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छत्तीसगढ़ यूथ कांग्रेस के चुनाव में बड़ा खुलासा,17 लाख में से 9 लाख सदस्य फर्जी, कुत्ते, बिल्ली, पेड़ और तालाब ने किया मतदान

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नेशनल हेराल्ड मामले में फर्जीवाड़े की वजह से गांधी परिवार पर गिरफ्तारी की तलवार लटक रही है। इससे बचने के लिए सोनिया गांधी और राहुल गांधी के साथ ही पूरी कांग्रेस पार्टी सड़क पर उतर कर हाथ-पैर मार रही है। इसी बीच छत्तीसगढ़ में यूथ कांग्रेस के चुनाव में फर्जी सदस्य बनाये जाने के मामले ने कांग्रेस की अंदरुनी हकीकत को दुनिया के सामने ला दिया है। कुत्ते, बिल्ली, पेड़ और तालाब को भी यूथ कांग्रेस का सदस्य बनाया गया था। इससे पता चलता है कि कांग्रेस की बुनियाद ही फर्जीवाड़े पर टिकी है।

सदस्यता टारगेट पूरा करने के लिए फर्जीवाड़ा

कांग्रेस पार्टी ने छत्तीसगढ़ में सदस्यता अभियान के लिए टारगेट दिया था, लेकिन यूथ कांग्रेस उसे पूरा करने में नाकाम रही। इसे पूरा करने के लिए फर्जीवाड़े का सहारा लिया गया। सदस्यता अभियान का टारगेट पूरा करने के लिए कार्यकर्ताओं ने डिजिटल मेंबरशिप अभियान के तहत बनाए गए एप में कुत्ते, बिल्ली समेत कई अन्य जानवरों, पेड़ और तालाब की तस्वीर लगाकर लाखो फर्जी सदस्य बना दिए। यहां तक कि कुछ उम्मीदवारों ने कुत्ते-बिल्ली की फोटो खींचकर मतदान करा दिया। दरअसल यूथ कांग्रेस को फर्जीवाड़े की जरूरत इसलिए पड़ी, क्योंकि छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की सरकार होने के बावजूद युवा कांग्रेस पार्टी से जुड़ना नहीं चाहते हैं। उनका कांग्रेस से मोहभंग हो चुका है।

9 लाख यानि आधे से भी अधिक सदस्य फर्जी 

सबसे हैरानी की बात यह है कि छत्तीसगढ़ में युवक कांग्रेस चुनाव के लिए बनाए गए 17 लाख सदस्यों में से 9 लाख यानि आधे से भी अधिक फर्जी सदस्य पाए गए। एक जिला ऐसा भी है, जिसमें 1,22,000 सदस्य बने थे जिनमें से 84 हजार फर्जी थे। इसके अलावा छत्तीसगढ़ यूथ कांग्रेस ने पूरे देश में सबसे अधिक सदस्य बनाने का दावा किया था। यहां तक कि महाराष्ट्र समेत कई बड़े राज्यों को पीछे छोड़ दिया था। लेकिन फर्जीवाड़े के खुलासे से इस दावे की हवा निकल गई है।

सदस्यता अभियान में हर स्तर पर गड़बड़ी

फर्जी सदस्य बनाये जाने के मामले का खुलासा होने के बाद युवक कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने सभी सदस्यता की जांच कराई, तो पता चला कि सदस्यता एप में 9 लाख सदस्यों को फर्जी तरीके से सदस्यता दी गई थी। सदस्यता अभियान में हर स्तर पर गड़बड़ी की गई थी। मतदाता सूची में जो तस्वीरें थी, उससे अलग तस्वीरों का इस्तेमाल किया गया था। मतदाता परिचय पत्र में गड़बड़ी की गई थी। यहां तक कि आवेदन को भी गलत तरीके से भरा गया था। गलत वीडियो बनाकर अपलोड किया गया था। गड़बड़झाले के ये मामले सामने आने के बाद सदस्यता समाप्त की गई।

सदस्यता के नाम पर युवकों से लूट 

गौरतलब है कि महंगाई और बेरोजगारी को लेकर सड़क पर प्रदर्शन करने वाली कांग्रेस ने युवकों को लूटने का काम किया है। फर्जी सदस्यता के कारण प्रदेश के युवाओं की जेब से करीब साढ़े चार करोड़ रुपये चले गए। यूथ कांग्रेस की सदस्यता के लिए 50 रुपये की फीस रखी गई थी। सदस्यता करने के साथ ही आनलाइन फीस जमा करना था। इसमें भी बड़े पैमाने पर गड़बड़ी की गई। इसके बाद 12 मई से 12 जून तक युवक कांग्रेस की सदस्यता अभियान के साथ ही चुनाव भी हुआ था। चुनाव एक एप के माध्यम से आनलाइन किया गया था। युवक कांग्रेस के चुनाव में अध्यक्ष पद के लिए 12 और प्रदेश महासचिव पद के लिए 138 उम्मीदवार मैदान में थे।

 

 

 

 

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