Home समाचार कमर्शियल एलपीजी उपभोक्ताओं को बड़ी राहत, एलपीजी सिलेंडर की कीमत में भारी...

कमर्शियल एलपीजी उपभोक्ताओं को बड़ी राहत, एलपीजी सिलेंडर की कीमत में भारी गिरावट,आज से लागू हो गईं नई कीमतें

SHARE

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की सरकार जनता के हित में लगातार फैसले ले रही है। इसी क्रम में मोदी सरकार ने कमर्शियल एलपीजी सिलेंडर की कीमतों में भारी कटौती करते हुए उपभोक्ताओं को बड़ी राहत दी है। वहीं महंगाई को लेकर शोर मचाने वाले विपक्ष को भी करारा जवाब दिया है। कमर्शियल गैस सिलेंडर की कीमत में लगातार दूसरे महीने कमी की गई है। अब कटौती के बाद 19 किलोग्राम वाले कमर्शियल सिलेंडर की कीमत घटकर 1,856.50 रुपये रह गई है। इससे पहले देश की राजधानी दिल्ली में इसकी कीमत 2,028 रुपये थी। इस तरह एलपीजी सिलेंडर के दाम 171.50 रुपये घटा दिए गए हैं। नई दरें आज यानी 1 मई से लागू हो गई हैं। 

दरअसल अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कच्चे तेल की कीमत में भारी उतार-चढ़ाव देखने को मिला है। इसका सबसे ज्यादा असर कमर्शियल गैस सिलेंडरों की कीमतों पर देखने को मिला है। इसी बीच इंडियन ऑयल ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर तेल की कीमतों में गिरावट का लाभ उपभोक्ताओं को भी देने का फैसला किया है। इसके तहत गैस की कीमतों में कटौती करते हुए नए दामों की सूची अपने वेबसाइट पर जारी कर दी है। नई दरें लागू होने के बाद कमर्शियल सिलेंडर की कीमतों में कमी आ गई है। नई सूची के मुताबिक मुंबई में अब 19 किलो वाले सिलेंडर की कीमत कोलकाता में 1960.50 रुपये, मुंबई में 1808.50 रुपये और चेन्नई में 2021.50 रुपये रह गई है। इससे पहले अप्रैल में इसकी कीमत कोलकाता में 2132.00 रुपये, मुंबई में 1980 रुपये और चेन्नई में 2192.00 रुपये थी।

इससे पहले एक अप्रैल 2023 को भी कमर्शियल सिलेंडर की कीमत में करीब 92 रुपये की कमी की गई थी। इस तरह पिछले एक साल में कमर्शियल सिलेंडर की कीमत में 499 रुपये की कमी आई है। पिछले साल एक मई 2022 को 19 किलो वाले कमर्शियल सिलेंडर की कीमत दिल्ली में 2355.50 रुपये थी। वहीं आज इसकी कीमत घटकर 1856.50 रुपये हो गई है। हालांकि ये कमी सिर्फ कमर्शियल सिलेंडर की कीमतों में ही की गई है, घरेलू उपभोक्ताओं को इससे लाभ नहीं मिलेगा क्योंकि घरेलू सिलेंडर की कीमतों में फिलहाल कोई बदलाव नहीं किया गया है। 

गौरतलब है कि गैस कंपनियां हर माह की पहली तारीख को गैस सिलेंडर के दाम तय करती है। इसका निर्धारण वैश्विक कच्चे ईंधन दरों के आधार पर किया जाता है। कच्चे तेल में वृद्धि होती है तो एलपीजी की दरों में भी बढ़ोतरी होती है और कच्चे ईंधन की कीमतों में कमी आती है तो उसका असर भी एलपीजी पर पड़ता है। ईंधन की कीमतों में उतार-चढ़ाव के मुताबिक एलपीजी सिलेंडर के दामों में भी उतार-चढ़ाव होते रहते हैं। 

Leave a Reply