कांग्रेस पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी की 7 सितंबर को कन्याकुमारी से शुरू हुई भारत जोड़ो यात्रा फरवरी 2023 में जम्मू और कश्मीर में समाप्त हो जाएगी। 150 दिनों की यह यात्रा कई मायनों में अहम साबित हो रही है। राहुल गांधी जैसे राजनीतिज्ञों और रघुराम राजन जैसे अर्थशस्त्रियों को सड़क पर उतर कर देश को जानने और उसके बार में सोचने का मौका मिल रहा है। अगर ये लोग बेरोजगार नहीं होते तो इनके पास देश के बारे में सोचने के लिए समय नहीं था। अगर पहले सोचे होते तो देश और कांग्रेस की हालत कुछ दूसरी होती। इनको बेरोजगार बनाकर देश के बारे में सोचने और समझने का मौका देने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और देश की जनता को पूरा श्रेय दिया जाना चाहिए।
सही में @narendramodi जी आप ने बहुत बेरोज़गारी बढ़ा दी हैं , यात्रा में छत पे बैठ के लोग भारत जोड़ रहे हैं , एकाधिकार की बात कर रहे हैं वो लोग जो इस देश ओर यहाँ के सिस्टम को अपनी जागीर समझते थे । राजनीतिक बेरोज़गारी देश के लिए शुभ संकेत हैं । https://t.co/GioJSRM5VH
— Dr Ajay Alok (@alok_ajay) December 15, 2022
मौका मिला था तो कुछ नहीं किया, अब बना रहे सुपर पावर
दरअसल राहुल गांधी और आरबीआई के पूर्व गवर्नर रघुराम राजन राजस्थान में एक घर के छत्त पर बैठकर भारत को सुपर पावर बनाने की योजना बना रहे हैं। जब ये दस साल (2004 से 2014) तक सत्ता में थे, तो इन्हें भारत को सुपर बनाने के विचार नहीं आया। जब मौका मिला था, तो कुछ नहीं कर पाए और अब छत्त पर बैठकर हवाई किला बना रहे हैं।
Crypto, Stocks, Next-Gen Revolutions, and unlocking India’s full potential!
A discussion with Raghuram Rajan on ideas to make India a true global super-power.https://t.co/kRYglwAKmN pic.twitter.com/BnQbT1Vggv
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) December 14, 2022
जिसका विरोध किया था, आज उसी की वकालत
ना ये लोग बेरोजगार होते और ना इनके पास समय होता कि अपनी बात की समीक्षा कर सके। जो बात पहले इन्हें गलत लगती थी, आज बैठकर उसी की वकालत करते नजर आ रहे हैं। जब मोदी सरकार ने छोटे व्यवसायियों के लिए मुद्रा ऋण शुरू किया, तो रघुराम राजन ने यह कहते हुए इसका विरोध किया था कि इससे एनपीए बनेंगे। अब राजन कह रहे हैं कि सरकार को छोटे व्यवसायों को समर्थन देने के लिए ऋण देना चाहिए। जो मोदी सरकार पहले से कर रही है। मुद्रा लोन के अब तक 37.7 करोड़ लाभार्थी हो चुके हैं, जिन्हें कुल 20.4 लाख करोड़ का कर्ज दिया गया है।
When Modi Govt started Mudra Loans for small business, Raghuram Rajan opposed it saying it will create NPAs.
Now Rajan is saying Govt should give loans to support small business.
Which Modi Govt is already doing- 37.7 crores beneficiaries, total loan given 20.4 lakh crores. pic.twitter.com/NqVfR6gRF9
— Ankur Singh (@iAnkurSingh) December 14, 2022
भारत के स्टार्टअप और यूनिकॉर्न से अनजान
राहुल गांधी रघुराम राजन से जानना चाहते थे कि छोटी कंपनी बड़ी कंपनी कैसे बन सकती है। लेकिन राहुल गांधी को ये जानकारी नहीं है कि मोदी सरकार में स्टार्टअप कंपनिया कैसे यूनिकॉर्न बन रही है। 2014 तक भारत में केवल 400 स्टार्टअप और केवल 3 यूनिकॉर्न थे। अब भारत में 84000 स्टार्टअप और 105 से अधिक यूनिकॉर्न हैं। अकेले 2021 में 42 यूनिकॉर्न जोड़े गए, जो दुनिया में तीसरा सबसे तेज़ है।
रघुराम राजन को जानकार समझते थे
लेकिन वह भारत के बारे में राहुल गांधी की तरह ही अनभिज्ञ हैं2014 तक भारत में केवल 400 स्टार्टअप और केवल 3 यूनिकॉर्न थे।
अब भारत में 84000 स्टार्टअप और 105 से अधिक यूनिकॉर्न हैं।
अकेले 2021 में 42 यूनिकॉर्न जोड़े गए, जो दुनिया में तीसरा सबसे तेज़ है pic.twitter.com/h1G5yTloAe— Ratnakar (@ratnakar273) December 14, 2022
उस समय यह सब ज्ञान क्यों नहीं आया ?
पहाड़ी वैज्ञानिक नाम के एक ट्विटर हैंडल से ट्वीट किया गया कि भाई कितना झूठ बोलोंगे। आप लोगों ने ही इंडिया और भारत दो देश बनाए हैं। जब आप लोग ऐसी बातें करते हैं तो हंसी आती है। आप लोगों के पास सत्ता थी, 2014 से पहले आप सरकार में थे, उस समय यह सब ज्ञान आपको क्यों नहीं आया। आज जब आप सत्ता में नहीं हैं तब आप यह ज्ञान दे रहे हैं।
भाई कितना झूठ बोलोगे आप लोगों ने ही इंडिया और भारत दो देश बनाए हैं। जब आप लोग ऐसी बातें करते हैं तो हंसी आती है आप लोगों के पास सत्ता थी 2014 से पहले आप सरकार में थे उस समय यह सब ज्ञान आपको क्यों नहीं आया आज जब आप सत्ता में नहीं हैं तब आप यह ज्ञान दे रहे हैं।
— पहाड़ी वैज्ञानिक (@pahadiscientist) December 14, 2022