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भारत में मौजूद हमास के हमदर्दों के चेहरे से उठ रहे नकाब, आतंकी संगठन की हैवानियत देख रूह कांप जाएंगी

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इजरायल पर फिलिस्तिनी आतंकी संगठन हमास के आश्चर्यजनक हमले के बाद भीषण लड़ाई छिड़ गई है। दोनों तरफ जान-माल का भारी नुकसान हो रहा है। हमास के आतंकियों ने इजरायल में जो बर्बरता की है, उससे पूरा विश्व हैरान और परेशान है। आतंकियों ने जहां रॉकेटों की बारिश कर 700 से ज्यादा इजरायलियों को मौत के घाट उतार दिया है, वहींं मृत सैनिकों, बच्चों और महिलाओं के साथ जो अमानवीय बर्ताव किया है, उसे देखकर हर किसी की रूह कांप जाती है। सोशल मीडिया में ऐसी तस्वीरें और वीडियो सामने आ रहे हैं, जिसमें धार्मिक नारे लगाते हुए हमास के आतंकी हैवानियत की सारी हदें पार करते हुए नजर आ रहे हैं। इसके बावजूद भारत में एक तबका ऐसा है, जो हमास के साथ खड़ा है। उसकी बर्बरता पर पर्दा डालने के लिए तरह-तरह की दलीलें दे रहा हैं। इससे पता चलता है कि भारत में हमास के काफी संख्या में हमदर्द मौजूद हैं। उनके चहरे से अब नकाब हट रहे हैं, जो भारत में ‘भाईचारा’ और ‘आतंकवाद का कोई धर्म नहीं होता’ की बातें कर लोगों को झांसा देते रहते हैं।

भारत हो या इजरायल, आतंकियों की बर्बरता की तस्वीरों में अंतर नहीं होता है। ये आतंकी सड़क पर खड़ी गाड़ियों, मासूम बच्चों, निहत्थे लोगों और महिलाओं को अपना आसान टार्गेट समझते हैं और उन्हें सबसे पहले निशाना बनाते हैं। इजरायल की सड़कों पर जली हुई गाड़ियां आतंकियों की विनाशलीला की कहानी बयां कर रही हैं। जिस तरह इजरायल की सड़कों पर सैकड़ों गाड़ियों को आग के हवाले किया गया है और सड़कों पर लोगों की लाशें पड़ी हैं। इसी तरह भारत में हुए दंगों में भी देखने को मिला है। दक्षिणी इज़रायल के किबुत्ज़ का एक वीडियो सोशल मीडिया में तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें हमास के इस्लामिक आतंकवादियों ने हैवानियत की ज़िंदा मिसाल पेश की है। सड़कों पर इजरायलियों की लाशें बड़े पैमाने पर नरसंहार की तरफ इशार कर रही है। इसे दुनिया का कोई भी तर्क उचित नहीं ठहरा सकता।

   

मासूम बच्चे, महिलाएं और विदेशी नागरिकों से हैवानियत

दक्षिणी इजरायल में नोआ नाम की एक लड़की एक संगीत कार्यक्रम में भाग ले रही थी। जहां से हमास के आतंकियों ने उसका अपहरण किया और घसीटते हुए ले गए। फिलिस्तीन के इस्लामी आतंकियों ने अल्लाह हू अकबर के मजहबी नारे लगाते हुए इजरायली महिला सैनिक के शव की नग्न परेड कराया। हमास की दुश्मनी इजरायल से है, लेकिन ये आतंकी दूसरे देशों के नागरिकों को भी नहीं छोड़ रहे हैं। हमास के आतंकियो ने पहले 10 नेपाली कामगारों को मार दिया। अमेरिका ने भी आशंका व्यक्त की है कि उसके नागरिकों का या तो अपहरण कर लिया गया है, या मार दिया गया है। आतंकियों ने अल्लाह हू अकबर का नारा लगा कर थाईलैंड के कृषि मजदूरों को अगवा कर लिया।  

AMU में हमास के समर्थन में निकला मार्च, ला इल्लाह इल अल्लाह के लगे नारे

दिल को दहला देने वाली ये तस्वीरें इजरायल से आ रही हैं। इन्हें देखकर आम आदमी परेशान है। लेकिन भारत में मौजूद इनसानियत के दुश्मन हमास के हमले से इजरायल को हुए नुकसान पर जश्न मना रहा है। हमास के समर्थन में अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में छात्र रैली निकाल रहे हैं। छात्रों ने अपने हाथों में वी स्टैंड फिलिस्तीन, एएमयू स्टैंड विद फिलिस्तीन जैसे पोस्टर-बैनरों को हाथों में लेकर प्रदर्शन किया। रविवार (09 अक्टूबर, 2023) की देर शाम यूनिवर्सिटी कैंपस में करीब 400 छात्रों ने रैली निकाली। इसमें फ्री फिलिस्तीन, नारा-ए-तकबीर…अल्लाह हू अकबर, ला इल्लाह इल अल्लाह जैसे नारे लगाए। इस रैली का एक वीडियो भी सामने आया है। इस संबंध में यूनिवर्सिटी प्रॉक्टर प्रो. मो. वसीम अली ने बताया,”मार्च निकालने की कोई परमिशन नहीं ली गई है। कैंपस में मार्च निकलने की उन्हें सूचना मिली है। इस बारे में वीसी से बात की जा रही है और जांच कराई जाएगी। इसके बाद नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।”

