Home उपलब्धियां 2020 वर्षांत विशेष : साल 2020 में मजबूत हुई भारत की साख, अंतरराष्ट्रीय...

वर्षांत विशेष : साल 2020 में मजबूत हुई भारत की साख, अंतरराष्ट्रीय इंडेक्स की रैंकिंग में हुआ सुधार

SHARE

वर्ष 2020 भारत के लिए काफी खास रहा। जहां कोरोना संकट की वजह से 25 अप्रैल, 2020 को देशव्यापी लॉकडाउन लगाना पड़ा। इसके बाद चरणबद्ध अनलॉक किया गया। इसका असर भारतीय अर्थव्यवस्था के साथ ही आम जन-जीवन भी पड़ा। इसके बावजूद भारत प्रगति के पथ पर आगे बढ़ता रहा। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में दुनियाभर में भारत की साख मजबूत हुई और कई अंतरराष्ट्रीय इंडेक्स की रैकिंग में सुधार हुआ। आइए जानते हैं वर्ष 2020 में किन-किन क्षेत्र में भारत की रैंकिंग में सुधार हुआ-

ईज ऑफ डूइंग बिजनेस रैंकिंग-2020 में 63वें स्थान पर पहुंचा भारत

विश्वबैंक की कारोबारी सुगमता पर संशोधित रैंकिंग में भारत ने चीन को नीचे धकेल दिया। कारोबारी सुगमता की संशोधित रैंकिंग में भारत 14 पायदान की छलांग लगाकर 63वें स्थान पर पहुंच गया। भारत ने पिछले पांच साल (2014- 2019) में 79 पायदान की छलांग लगायी। विश्वबैंक की संशोधित रिपोर्ट में चीन की रैंकिंग सात अंक गिरकर 85वें स्थान पर पहुंच गई। इसके पहले चीन के साथ कई देशों के गलत आंकड़े पेश करने पर अगस्त 2020 में विश्वबैंक ने अक्टूबर 2020 में आने वाली रैंकिंग लिस्ट पर रोक लगा दी थी।

क्लाइमेट चेंज इंडेक्स के टॉप 10 परफॉर्मर में भारत

ग्लोबल क्लाइमेट चेंज परफॉर्मेंस इंडेक्स में भारत टॉप 10 में शामिल है। पेरिस जलवायु समझौते की पांचवीं वर्षगांठ पर जारी एक रिपोर्ट के अनुसार क्लाईमेट चेंज परफारमेंस इंडेक्स (सीसीपीआई)-2021 में भारत टॉप 10 देशों में स्थान पाने में सफल रहा। इंडेक्स में भारत दसवें स्थान पर रहा। मोदी सरकार बनने के समय साल 2014 में भारत 31वें स्थान पर था। इस ग्लोबल क्लाइमेट चेंज इंडेक्स में चीन और अमेरिका भारत से पीछे हैं। चीन 33वें पायदान पर है जबकि अमेरिका सूची में सबसे नीचे है। रिपोर्ट के अनुसार शीर्ष दस में पहला, दूसरा और तीसरा स्थान पाने में कोई भी देश नाकाम रहा। चौथे पर स्वीडन, पांचवें पर यूके, छठे पर डेनमार्क, सातवें पर मोरक्को, आठवें पर मोरक्को, नौवे पर चिली तथा दसवें पर भारत रहा।

ग्लोबल इनोवेशन रैंकिंग में पहली बार टॉप 50 में भारत

इनोवेशन के मामले में भी पिछले कुछ वर्षों में भारत की स्थिति में लगातार सुधार आ रहा है। भारतवासियों के लिए खुशी की बात है कि Global Innovation Index 2020 में भारत 4 स्थान के सुधार के साथ 48वें स्थान पर पहुंच गया। 2015 में भारत ग्लोबल इंडेक्स में 81वें नंबर पर था। 2016 में 66वें, 2017 में 60वें, 2018 में 57वें और 2019 में 52वें स्थान पर था। Global Innovation Index 2020 में दिलचस्प बात यह है कि मध्य और दक्षिण एशिया में भारत पहले स्थान पर है। इसके अलावा मध्य और दक्षिण एशियाई देशों में हम शीर्ष पर बने हुए हैं।

