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जानिए किसने कहा -साथियों मेरे शब्द लिखकर रखिए…भारत अब रुकने वाला नहीं है…

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प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ‘संकल्प से सिद्धि’ का प्रतीक बन गए हैं। चाहे कितना भी बड़ा और कठिन लक्ष्य हो, प्रधानमंत्री मोदी जब एकबार संकल्प कर लेते हैं, तो उसे पूरा करके ही दम लेते हैं। इसका सबसे बड़ा प्रमाण जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 की समाप्ति है। हाल ही में जी-20 शिखर सम्मेलन में आम सहमति से संयुक्त घोषणा पत्र जारी कर प्रधानमंत्री मोदी ने बता दिया कि मोदी है तो हर चुनौती पर विजय पाना मुमकिन है। इस तरह ना जाने कितने संकल्प है, जिसे प्रधानमंत्री मोदी ने पूरा कर दिखाया है। प्रधानमंत्री मोदी के अद्भुत और दूरदर्शी नेतृत्व का कमाल है कि भारत विकास के पथ पर तेजी से आगे बढ़ रहा है। आज प्रधानमंत्री मोदी जिसकी आधारशिला रखते हैं, उसका उद्घाटन भी वो स्वंय करते हैं। यह कार्यसंस्कृति में आए बदलाव का परिणाम है। अब लटकाने और भटकाने की संस्कृति नहीं है। इसलिए प्रधानमंत्री मोदी पूरे आत्मविश्वास के साथ कहते हैं, “साथियों मेरे शब्द लिखकर रखिए…भारत अब रूकने वाला नहीं है।”

मेरे शब्द लिखकर रखिए भारत अब रुकने वाला नहीं है- पीएम मोदी

दरअसल रविवार (17 सितंबर, 2023) को दिल्ली के द्वारका में बने इंडिया इंटरनेशनल कन्वेंशन और एक्सपो सेंटर यशोभूमि (IICC) के पहले पार्ट को राष्ट्र को समर्पित करने और पीएम विश्वकर्मा योजना के शुभारंभ पर प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि साथियों मेरे शब्द लिखकर रखिए भारत अब रुकने वाला नहीं है। हमें चलते रहना है, नए लक्ष्य बनाते रहना है और उन नए लक्ष्यों को पाकर के ही चैन से बैठना है। और ये हम सभी के परिश्रम और परिश्रम की पराकाष्ठा देश को 2047 में दुनिया के सामने डंके की चोट पर विकसित भारत के रूप में खड़ा कर देंगे ये संकल्प लेकर के चलना है। ये समय हम सभी के लिए जुट जाने का समय है। हमारे विश्वकर्मा साथी, ‘मेक इन इंडिया’ की शान हैं और ये इंटरनेशनल कन्वेंशन सेंटर की इस शान को दुनिया के सामने शोकेस करने का माध्यम बनेगा। 

‘वोकल फॉर लोकल’ अभियान पर खरा उतरना पूरे देश की जिम्मेदारी-पीएम मोदी

प्रधानमंत्री मोदी ने जिस यशोभूमि को देश को समर्पित किया वो आत्मनिर्भर और विकसित बनते भारत का प्रतीक है। इसे तकरीबन 5400 करोड़ रुपये की लागत से तैयार किया गया है। इस केंद्र में विश्‍व-स्‍तरीय बैठक सम्मेलन और प्रदर्शनियों की मेजबानी की जा सकती है। यह दुनिया के सबसे बड़े सम्‍मेलन और प्रदर्शनी सुविधा स्‍थलों में से एक है। एक लाख सात हजार वर्ग मीटर से अधिक क्षेत्र में बने इन प्रदर्शनी सभागारों का उपयोग प्रदर्शनियों, व्यापार मेलों और व्यावसायिक कार्यक्रमों की मेजबानी के लिए किया जाएगा। यशोभूमि स्थानीय उत्पादों और कारिगरों को अंतरराष्ट्रीय मंच प्रदान करेगा। इसलिए प्रधानमंत्री मोदी ने पीएम विश्वकर्मा योजना का शुभारंभ करते कहा कि ‘वोकल फॉर लोकल’ अभियान पर खरा उतरना पूरे देश की जिम्मेदारी है। प्रधानमंत्री मोदी ने लोगों से ऐसे उत्पाद खरीदने का आग्रह किया, चाहे वे छोटे हों या बड़े, जिन पर ‘विश्वकर्मा’ कारीगरों का टैग लगा हो।