भारतीय अभिनेत्री स्वरा भास्कर का हमास प्रेम 

मुस्लिम धर्म अपना चुकी भारतीय अभिनेत्री स्वरा भास्कर ने फिलिस्तीन और हमास का समर्थन कर बता दिया है कि मुस्लिमों के लिए देश से बड़ा धर्म होता है। स्वरा भास्कर ने इंस्टग्राम स्टोरीज पर लिखा, “अगर आपने फिलिस्तीनियों पर इजरायल के अंतहीन अत्याचारों, फिलिस्तीनियों के घरों पर जबरन कब्जा, जबरन बेदखली, बसे इजरायलियों की कट्टरता और हिंसा, फिलिस्तीनी बच्चों और किशोरों की हत्या पर सदमा और आतंक महसूस नहीं किया है।” स्वरा ने आगे लिखा, “दशकों तक गाजा औऱ गाजा में नागरिकों की नाकाबंदी और बमबारी, जिसमें स्कूलों औऱ अस्पतालों पर बमबारी (रंगभेद और कब्जे का उल्लेख नहीं करना) शामिल है, तो मुझे डर है कि इजरायल पर हमास के हमलों पर आपका सदमा थोड़ा पखांडी लगता है।”

सीपीआईएम पोलित ब्यूरो के सदस्य एमए बेबी ने किया हमास का समर्थन

इजरायल और हमास के बीच जारी संघर्ष में आतंकवाद परस्त भारतीय नेताओं का चेहरा भी सामने आ रहा है। इजरायल के पलटवार से भारत के कुछ नेताओं के पेट में दर्द हो रहा है। इजरायल की जबरदस्त कार्रवाई से विपक्षी नेताओं की परेशानी बढ़ गई हैं। वो खुद को हमास के समर्थन में खड़ा करने लगे हैं। सीपीआईएम पोलित ब्यूरो के सदस्य एमए बेबी ने हमास का समर्थन किया है। एमए बेबी ने कहा- “हमास ने वास्तव में वापसी की लड़ाई लड़ी है और वह नहीं, जो मीडिया दावा करता है। फिलिस्तीन के खिलाफ अत्याचार के कारण हमास को यह कृत्य करने के लिए मजबूर होना पड़ा। अगर मीडिया हमास को आतंकवादी संगठन कहता है तो इजरायल भी एक आतंकवादी देश है। इजराइल और फिलिस्तीन दोनों का अस्तित्व होना चाहिए। फिलिस्तीन के लोग अपनी धरती पर इजरायल के कब्जे के खिलाफ आजादी की लड़ाई लड़ रहे हैं।” 

नूपुर शर्मा से विवाद करने वाला तस्लीम रहमानी ने किया हमास का समर्थन

SDPI के नेता तस्लीम रहमानी ने हमास का समर्थन करते हुए कहा कि 50 साल से फिलिस्तीनियों को परेशान किया जा रहा था। उन्हें बेघर किया जा रहा था। उनके बच्चों को, बुढ़ों को और मर्दों को खत्म किया जा रहा था। उनकी जमीन को कब्जे में किया गया था। निहत्थे नमाजियों पर गोलियां चलाई जा रही थीं। मारे-मारे फिर रहे थे। इतने बड़े प्रवोकेशन के बाद भी सब्र से बैठे हुए थे। हर किसी को अपना हक लेने का अधिकार है। हमास को किसी भी इंटरनेशनल ऑर्गेनाइजेशन ने आतंकी संगठन नहीं बताया हैं, इन लोगों को भी अपनी आज़ादी की लड़ाई लड़ने का अधिकार हैं। ये वहीं तस्लीम अहमद रहमानी है, जिसने शिवलिंग के खिलाफ आपत्तिजनक बयान दिया था। इसके बयान का प्रतिकार करते हुए बीजेपी प्रवक्ता नूपुर शर्मा ने बयान दिया था। इसके बाद इस्लामी चरमपंथियों ने जो तांडव किया, उससे कई लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी।

इन बड़े नेताओं के अलावा कई ऐसे भारतीय पत्रकार है, जो हमास के आतंकियों को स्वतंत्रता सेनानी बता रहे हैं। कुछ  यूट्यूबर और मुस्लिम चरमपंथी नेता है, जो हमास का खुलकर समर्थन कर रहे हैं। आइए देखते हैं, उनका हमास प्रेम किस तरह भारत और उसके सामाजिक तानेबाने के लिए घातक है…

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