तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन और उनके मंत्री बेटे उदयनिधि स्टालिन का दोहरापन सामने आया है। सीएम स्टालिन के बेटे उदयनिधि ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर हिंदी का जोरदार विरोध किया है। डीएमके नेता उदयनिधि ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह पर हिंदी थोपने का आरोप लगाते हुए ट्वीट किया कि सिर्फ 4-5 राज्यों में बोली जाने वाली ये भाषा देश को नहीं जोड़ती है। तमिलनाडु सरकार में मंत्री उदयनिधि ने यह भी कहा कि यह दावा करना बेतुका है कि केवल चार से पांच राज्यों में बोली जाने वाली हिंदी पूरे भारतीय संघ को एकजुट करती है। उदयनिधि ने आगे लिखा है कि तमिलनाडु में ये तमिल है और पड़ोसी राज्य केरल की भाषा मलयालम है। हिंदी कैसे इन दो राज्यों को जोड़ और सशक्त बना रही है? गैर-हिंदी भाषाओं को प्रांतीय भाषा कहकर उनका अपमान करना बंद करना चाहिए।
I strongly condemn the statement of Union Home Minister Amit Shah claiming that Hindi is the uniting force of India and it is empowering other regional languages.
Hindi is spoken only in four or five states in the Country and hence the statement of Amit Shah is totally absurd.…
— Udhay (@Udhaystalin) September 14, 2023
डीएमके अध्यक्ष एमके स्टालिन के बेटे एक तरफ तो राज्य में हिंदी का विरोध करते हैं और सरकारी स्कूलों में हिंदी पढ़ाने से रोकते हैं लेकिन दूसरी तरफ उनकी डीएमके सरकार राज्य से बाहर के राष्ट्रीय अखबारों में हिंदी में विज्ञापन देती है। हिंदी दिवस पर स्टालिन सरकार की ओर से देश के प्रमुख समाचार पत्रों में हिंदी में विज्ञापन दिए गए। ऐसे में सवाल यह उठता है कि जब डीएमके को हिंदी भाषा से दिक्कत है तो फिर हिंदी में विज्ञापन क्यों? सोशल मीडिया पर भी लोग इसको लेकर सवाल उठा रहे हैं। आप भी देखिए किस तरह से यूजर्स डीएमके सरकार के हिंदी विज्ञापन को शेयर कर स्टालिन बाप-बेटे पर तंज कस रहे हैं।
Then why hindi ad by DMK ???? pic.twitter.com/NqutzotQWZ
— Rishi Bagree (@rishibagree) September 15, 2023
स्टालिन और उसके चमचे दिन रात हिंदी भाषा और हिंदी भाषियों को गाली बकते रहते हैं….
हिंदी में विज्ञापन देना ‘डर या सुधरना’ क्या हो सकता है? pic.twitter.com/dzKtLnFIBG
— Prateek Mishra (@mishr_prateek) August 26, 2023
डीएमके नेता स्टालिन हिंदी का विरोध करते रहते हैं और तमिलनाडु में वह सरकारी स्कूलों में हिंदी पढ़ाने से रोक रहे हैं, लेकिन अब वह हिंदी में विज्ञापन कर रहे हैं, क्या यह द्रविड़ मॉडल है? @TimesNow @timesofindia @republic @ndtv @CNNnews18 @ANI @PTI_News @IndianExpress @ABPNews pic.twitter.com/wzWDQ8xMqk
— D.A.SRIDHAR (@ASRIDHAR_DKV) September 15, 2023
तेरे बाप की सरकार हिन्दी में विज्ञापन पर क्यों खर्च कर रही थी @Udhaystalin ? https://t.co/IZF75toV6K pic.twitter.com/QiDTl0csO3
— Alok Bhatt (@alok_bhatt) September 15, 2023
एक तरफ उदय निधि स्टॅलिन कह रहा है हिंदी गलत भाषा है हिंदी को देश में नहीं थोपना चाहिए
वही आज के अखबारों में हिंदी और गुजरात के अखबारों में गुजराती में अपना विज्ञापन भी दिया है हद है दोगलेपन की pic.twitter.com/ma0iw2urm1— 𝐒𝐚𝐧𝐝𝐢𝐥𝐲𝐚 𝐑𝐚𝐡𝐮𝐥 𝐓𝐡𝐚𝐤𝐮𝐫 (@Bihaar_Wale) September 15, 2023