भारतीय सेना ने फेक न्यूज फैलाने के लिए ‘द हिंदू’ को फटकार लगाई है। अंग्रेजी अखबार ‘द हिंदू’ में रविवार, 23 मई को ‘गलवान घाटी में चीनी सैनिकों के साथ मामूली टकराव’ शीर्षक वाले लेख छापा है कि मई के पहले सप्ताह में पूर्वी लद्दाख की गलवान घाटी स्थित नो-पेट्रोलिंग जोन में भारतीय और चीनी सैनिकों आमना-सामना हुआ, लेकिन दोनों पक्ष जल्दी ही अलग हो गए थे। ‘द हिंदू’ ने लिखा है कि पिछले साल नो-पेट्रोलिंग जोन बनाए जाने के बाद दोनों देशों के गश्ती दल अलग-अलग समय पर सीमा पर भेजे जाते हैं। एक दिन भारतीय और चीनी गश्ती दल एक साथ ही एक स्थान पर पहुंच गए। उस दौरान दोनों के बीच मामूली टकराव हुआ, लेकिन वे जल्दी ही वापस लौट गए।
सेना से इस खबर पर कहा है कि मई के पहले सप्ताह में पूर्वी लद्दाख स्थित गलवान घाटी में भारतीय और चीनी सैनिकों के बीच ऐसी कोई मामूली टकराव नहीं हुआ है।
It is clarified that NO such minor face-off has taken place between Indian and Chinese troops at #Galwan Valley in Eastern Ladakh in the first week of May 2021 as reported. (2/4)
— ADG PI – INDIAN ARMY (@adgpi) May 23, 2021
सेना ने खबर पर विरोध जताते हुए कहा कि यह ऑर्टिकल जिस सोर्स के जरिए लिखा गया है, उससे लगता है कि वे पूर्वी लद्दाख में विवादित मुद्दों के समाधान के लिए चल रही कोशिशों को प्रभावित करने की कोशिश कर रहे हैं।
The article seems to be inspired by sources who may be trying to derail the ongoing process for early resolution of issues in Eastern Ladakh. (3/4)
— ADG PI – INDIAN ARMY (@adgpi) May 23, 2021
पिछले साल 15-16 जून, 2020 की रात लद्दाख की गलवान घाटी में भारत और चीन के सैनिकों के बीच हिंसक झड़प हुई थी। इस झड़प में भारत के 20 सैनिक शहीद हो गए थे। इसमें कई चीनी सैनिकों की भी मौत हो गई थी, लेकिन चीन ने नाम जाहिर नहीं किए थे।