प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने देश की सत्ता संभालने के बाद हर क्षेत्र में ‘मेक इन इंडिया’ नीति को बढ़ावा दिया। पिछले सात सालों में प्रधानमंत्री मोदी की इस नीति का प्रभाव भी दिखाई दे रहा है। मोदी सरकार के नए प्रयासों और पहलों की मदद से निर्माण क्षेत्र में काफी सुधार हुआ है। इससे ‘मेक इन इंडिया’ को लगातार सफलता मिल रही है। कोरोना काल में उत्पन्न चुनौतियों के बावजूद भारतीय रेलवे की लोकोमोटिव मैन्युफैक्चरिंग फैक्ट्री चित्तरंजन लोकोमोटिव वर्क्स (सीएलडब्ल्यू) पिछले सभी मैन्युफैक्चरिंग रिकॉर्ड को तोड़ दिया। चित्तरंजन लोकोमोटिव वर्क्स द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक, अगस्त 2021 में रिकॉर्ड 46 इंजनों का निर्माण किया गया। यह किसी भी वित्तीय वर्ष में अगस्त महीने के लिए सबसे अधिक उत्पादन है।
यह उल्लेखनीय उपलब्धि सीएलडब्ल्यू टीम के सामूहिक प्रयासों और समर्पण से हासिल हुई है। रेल मंत्रालय और रेलवे बोर्ड के सभी सदस्यों ने सीएलडब्ल्यू टीम को उनकी बड़ी सफलता के लिए बधाई दी। साथ ही आशा व्यक्त की कि आने वाले दिनों में सीएलडब्ल्यू उत्पादन लक्ष्य को पूरा कर चालू वित्त वर्ष में एक और मील का पत्थर बनाने में सक्षम होगी। गौरतलब है कि मेक इन इंडिया के जरिए निर्माण को बढ़ावा देकर देश न सिर्फ अपनी जरूरतें पूरी कर रहा है, बल्कि निर्यात भी कर रहा है।
मोदी सरकार में ‘मेक इन इंडिया’ को बढ़ावा
चित्तरंजन लोकोमोटिव वर्क्स का बेहतर होता प्रदर्शन |
वित्तीय वर्ष | कार्य दिवस | इंजनों का निर्माण |
2016-17 | 277 | 250 |
2017-18 | 249 | 250 |
2018-19 | 217 | 250 |
2019-20 | 190 | 250 |
2020-21 | 188 | 250 |