प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने किसानों की आर्थिक स्थिति सुधारने के लिए किसान सम्मान निधि सहित कई योजनाओं को लागू किया। साथ ही हमेशा ख्याल रखा है कि उन योजनाओं का पूरा लाभ किसानों को मिल सके। इसके लिए कानून में सुधार कर बाधाएं खत्म कीं, तो तकनीकी का इस्तेमाल कर किसान को उनका पूरा हक दिलाया। इसी का नतीजा है कि अब किसानों को एमएसपी का पैसा सीधे उनके खाते में मिल रहा है।
केंद्रीय खाद्य मंत्रालय ने लोकसभा में बताया कि बीते 6 वर्षों में एमएसपी पर गेहूं खरीद का लाभ पाने वाले किसानों की संख्या में तेजी से बढ़ोतरी हुई है। मंत्रालय के मुताबिक 2016-17 में 20.47 लाख किसानों को एमएसपी पर गेहूं खरीद का लाभ मिला था। वर्तमान रबी मार्केटिंग सीजन 2021-22 में 240 प्रतिशत की बढ़ोतरी के साथ आंकड़ा 49.16 लाख तक पहुंच गया है।
न्यूनतम समर्थन मूल्य पर धान खरीद का लाभ भी किसानों को बड़ी संख्या में मिल रहा है। लोकसभा में पेश किए गए आंकड़ों के मुताबिक, 2015-16 में 73.1 लाख किसानों को एमएसपी पर धान खरीद का लाभ मिला था। वर्तमान खरीफ मार्केटिंग सीजन 2021-22 में 175 प्रतिशत की बढ़ोतरी के साथ आंकड़ा 1.28 करोड़ तक पहुंच गया है।
एमएसपी के लाभार्थियों की संख्या में यह बढ़तोरी दर्शाती है कि मोदी सरकार द्वारा शुरू की गई योजनाओं का लाभ किसानों तक पहुंच रहा है। मोदी सरकार में जहां सत्तर साल से छले गए किसानों के साथ पूरा न्याय हो रहा है, वहीं गरीब किसानों को शोषण करने और आत्महत्या के लिए मजबूर करने वाले आढ़तियों और फर्जी किसान नेताओ पर शिकंजा कसा है। इससे वे काफी परेशान है। अब वे सियासी दलों और देश विरोधी ताकतों का मोहरा बनकर फिर गरीब किसानों को उनके हक से वंचित करना चाहते हैं।
एमएसपी पर गेहूं खरीद के लाभार्थियों की संख्या में वृद्धि
रबी मार्केटिंग सीजन | लाभार्थी किसान |
2016-17 | 20.46 लाख |
2017-18 | 31.87 लाख |
2018-19 | 40.33 लाख |
2019-20 | 35.57 लाख |
2020-21 | 43.35 लाख |
2021-22 | 49.16 लाख |