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प्रमोद भगत ने बैडमिंटन में भारत को दिलाया स्वर्ण पदक, 56 साल में 12 मेडल की तुलना में अकेले टोक्यो पैरालंपिक में 17 मेडल जीतने पर मोदी सरकार को मिला श्रेय

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जापान की राजधानी टोक्यो में आयोजित पैरालंपिक में भारतीय खिलाड़ियों ने अब तक ऐतिहासिक प्रदर्शन कर भारत का नाम दुनिया भर में रोशन किया है। शनिवार (4 सितंबर, 2021) का दिन भारत के लिए स्वर्णिम रहा। इस दिन भारत की झोली में दो स्वर्ण पद आए। शूटिंग में मनीष नरवाल द्वारा स्वर्ण पदक जीतने के बाद बैडमिंटन पुरुष एकल SL3 में प्रमोद भगत ने स्वर्ण पदक जीतकर इतिहास रच दिया। इसके अलावा भारत के मनोज सरकार ने बैडमिंटन में कांस्य पदक जीता।

बैडमिंटन कोर्ट पर प्रमोद भगत ने शानदार खेल का प्रदर्शन करते हुए भारत के नाम एक और स्वर्ण पदक जोड़ दिया। प्रमोद भगत ने पुरुष एकल SL3 के फाइनल में ब्रिटेन के डेनियल बेथेल को 21-14, 21-17 से हराकर स्वर्ण पदक जीत लिया। वहीं भारत के मनोज सरकार ने बैडमिंटन में जापान के डाइसुके फुजीहारा को सीधे गेम में 22-20 और 21-13 से हराकर कांस्य पदक जीता।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने प्रमोद भगत को बधाई देते हुए कहा, ‘प्रमोद भगत ने पूरे देश का दिल जीत लिया है। वह एक चैंपियन हैं, जिनकी सफलता लाखों लोगों को प्रेरित करेगी। उन्होंने अद्भुत दृढ़ संकल्प दिखाया। उन्हें बैडमिंटन में गोल्ड जीतने के लिए बधाई। उन्हें उनके भविष्य के प्रयासों के लिए शुभकामनाएं।’


प्रधानमंत्री मोदी ने मनोज सरकार को बधाई देते हुए कहा, ‘मनोज सरकार के शानदार प्रदर्शन से बहुत खुश हूं। बैडमिंटन में प्रतिष्ठित कांस्य पदक स्वदेश लाने के लिए उन्हें बधाई। आने वाले समय के लिए बहुत-बहुत शुभकामनाएं।’

मौजूदा पैरालंपिक में भारत ने अब तक 17 पदक जीते हैं। भारत के खाते में अब 4 स्वर्ण, 7 रजत और 6 कांस्य पदक हैं। यह पैरालंपिक के इतिहास में भारत का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है। टोक्यो पैरालंपिक में अब तक जीता गया 17 पदक 1960 से वर्ष 2016 तक जीते गए कुल 12 पदकों की तुलना में कहीं अधिक हैं। भारतीय खिलाड़ियों के इस प्रदर्शन के लिए मोदी सरकार को श्रेय देते हुए एक ट्विटर यूजर ने लिखा कि मोदी सरकार ने खेल पर ध्यान दिया है जिस कारण से भारत ने इतना अच्छा प्रदर्शन किया है। अन्यथा दूसरे तो भारतीय खिलाड़ियों को केवल भोजन-पानी और आवास में उलझाकर रखते थे। क्योंकि इससे सत्ता के लिए खतरा कम रहता।

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