प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी देश की जनता के दिलों में बसते हैं। जनता पर उनका ना सिर्फ भरोसा बरकरार है, बल्कि इसमें लगातार बढ़ोतरी हो रही है। पिछले साढ़े नौ साल से केंद्र की सत्ता में रहने के बावजूद जनता पर प्रधानमंत्री मोदी का जादू सर चढ़कर बोल रहा है। लोकसभा चुनाव से पहले इंडिया टुडे ने सी-वोटर के साथ मिलकर ‘मूड ऑफ द नेशन’ सर्वे किया है। इस सर्वे से साफ पता चल रहा है कि मोदी सरकार हैट्रिक लगाने जा रही है। इंडिया टुडे और सी-वोटर के इस ‘मूड ऑफ द नेशन’ सर्वे के अनुसार, आज चुनाव होने की स्थिति में एनडीए को 543 लोकसभा सीटों में से 335 सीटें मिल सकती हैं। जबकि, इंडी गठबंधन को 166 सीटें मिल सकती हैं। सर्वे के अनुसार अन्य को 42 सीटें मिल सकती हैं। सर्वे में साफ कहा गया है कि बीजेपी सिर्फ अपने दम पर 304 सीटों पर जीत हासिल कर सकती है। कांग्रेस को 71 और अन्य के खाते में 168 सीटें आ सकतीं हैं।
ETG रिसर्च टाइम्स नाउ नवभारत सर्वे का दावा, 2024 में भी बीजेपी सरकार
इसके पहले ईटीजी रिसर्च के साथ टाइम्स नाउ नवभारत सर्वे (ETG Research Times Now Navbharat Survey) में दावा किया गया कि 2024 में भी एक बार फिर मोदी सरकार बनने जा रही है। विपक्षी एकता की ताजा मुहिम के बीच 2024 के लोकसभा चुनाव को लेकर Times Now Navbharat और ETG Research के सर्वे में चौंकाने वाले नतीजे सामने आए। सर्वे के अनुसार अभी चुनाव हुए तो 543 लोकसभा सीटों में से एनडीए को 296 से 326 सीटें मिल सकती हैं यानी बीजेपी एक बार फिर से सत्ता में वापसी कर सकती है। वहीं विपक्षी दलों के गठबंधन I.N.D.I.A. को 160 से 190 सीटें मिल सकती हैं। सर्वे से साफ है कि तमाम कोशिशों को बावजूद विपक्ष मोदी सरकार को टक्कर देने की स्थिति में नहीं है।
#JanGanKaMann: आज लोकसभा चुनाव हुए तो किसको कितनी सीटें?
कुल सीट – 543
NDA 296-326
I.N.D.I.A. 160-190
YSRCP 24-25
BRS 9-11
BJD 12-14
OTH 11-14देखिए, मॉनसून सत्र के बाद सबसे पहले, सबसे बड़ा सर्वे @navikakumar @ETG_Research #BJP #Congress #TimesNowNavbharat pic.twitter.com/3MULoYxmIc
— Times Now Navbharat (@TNNavbharat) August 16, 2023
विदेशी निवेशकों को भी भरोसा, 2024 में फिर बनेगी मोदी सरकार
प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में आज भारत की साख दुनिया भर में मजबूत हुई है। मोदी सरकार बनने के बाद एफडीआई नीति में सुधार, निवेश के लिए बेहतर माहौल और ईज ऑफ डूइंग बिजनेस जैसे कदम उठाने का परिणाम है कि वे वैश्विक मंदी काल में भी विदेशी निवेशक भारत में जमकर निवेश कर रहे हैं। देश में एक स्थिर और मजबूत सरकार होने के कारण दुनिया भर के निवेशकों को लगता है कि भारत में उनका पैसा सुरक्षित रहेगा। इसी भरोसे में विदेशी संस्थागत निवेशक (एफआईआई) लगातार भारत में निवेश कर रहे हैं। इन्हें लगता है कि अगले साल होने वाले आम चुनाव में एक बार फिर मोदी सरकार सत्ता संभालेगी।