पीएम मोदी की गारंटी : थर्ड टर्म टॉप थ्री इकोनॉमी में पहुंच कर रहेगा भारत

इससे पहले प्रधानमंत्री मोदी ने 26 जुलाई को दिल्ली के प्रगति मैदान में भारत मंडप का उद्घाटन करते समय भी कहा था, “हमारे पहले कार्यकाल में भारत दुनिया की दसवें नंबर की अर्थव्यवस्था था, अब दूसरे कार्यकाल में हम पांचवे नंबर पर आ गए हैं। भारत की विकास यात्रा रूकने वाली नहीं है। मैं ट्रैक रिकॉर्ड के आधार पर कह रहा हूं। मैं देश को ये भी विश्वास दिलाऊंगा कि तीसरे टर्म में दुनिया की पहली तीन इकोनॉमी में एक नाम भारत का होगा। यानी तीसरे टर्म में पहली तीन इकोनॉमी में गर्व के साथ हिन्दुस्तान खड़ा होगा दोस्तो। थर्ड टर्म टॉप थ्री इकोनॉमी में पहुंच कर रहेगा भारत। और ये मोदी की गारंटी है। मैं देशवासियों को ये भी विश्वास दिलाऊंगा कि 2024 के बाद हमारे तीसरे टर्म में देश की विकास यात्रा और तेजी से बढ़ेगी। मेरे तीसरे कार्यकाल में आप अपने सपने अपनी आंखों के सामने पूरे होते देखेंगे।”

‘मेरे शब्द लिखकर रख लीजिए…’, लाल किले से बोले पीएम मोदी

प्रधानमंत्री मोदी ने अपने दो कार्यकाल में भारत को विकास की पटरी पर तेजी से दौड़ने के लिए पूरी तरह तैयार कर दिया है। उसका असर अब तीसरे कार्यकाल में देखने को मिलेगा। भारत ना सिर्फ तेजी से दौड़ेगा, बल्कि उड़ान भरेगा। आधारभूत ढांचे का विकास और अर्थव्यवस्था के हर सेक्टर में तेज वृद्धि ने प्रधानमंत्री मोदी के आत्मविश्वास को बढ़ा दिया है। इसलिए 15 अगस्त, 2023 को स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर आत्मविश्वास से सराबोर प्रधानमंत्री मोदी ने लाल किले की प्राचीर से कहा, “मेरे शब्द लिखकर रख लीजिए मेरे परिवारजनों, इस कालखंड में हम जो करेंगे, जो कदम उठाएंगे, त्याग करेंगे, तपस्या करेंगे, आने वाले एक हजार साल का देश का स्वर्णिम इतिहास उससे अंकुरित होने वाला है। इस कालखंड में होने वाली घटनाएं आगामी एक हजार साल के लिए प्रभाव पैदा करेंगी। देश पंच प्रण को समर्पित होकर एक नए आत्मविश्वास के साथ आगे बढ़ रहा है।”


‘आप लिखकर रख लीजिए…’, लाल किले से बोले पीएम मोदी

लाल किले की प्राचीर से प्रधानमंत्री मोदी ने संकल्प व्यक्त किया कि 2047 तक देश को विकसित बनाना है। उन्होंने कहा, “आज भारत पुरानी सोच को पीछे छोड़कर चल रहा है, जब मैं कहता हूं ना कि जिसका शिलान्यास हमारी सरकार करती है, उसका उद्घाटन भी हमारे ही कालखंड में होता है। इन दिनों जो मैं शिलान्यास कर रहा हूं, आप लिखकर रख लीजिए, उनका उद्घाटन भी आप सब ने मेरे नसीब में छोड़ा हुआ है। हमारी कार्यसंस्कृति ‘बड़ा सोचना, दूर का सोचना’, ‘सर्वजन हिताय, सर्वजन सुखाए सोचना’ ये हमारी कार्यशैली रही है। और सोच से भी ज्यादा, संकल्प से भी ज्यादा हासिल कैसे करना इस ऊर्जा के साथ हम काम करते हैं।” प्रधानमंत्री मोदी ने आगे कहा, “2047 में जब देश आजादी के सौ साल मनाएगा, उस समय दुनिया में भारत का तिरंगा, विकसित भारत का तिरंगा होना चाहिए। रत्ती भर भी हमें रुकना नहीं है, पीछे नहीं हटना है। इसके लिए शुचिता, पारदर्शिता, निष्पक्षता पहली जरूरत है। हम उस मजबूती को, जितना खाद-पानी संस्थाओं, परिवार, नागरिक के नाते दे सकें, हम दें। यह हमारा सामूहिक दायित्व होना चाहिए।”

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