वैश्विक विनिर्माण जोखिम सूचकांक, 2020

जुलाई 2020 में अमेरिकी संपत्ति कंसल्टेंट कुशमैन एंड वेकफील्ड द्वारा ‘वैश्विक विनिर्माण जोखिम सूचकांक’ (Global Manufacturing Risk Index), 2020 जारी किया गया। इस सूचकांक में 48 देशों को शामिल किया गया। इसका मकसद यूरोप, अमेरिका और एशिया के 48 देशों के बीच वैश्विक विनिर्माण के लिए उपयुक्त स्थानों को रैंक देना है। इसमें भारत तीसरे नंबर पर पहुंच गया। वहीं चीन और अमेरिका पहले दो स्थान पर काबिज रहे। वर्ष 2019 के इस सूचकांक में भारत चौथे स्थान पर था।

वैश्विक एनर्जी ट्रांजिशन इंडेक्स 2020 में 74वें स्थान पर भारत

विश्व आर्थिक मंच ने 13 मई, 2020 को वैश्विक एनर्जी ट्रांजिशन इंडेक्स 2020 जारी किया। इस सूचकांक में भारत को 74 वां स्थान प्राप्त हुआ। भारत की रैंकिंग में दो स्थानों का सुधार हुआ। सूचकांक के मुताबिक मोदी सरकार द्वारा नवीकरणीय ऊर्जा में सुधार की वजह से यह संभव हो सका। इस सूचकांक में स्वीडेन ने लगातार तीसरे वर्ष सर्वोच्च स्थान प्राप्त किया।

आइए एक नजर डालते हैं वर्ष 2019 में किस तरह भारत ने अंतरराष्ट्रीय इंडेक्स में अपनी स्थिति में सुधार किया- 

  • विश्व बैंक के रिसॉल्विंग इन्सॉल्वेंसी इंडेक्स 2019 में 56 अंकों की छलांग लगाकर भारत 52वें पायदान पर पहुंच गया। 
  • आईएमडी की विश्व डिजिटल प्रतिस्पर्धात्मकता रैकिंग 2019 के अनुसार, भारत 2018 में 48वें स्थान से आगे बढ़कर 2019 में 44वें पर पहुंच गया। 
  • वैश्विक आर्थिक स्वतंत्रता सूचकांक 2019 में 17 पायदान की लंबी छलांग लगाते हुए भारत दुनिया के 162 देशों में 79वें क्रम पर पहुंच गया।
  • वैश्विक यात्रा एवं पर्यटन प्रतिस्पर्धा सूचकांक 2019 में छह पायदान की छलांग लगाकर भारत 34वें स्थान पर पहुंच गया।
  • ‘एडलमैन ट्रस्ट बैरोमीटर-2019’ रिपोर्ट के अनुसार वैश्विक विश्वसनीयता सूचकांक में तीन अंक के सुधार के साथ भारत 52 अंक पर पहुंच गया।
  • भारत ने 2019 के लिए जारी की गई हेनली पासपोर्ट इंडेक्स में 80वां स्थान हासिल किया।
  • भारत का पासपोर्ट Henley पासपोर्ट इंडेक्स में 84वें स्थान पर रहा। भारत को इसमें 58 प्वॉइंट्स दिए गए। 
  • भारत वैश्विक उपभोक्ता विश्वास (ग्लोबल कंज्यूमर कॉन्फिडेंस) 2019 सर्वे में पहले पायदान पर था। नेल्सन के सर्वे के अनुसार भारत में वैश्विक उपभोक्ता विश्वास सबसे ज्यादा है।

Leave a Reply