यूबीएस सिक्योरिटीज ने एक अध्ययन में कहा है कि ज्यादातर वैश्विक निवेशकों ने नरेन्द्र मोदी की जीत पर दांव लगाया है। स्विस ब्रोकरेज कंपनी यूबीएस सिक्योरिटीज ने 50 से अधिक अमेरिकी और यूरोपीय निवेशकों के साथ बैठक कर यह रिपोर्ट तैयार की है। इन निवेशकों ने दिसंबर तिमाही में कई राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनावों के नतीजों को नजरअंदाज कर दिया है। इनका मामना है कि सप्लाई चेन के स्थानांतरित होने से भारत एक प्रमुख लाभार्थी के रूप में उभर सकता है। दुनिया मानकर चल रही है कि वैश्विक संकट काल में भी भारतीय अर्थव्यवस्था मजबूती से साथ खड़ी है। इन निवेशकों को पूरा विश्वास है कि भारत में एक बार फिर से मोदी सरकार आने वाली है। इसलिए वे इस वैश्विक मंदी काल में भारत को एक प्रमुख निवेश स्थल के रूप में देख रहे हैं।
अमेरिकी मीडिया का दावा- 2024 में भी एक बार फिर बीजेपी सरकार
बीजेपी की जीत की गूंज सात समंदर पार अमेरिकी मीडिया में भी सुनाई देने लगी है। अमेरिकी अखबार वॉल स्ट्रीट जर्नल ने साफ कहा है कि भारत में मोदी लहर कायम है और 2024 में एक बार फिर से मोदी सरकार बनने जा रही है। बीजेपी की तारीफ करते हुए वॉल स्ट्रीट जर्नल ने इसे दुनिया की सबसे महत्वपूर्ण राजनीतिक पार्टी बताया है। अखबार ने लिखा है कि 2014, 2019 की प्रचंड जीत के बाद बीजेपी 2024 में भी एक बड़ी जीत की ओर बढ़ रही है। और आने वाले समय में पार्टी और तेजी से आगे बढ़ेगी।
वॉल स्ट्रीट जर्नल के अनुसार हाल ही में बीजेपी को ईसाई बहुल पूर्वोत्तर में बड़ी कामयाबी मिली है। साथ ही 20 करोड़ की आबादी वाले उत्तर प्रदेश में बीजेपी को शिया मुसलमानों का मजबूत समर्थन प्राप्त है। India’s BJP Is the World’s Most Important Party टाइटल से छपे आर्टिकल के अनुसार अमेरिकी दृष्टिकोण से भी बीजेपी सबसे महत्वपूर्ण विदेशी पार्टी है, लेकिन इसे कम समझा गया है। अखबार ने इसके साथ ही ये भी लिखा है कि इस समय भारत एक प्रमुख आर्थिक शक्ति के रूप में उभर रहा है और अमेरिका भारत की मदद के बिना चीन से मुकाबला नहीं कर सकता है।
जनमत पोल्स सर्वे का दावा अभी चुनाव हुए तो फिर मोदी सरकार
आपको यह जानकर हैरानी होगी कि कर्नाटक विधानसभा चुनाव में जीत का कांग्रेस को कोई खास फायदा नहीं मिलता दिख रहा है और अगर देश में अभी लोकसभा चुनाव हो तो एक बार फिर मोदी सरकार बनती दिख रही है। जनमत पोल्स के ताजा सर्वे में दावा किया गया है कि कर्नाटक विधानसभा चुनाव का लोकसभा चुनाव का नहीं कोई असर नहीं पड़ने वाला है। कर्नाटक विधानसभा चुनाव के ठीक बाद किए गए इस सर्वे में कहा गया है कि अभी लोकसभा चुनाव होने पर बीजेपी को 290-293 सीटें मिल सकती हैं। जबकि कांग्रेस को सिर्फ 62-64 सीटों पर ही संतोष करना होगा। इस सर्वे से साफ है कि देश में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की लोकप्रियता कायम है और आगामी लोकसभा चुनाव में भी उनके नेतृत्व में बीजेपी की सरकार बनने जा रही है।
Our Assessment for Loksabha 2024 Elections
Ground report
BJP-290-293
Congress-62-64
Rajasthan
BJP+ 24-25Bihar
BJP = 19-21West Bangal
BJP =15-17Hariyana
