनी हिस्से का झलक देखने से पता चलता है कि मंदिर काफी ज्यादा भव्य और विशालकाय है। वहीं, सिंधु गुरु दरबार मंदिर के ट्रस्टी राजू श्रॉफ ने बताया कि उद्घाटन के अवसर पर संयुक्त अरब अमीरात की सरकार के अधिकारी और गणमान्य व्यक्ति होंगे, जो 4 अक्टूबर को आधिकारिक उद्घाटन समारोह में शामिल होंगे। हमने कुछ अनुष्ठानों की भी योजना बनाई है।

कोविड की वजह से फिलहाल क्यूआर कोड से होगा मंदिर में प्रवेश

मंदिर समिति के सदस्य अशोक कुमार डब्ल्यू ओढरानी ने कहा कि मंदिर काफी विशाल है और एक बार में एक हजार से 1200 लोग मंदिर के अंदर जुट सकते हैं और पूजा-अराधना कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि हालांकि, महत्वपूर्ण हिंदू त्योहारों के दौरान ये संख्या बहुत अधिक होगी। हम उम्मीद करते हैं कि अबू धाबी से और लोग सप्ताहांत में भी मंदिर देखने और पूजा करने के लिए आएंगे। कोविड -19 के बीच, सभी आगंतुकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए मंदिर के अधिकारियों ने एक क्यूआर-कोड-आधारित नियुक्ति प्रणाली स्थापित की है। आगंतुक https://hindutempledubai.com/ पर क्यूआर कोड प्राप्त कर सकते हैं। मंदिर का समय सुबह 6 बजे से रात 9 बजे तक है। उन्होंने कहा कि आगंतुकों का उनके नियत समय स्लॉट के दौरान मंदिर में प्रवेश करने के लिए स्वागत है। यह कोविड -19 के बड़े पैमाने पर प्रसार से बचने के लिए हमारे तैयारियों के प्रोटोकॉल का हिस्सा है।

दिवाली और नवरात्रि में होगी धूम

उद्घाटन के बाद मंदिर दिवाली और नवरात्रि जैसे त्योहारों के लिए समारोह आयोजित करेगा। मंदिर में एक अच्छी तरह से सुसज्जित रसोईघर और एक सूखी और ठंडे भंडारण की सुविधा भी है। कम्युनिटी हॉल और नॉलेज रूम के अंदर कई एलसीडी स्क्रीन लगाई जाएंगी। अन्य चीजों के अलावा बच्चों के लिए अंतर-धार्मिक संवाद और शैक्षिक गतिविधियों का भी आयोजन किया जाएगा।

मंदिर की दीवारों पर श्लोक उकेरे गये हैं

मंदिर में सफेद संगमरमर के ऊंचे-ऊंचे नौ शिखर हैं और अलंकृत स्तंभों का इस्तेमाल किया गया है। वहीं, मंदिर पर श्लोक उकेरे गये हैं, जिससे मंदिर के दीवार काफी खूबसूरत लगते हैं। वहीं, मंदिर के अंदर काफी खूबसूरत दरवाजे और घंटियां लगाए गये हैं। दर्जनों हाथियों और लंबे कंक्रीट के खंभे मंदिर की सुंदरता में चार चांद लगाते हैं।

अखरोट की लकड़ियों से मंदिर के दरवाजों का निर्माण

अखरोट की लकड़ियों से मंदिर के दरवाजों का निर्माण किया गया है, वहीं, विस्तृत अष्टकोणीय आकार के प्रार्थना हॉल के अंदर नाजुक पैटर्न वाले पोडियम है, जिसमें पूरे भारत से 16 अलग अलग देवताओं को लाकर प्रतिष्ठित किया गया है। मंदिर के महाप्रबंधक मोहन एन ने कहा कि दक्षिण भारतीय देवताओं को काले पत्थर में उकेरा गया है। मंदिर के अंदर भगवान शिव केन्द्र में हैं और उनके साथ 15 और अन्य भगवान विराजमान होंगे। इन भगवानों में भगवान गणेश, कृष्ण, महालक्ष्मी, और दक्षिण भारतीय देवताओं गुरुवायूरप्पन और अय्यप्पन को भी प्रार्थना कक्ष के अंदर रखा जाएगा। मंदिर के अंदर आठ पुजारी हमेशा मौजूद रहेंगे, वहीं प्राण प्रतिष्ठान समारोह में 10 से 12 पुजारी शामिल होंगे और इस दौरान हवन-पूजना कार्यक्रम होगा।

550 करोड़ रुपए से हो रहा मंदिर का निर्माण

मंदिर के जनरल मैनेजर गोपाल कोकानी ने कहा कि मंदिर निर्माण पर 550 करोड़ रुपए खर्च आएगा। पूरी तरह बनने के बाद दुबई की प्रसिद्ध शेख जाएद रोड से मंदिर के शीर्ष का पीतल का शिखर दिखाई देगा। मंदिर परिसर में सांस्कृतिक कार्यक्रमों और धार्मिक समारोहों के लिए एक बैंक्वेट हॉल, रसोई, एजुकेशन हॉल के अलावा शादियों और विविध आयोजनों के लिए भी जगह रखी जाएगी।

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