उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने 30 मार्च को न्यूज18 नेटवर्क के लीडरशिप कॉन्क्लेव ‘राइजिंग इंडिया सम्मेलन 2023 में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के ‘मन की बात’ कार्यक्रम पर आधारित कॉफी टेबल बुक ‘वॉयस ऑफ इंडिया: मोदी एंड हिज ट्रांसफॉर्मेटिव मन की बात’ का लोकार्पण किया। इस कॉफी टेबल बुक में उन लोगों की प्रेरणादायक कहानियों को शामिल किया गया है, जिनका जिक्र प्रधानमंत्री मोदी ने ‘मन की बात’ में कर चुके हैं। प्रधानमंत्री मोदी ने इस कॉफी टेबल बुक को प्रकाशित करने के लिए नेटवर्क18 की सराहना की। उप राष्ट्रपति जगदीप धनखड़ के ट्वीट को शेयर करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने लिखा कि मन की बात का सबसे खूबसूरत पहलू यह है कि कार्यक्रम जमीनी स्तर पर बदलाव लाने वाले लोगों पर केंद्रित है, उनको और उनके काम को सेलिब्रेट करता है। जैसा कि यह कार्यक्रम 100वां एपिसोड पूरा करने वाला है, मैं मन की बात के दौरान जिन लोगों का उल्लेख किया गया उनका और उनके प्रेरणादायक कार्यों का संज्ञान लेने के लिए नेटवर्क18 के प्रयास की सराहना करता हूं।
The most beautiful part about #MannKiBaat is the manner in which it celebrates grassroots level change makers. As this programme completes hundred episodes, I compliment efforts like the one by @CNNnews18 to acknowledge the people mentioned and the impact they have created. https://t.co/T6egxnw15D
— Narendra Modi (@narendramodi) March 31, 2023
कॉफी टेबल बुक ‘वॉयस ऑफ इंडिया: मोदी एंड हिज ट्रांसफॉर्मेटिव मन की बात’ लोकार्पण के दौरान कहा कि कॉफी टेबल का विषय बहुत उपयुक्त है। मैं इसे चुनने का साहस करने के लिए आपकी तारीफ करता हूं।
उन्होंने कहा कि पीएम मोदी की मन की बात सफल रही है, इसका लोगों से सहज जुड़ाव है। हम दुनिया के सबसे कार्यात्मक लोकतंत्र हैं और इसके बारे में कोई संदेह नहीं है। हमारे नायकों के सम्मान के लिए, आइए अपने इतिहास पर और भारतीय होने पर गर्व करने का संकल्प लें। राष्ट्रहित से बढ़कर कुछ नहीं हो सकता।
उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने कहा कि दुनिया आज भारत के उदय की गवाही दे रही है। दुनिया में भारत का सम्मान बढ़ा है। भारत के लोकतंत्र पर दुनिया का कोई दूसरा देश सवाल नहीं उठा सकता, दुनिया में कोई दूसरा देश भारत के जितना लोकतांत्रिक ढंग से नहीं बढ़ा है। कुछ लोग भारत की छवि को खराब करने के लिए कुटिल अभियान में लगे हुए हैं, जो इस काम में लगे हुए हैं उन्हें अपने आप को देखना चाहिए। इन मनगढ़ंत और भयावह अभियानों को मीडिया को उजागर किया जाना चाहिए।