BJP+ 8-9Telangana
BJP =4-5Karnataka
BJP =15-17— Janmat polls (@Janmatpolls) May 16, 2023
आइए देखते हैं प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में बीजेपी ने किस तरह लोकसभा,विधानसभा और स्थानीय निकाय चुनाव में एक के बाद एक जीत हासिल की है…
चंडीगढ़ मेयर चुनाव में बीजेपी की जीत
हाल ही में बीजेपी ने चंडीगढ़ में मेयर पद का चुनाव जीत लिया है। चंडीगढ़ मेयर चुनाव परिणाम आम आदमी पार्टी और कांग्रेस के इंडी गठबंधन के लिए एक बड़ा झटका है। गठबंधन बनने के बाद I.N.D.I. Alliance को पहले ही मुकाबले में हार का सामना करना पड़ा है। बीजेपी के मनोज सोनकर I.N.D.I. Alliance के आप-कांग्रेस उम्मीदवार कुलदीप कुमार को हराकर चंडीगढ़ के मेयर बन गए हैं। इस चुनाव में 36 वोटों में से बीजेपी को 16 वोट मिले, जबकि आप-कांग्रेस के इंडी गठबंधन को सिर्फ 12 वोट ही मिले। 8 वोट कैंसल हो गए। सबसे बड़ी बात यह है कि बहुमत के बावजूद गठबंधन को हार का सामना करना पड़ा है।
#WATCH | BJP wins Chandigarh mayoral elections with 16 votes to its mayor candidate Manoj Sonkar. The Congress & AAP mayor candidate Kuldeep Singh got 12 votes. 8 votes were declared invalid. pic.twitter.com/vjQYcObylT
— ANI (@ANI) January 30, 2024
हाल ही में पांच राज्यों में हुए विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने खूब लोकलुभावन वादे किए और रेवड़ियां बांटी। इसके बावजूद तीन राज्यों में प्रचंड बहुमत और तेलंगाना में बीजेपी के शानदार प्रदर्शन ने फिर साबित कर दिया कि देश में मोदी लहर कायम है। इस लहर ने मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ में कांग्रेस का पूरी तरह सफाया कर दिया। वहीं तेलंगाना में बीजेपी एक से बढ़कर आठ सीटों तक पहुंच गई। इस शानदार जीत के बाद दिल्ली में बीजेपी कार्यालय पहुंचे प्रधानमंत्री मोदी ने मौजूद बीजेपी कार्यकर्ताओं के सामने सर झुकाकर अभिवादन किया।
मध्य प्रदेश में 48.64 प्रतिशत वोट के साथ 163 सीटें
चुनाव आयोग के आंकड़ों के मुताबिक मध्य प्रदेश के 230 सीटों के लिए हुए चुनाव में बीजेपी ने 48.64 प्रतिशत वोट के साथ 163 सीटों पर जीत दर्ज की। पिछले चुनाव के मुकाबले बीजेपी के वोट शेयर में करीब सात प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है। साल 2018 के मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में कुल 230 सीटों में से बीजेपी को 109 सीटें मिली थीं। बीजेपी का वोट शेयर 41.02 प्रतिशत था।
राजस्थान में 41.71 प्रतिशत वोट के साथ 115 सीटें
राजस्थान के 200 सीटोंं के लिए हुए चुनाव में 41.71 प्रतिशत वोट के साथ बीजेपी 115 सीटों पर जीतने में सफल रही। राजस्थान में बीजेपी के वोट शेयर में करीब तीन प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है। साल 2018 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को 100 सीटें, बीजेपी को 73 सीटें, बीएसपी को 6 सीटें, सीपीएम को 2 सीटें और अन्य को 19 सीटें मिली थीं। बीजेपी का वोट शेयर 38.77 प्रतिशत, कांग्रेस का वोट शेयर 39.30 प्रतिशत और बीएसपी का वोट शेयर 4.03 प्रतिशत था।
