पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी लेफ्ट और कांग्रेस से गठबंधन के लिए गुहार लगा रही है, क्योंकि उन्हें हार का डर सताने लगा है। ममता बनर्जी और तृणमूल कांग्रेस के नेताओं को एहसास हो चुका है कि वे अकेले बीजेपी का मुकाबला नहीं कर सकते हैं। इसी बीच बीजेपी के महासचिव और बंगाल के प्रभारी कैलाश विजयवर्गीय ने एक बड़ा दावा कर ममता बनर्जी के डर की पुष्टि कर दी है। उन्होंने कहा है कि बंगाल में ममता सरकार गिर सकती है, क्योंकि 41 टीएमसी विधायक बीजेपी में आने को तैयार है।
एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान विजयवर्गीय ने कहा, “मेरे पास 41 विधायकों की सूची है जो बीजेपी में शामिल होना चाहते हैं, अगर मैं उन्हें ले जाऊंगा तो राज्य सरकार ढह जाएगी, लेकिन हम अभी भी इस पर गौर कर रहे हैं और तय करेंगे कि किसे लेना है और किसे नहीं। अगर कोई ऐसा व्यक्ति है जिसकी छवि धूमिल हुई है, तो हम उस व्यक्ति को नहीं लेंगे, हमने ऐसी करने का सोचा है।”
मेरे पास 41 विधायकों की सूची हैं, वे बीजेपी में आना चाहते हैं। मैं उन्हें बीजेपी में शामिल करूं तो बंगाल में सरकार गिर जाएगी। हम देख रहे हैं कि किसे लेना है और किसे नहीं। अगर छवि खराब है किसी की तो हम नहीं लेंगे। सबको लग रहा है ममता बनर्जी की सरकार जा रही है: कैलाश विजयवर्गीय,BJP pic.twitter.com/f6Tj833mxZ
— ANI_HindiNews (@AHindinews) January 14, 2021
दरअसल टीएमसी के कई विधायक पहले ही पार्टी से इस्तीफा दे चुके हैं और बीजेपी में चले गए हैं। पिछले साल दिसंबर में, तृणमूल कांग्रेस के दिग्गज शुभेंदु अधिकारी के चौंकाने वाले इस्तीफे के बाद, कई नेताओं और कार्यकर्ताओं ने पश्चिम बंगाल में अपने संबंधित पार्टी के पदों से हटना शुरू कर दिया था।
उधर बीजेपी लगातार अपनी चुनावी तैयारी को धार दे रही है। बूथ-स्तर पर पार्टी की मजबूती की रणनीति पर काम हो रहा है। पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के बंगाल दौरे से पार्टी कार्यकर्ताओं में खासा उत्साह है। बीजेपी ने विधानसभा चुनाव में 200 से अधिक सीटें हासिल करने का लक्ष्य रखा है। 294 सीटों वाली पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव अप्रैल-मई 2021 में होंगे। बीजेपी ने लोकसभा चुनावों में राज्य में 42 सीटों में से 18 सीटें जीतकर राज्य में प्रमुख विपक्षी दल के रूप में खुद को स्थापित किया है।