छत्तीसगढ़ में बीजेपी को 46.30 प्रतिशत वोट के साथ 54 सीटें
छत्तीसगढ़ के 90 सीटों के लिए हुए चुनाव में बीजेपी ने 46.30 प्रतिशत वोट के साथ 54 सीटों पर जीत दर्ज की। छत्तीसगढ़ में बीजेपी के वोट शेयर में बढ़ोतरी हुई है। साल 2018 छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव में कुल 90 सीटों में से कांग्रेस को 68, बीजेपी को 15, अन्य को 7 सीटें मिली थीं। कांग्रेस का वोट प्रतिशत 43.04 प्रतिशत था। बीजेपी का वोट प्रतिशत 32.97 प्रतिशत था।
तेलंगाना में 14 प्रतिशत वोट शेयर के साथ 8 सीटें
दक्षिण भारतीय राज्य तेलंगाना में भी बीजेपी बेहतर प्रदर्शन करती दिख रही है। बीजेपी ने करीब 14 प्रतिशत वोट शेयर के साथ आठ सीटों पर जीत दर्ज की है। अगर पिछले चुनाव से तुलना करें तो अब भी उसके प्रदर्शन को शानदार ही कहा जाएगा। पिछले चुनाव में जहां पार्टी को केवल 1 सीट से संतोष करना पड़ा था तो वहीं साल 2018 में हुए विधानसभा चुनाव में पार्टी ने 6.98 प्रतिशत के साथ सिर्फ एक सीट हासिल की थी।
त्रिपुरा और नागालैंड के साथ मेघालय में बीजेपी+ सरकार
प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में बीजेपी लगातार चुनाव जीतती जा रही है। पूर्वोत्तर के भी तीन राज्यों के विधानसभा चुनाव में नतीजे बीजेपी गठबंधन के पक्ष में रहे। जहां त्रिपुरा और नागालैंड में बीजेपी की शानदार वापसी हुई, वहीं मेघालय में बीजेपी के समर्थन से मुख्यमंत्री कॉनराड संगमा की एनपीपी सरकार फिर से सत्ता में वापसी की। नागालैंड में 37 और त्रिपुरा में 33 सीटों के साथ बीजेपी को प्रचंड बहुमत मिली हैं।
गुजरात के चुनावी इतिहास में सबसे बड़ी लैंडस्लाइड जीत
गुजरात के चुनावी इतिहास में 2022 का चुनाव कई रिकॉर्ड टूटने के लिए जाना जाएगा। बीजेपी ने अब तक सबसे अधिक 149 सीटों के आंकड़े को पार कर 156 सीटों तक पहुंच गई, वहीं 52 प्रतिशत से अधिक वोट शेयर हासिल कर मत प्रतिशत के मामले में भी अपना रिकॉर्ड तोड़ती दिख रही है। 2002 में बीजेपी ने 49.85 प्रतिशत वोट शेयर के साथ 127 सीटें जीती थीं।
सपा के आजमगढ़ और रामपुर के किले पर बीजेपी का कब्जा
देश में लोकसभा चुनाव हो या विधानसभा चुनाव, या फिर स्थानीय निकाय चुनाव बीजेपी एक के बाद एक चुनाव जीतती जा रही है। 23 जून,2022 को देश की तीन लोकसभा सीटों और सात विधानसभा सीटों के लिए हुए उपचुनाव में बीजेपी की जीत ने साबित किया कि देश में प्रधानमंत्री मोदी की लहर कायम है। उत्तर प्रदेश में आजमगढ़ और रामपुर लोकसभा सीट के लिए हुए उपचुनाव में बीजेपी ने ऐतिहासिक जीत हासिल की। इस चुनाव में उत्तर प्रदेश में प्रमुख विपक्षी दल समाजवादी पार्टी का तो सफाया हो गया।
यूपी एमएलसी चुनाव में 36 में से 33 सीटों पर बीजेपी का कब्जा
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में प्रचंड जीत के बाद बीजेपी ने विधान परिषद चुनाव में भी अपना परचम लहरा दिया। बीजेपी ने राज्य में 36 में से 33 सीटें जीत ली। इस चुनाव में उत्तर प्रदेश में प्रमुख विपक्षी दल समाजवादी पार्टी का तो सफाया हो गया। दो सीट पर निर्दलीय जबकि एक सीट पर जनसत्ता दल लोकतांत्रिक को जीत मिली।
चार राज्यों में फिर दिखा पीएम मोदी का करिश्मा
इसके पहले पांच राज्यों के विधानसभा चुनावों में से चार राज्यों उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, गोवा और मणिपुर में बीजेपी की दोबारा जीत से फिर साबित हो गया कि जनता पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का करिश्मा कायम है। उत्तर प्रदेश में बीजेपी ने प्रचंड जनादेश हासिल कर एक बार फिर सरकार बना ली। यूपी की जनता ने प्रधानमंत्री मोदी और सीएम योगी की जोड़ी पर फिर से भरोसा जताया। सूबे के सियासी इतिहास पर नजर डालें तो यह पिछले 37 सालों में पहली बार हुआ है जब जनता ने किसी एक चेहरे को लगातार दूसरी बार मौका दिया हो। उधर उत्तराखंड में जो आज तक नहीं हुआ, वो इस बार हो गया। इतिहास में पहली बार कोई सत्तारूढ़ पार्टी अपनी सत्ता कायम रखने में कामयाब रही।
असम नगर निकाय चुनाव में 80 में से 75 सीटें जीतीं,
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की योजनाओं और मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा के करिश्मे की वजह से असम नगर निकाय चुनाव में बीजेपी ने शानदार जीत दर्ज कर सबको हैरान कर दिया। इस चुनाव में बीजेपी ने कांग्रेस को पछाड़कर बड़ी जीत दर्ज की। बीजेपी ने 80 में से 75 नगर पालिका बोर्डों में जीत दर्ज करते हुए शहरी निकाय चुनावों में क्लीन स्वीप किया जबकि कांग्रेस को सिर्फ एक नगरपालिका बोर्ड से संतोष करना पड़ा। बीजेपी की सहयोगी असम गणपरिषद ने दो नगर निगम बोर्ड बारपेटा और बोकाखाट पर कब्जा किया। असम में नगर पालिका के 80 बोर्डों के 920 वार्डों के लिए 6 मार्च को वोटिंग हुई थी। जबकि 57 वार्डों के उम्मीदवारों को निर्विरोध घोषित किया गया था। अधिकारियों के मुताबिक इस चुनाव में कुल 2,532 उम्मीदवार मैदान में थे। बीजेपी के 825, कांग्रेस के 706, अगप के 243 और 758 निर्दलीय उम्मीदवारों के साथ कुल 2532 उम्मीदवार मैदान में थे। बीजेपी उम्मीदवारों ने 742 वार्डों में और अगप ने 65 वार्डों में जीत हासिल की। विपक्षी कांग्रेस ने 71 वार्डों में जीत दर्ज की।
महाराष्ट्र नगर पंचायत चुनाव में बीजेपी सबसे बड़ी पार्टी, शिवसेना तीसरे नंबर पर
बीजेपी महाराष्ट्र में हुए नगर पंचायत चुनाव में एक बार फिर सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी। 18 जनवरी, 2022 को नगर पंचायत की 1649 सीटों के लिए हुए मतदान में बीजेपी ने शिवसेना को तगड़ा झटका दिया। महाराष्ट्र नगर पंचायत चुनाव में बीजेपी के कुल 416 उम्मीदवार जीते। दूसरे नंबर पर एनसीपी रही, जिसके 378 उम्मीदवार जीते। महाराष्ट्र की महाविकास अघाड़ी सरकार का नेतृत्व करने वाली शिवसेना 301 सीटों के साथ तीसरे नंबर पर रही। कांग्रेस के 297 उम्मीदवारों को जीत मिली। इस चुनाव में 206 निर्दलीय भी जीतने में कामयाब रहे।
अरुणाचल प्रदेश स्थानीय निकाय चुनावों में 80 प्रतिशत सीटें जीतकर बीजेपी ने रचा इतिहास
बीजेपी ने अरुणाचल प्रदेश स्थानीय निकाय चुनावों में 80 प्रतिशत सीटें जीतकर इतिहास रच दिया है। अरुणाचल प्रदेश में स्थानीय निकाय चुनावों में बीजेपी ने कुल 8390 सीटों में से 6661 सीटें जीतने में सफल रही है। ग्राम पंचायत चुनावों में 8125 सीटों में से 6458 सीटें जीतकर बीजेपी ने इतिहास रच दिया। बीजेपी ने पासीघाट म्युनिसिपल काउंसिल चुनाव में 8 में से 6 सीटें जबकि ईटानगर म्युनिसिपल कॉरपोरेशन चुनाव में 20 में से 10 सीटें जीती है। इसके साथ ही जिला परिषद की 237 सीटों में से 187 सीटें जीतने में कामयाब रही है। जिला परिषद चुनाव में बीजेपी ने 78.9 प्रतिशत सीटें जीती हैं।
जम्मू कश्मीर में भाजपा को एनसी, पीडीपी और कांग्रेस को मिलाकर पाए गए वोट से ज्यादा वोट मिले
जम्मू-कश्मीर में आर्टिकल 370 और 35ए खत्म होने के बाद पहली बार हुए जिला विकास परिषद (डीडीसी) के चुनाव में भाजपा सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है। जम्मू-कश्मीर डीडीसी चुनाव में बीजेपी सबसे ज्यादा 74 सीटें जीत चुकी है, जबकि स्थानीय पार्टियां अकेले इस आंकड़े के पास भी नहीं पहुंच पाई हैं। नेशनल कांफ्रेंस (एनसी) को 67, जबकि पीडीपी को सिर्फ 27 सीटें मिली हैं। कांग्रेस किसी तरह 26 सीटें जीत पाई है। यहां 49 निर्दलीय उम्मीदवारों को भी कामयाबी मिली है। डीडीसी चुनाव की सबसे खास बात यह रही कि भाजपा को नेशनल कांफ्रेंस, पीडीपी और कांग्रेस को मिलाकर पाए गए वोट से ज्यादा वोट मिले हैं। यहां बीजेपी को 487364 वोट मिले हैं, जबकि एनसी को 282514, पीडीपी को सिर्फ 55789 और कांग्रेस को 139382 वोट मिले हैं। एनसी, पीडीपी और कांग्रेस को मिलाकर कुल वोट 477685 होते हैं, जो बीजेपी को मिले वोट से काफी कम है।
गहलोत के गढ़ में लहराया भगवा
राजस्थान के 21 जिलों के पंचायत समिति और जिला परिषद सदस्यों के लिए हुए चुनावों में बीजेपी ने कांग्रेस को जबरदस्त झटका दिया। अब तक घोषित नतीजों के अनुसार बीजेपी कुल 14 जिलों में बोर्ड बनाने जा रही है। जबकि कांग्रेस को महज पांच जिलों पर संतोष करना पड़ा। जिला परिषद की कुल 636 सीटों के लिए चुनाव में बीजेपी 323 और कांग्रेस 246 सीटें जीत चुकी है। पंचायत समिति सदस्यों के लिए हुए चुनाव में कुल 4371 सीटों में से बीजेपी को 1836 और कांग्रेस को 1718 सीटों पर जीत मिली है।
ओवैसी के गढ़ में शानदार प्रदर्शन
इसके पहले ग्रेटर हैदराबाद नगर निगम चुनाव में शानदार प्रदर्शन कर बीजेपी ने केसीआर की पार्टी टीआरएस को स्पष्ट बहुमत हासिल करने से रोक दिया। हैदराबाद नगर निकाय चुनाव में असदुद्दीन ओवैसी के मजबूत गढ़ पुराने हैदराबाद में बीजेपी ने अपना परचम लहरा दिया। चुनाव भले ही नगर निगम का हो, लेकिन जिस आक्रमकता से बीजेपी यहां चुनाव लड़ी है उससे ओवैसी की पार्टी पस्त हो गई है। 2016 में सिर्फ चार सीटें हासिल करने वाली बीजेपी ने इस बार 150 में से 48 सीटों पर अपना परचम लहरा दिया। यहां टीआरएस को 56 और असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी AIMIM को 44 सीटों पर जीत मिली। जबकि कांग्रेस के खाते में सिर्फ 2 सीट आई।