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400 सीटों के लिए जिन्ना के ‘जिन्न’ पर अखिलेश का दांव: जिन्ना ने दिलाई आजादी, तो देश के टुकड़े किसने किए, हिंदुओं का कत्लेआम किसने कराया, पाकिस्तान किसने बनाया

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31 साल पहले अयोध्या में कारसेवकों पर गोली चलवाकर मुलायम सिंह ‘मुल्ला मुलायम’ बन गए और कई सालों तक उत्तर प्रदेश में मुस्लिम वोटों की फसल काटते रहे। अब यूपी विधानसभा चुनाव में 400 सीटें जीतने का दावा करने वाले अखिलेश जिन्ना पर दांव आजमा रहे हैं। हिंदुओं का कत्लेआम कराने वाले को जननायक बता रहे हैं। समाजवादी पार्टी जिन्ना को नायक बता कर मुस्लिम वोटों का खेल खेलने में जुटे हैं। यूपी में विधानसभा चुनावों से पहले जिन्ना का जिन्न एक बार फिर से बोतल से बाहर है। लेकिन इस बार जिन्ना के जिन्न की जम कर धुलाई हो रही है।  

चुनाव से पहले यूपी में बोतल से बाहर आया जिन्ना का जिन्न

यूपी के हरदोई में एक जनसभा में अखिलेश यादव ने जिन्ना की शान में खूब कसीदे गढ़े। जिन्ना की तुलना महात्मा गांधी, जवाहरलाल नेहरू और सरदार वल्लभ भाई पटेल से की। अखिलेश यादव ने कहा  ‘सरदार वल्लभ भाई पटेल, महात्मा गांधी, जवाहरलाल नेहरू और जिन्ना ने एक ही संस्थान से पढ़ाई की और बैरिस्टर बने और उन्होंने आजादी दिलाई। उन्हें आजादी के लिए किसी भी तरीके से संघर्ष करना पड़ा होगा तो पीछे नहीं हटे।’ सोशल मीडिया पर अखिलेश के बयान की खूब फजीहत हो रही है। 

मोदी विरोध के नाम पर अखिलेश का देश विरोध 

यूपी में चुनाव हैं ऐसे में अखिलेश मोदी विरोधी के चक्कर में देश विरोध पर उतारू हो गए। मुस्लिम वोटों की खातिर इससे ज्यादा हल्की बात और हो नहीं सकती। 31 अक्तूबर को सरदार वल्लभभाई पटेल जी की जन्म जयंती थी। सारे देश में राष्ट्रीय एकता दिवस को लेकर कार्यक्रम हो रहे थे। देश को एकजुट करने में आधुनिक भारत के शिल्पकार वल्लभभाई पटेल जी के योगदान को कौन भुला सकता है। लेकिन अखिलेश यादव को सरदार वल्लभभाई पटेल का देश की एकता का मंत्र याद न रहा। उन्हें तो बस जिन्ना याद आते रहे, क्योंकि जब बात वोटों की तो समाजवादी पार्टी को देश के अभिमान और गौरव से कोई सारोकार नहीं।

अखिलेश के मुस्लिम तुष्टीकरण की पराकाष्ठा 

विदेशों में पढ़ने वाले अखीलेश यादव को लगता है कि जिन्ना ने देश को आजादी दिलाई , तो फिर बंटवारे के नाम पर हजारों हिंदुओं का कल्तेआम किसने करवाया। धर्म के नाम पर भारत के दो टुकड़े किसने किए। पाकिस्तान किसने बनाया। 

यूपी में मुस्लिम वोटों के लिए एसपी, बीएसपी और कांग्रेस में जंग 

यूपी में मुसलमानों के वोट हथियाने के लिए बीएसपी, एसपी और कांग्रेस में गदर मचा है। एक दूसरे से आगे निकलने के लिए गला काट कंपटिशन चल रहा है। सोशल मीडिया यूजर्स कर रहे हैं कि ऐसे में जिन्ना को ‘अब्बा’ बनाना इनकी मजबूरी है।

अखिलेश को चुनाव में मुस्लिम वोटों की चिंता

अखिलेश यादव को डर है कि अगर बीएसपी और कांग्रेस उनके मुस्लिम बोट बैंक में सेंध लगाने में कामयाब होती है, तो उनकी सत्ता में वापसी का सपना पूरा होना मुश्किल है। यही वजह है कि मुस्लिम वोटों के लिए जिन्ना से अखिलेश का प्यार उफान मार रहा है।

भारत के लोगों ने सबसे ज्यादा झेला बंटवारे का दर्द

जिन्ना ने धर्म के नाम पर पाकिस्तान बनाने की जो साजिश रची थी, उसका सबसे ज्यादा खामियाजा हिंदुओं को उठाना पड़ा। 

1 मुस्लिम लीग ने पाकिस्तान की मांग उठाई
2 सिंध और बंगाल में हिन्दुओं का कत्लेआम हुआ
3 1946 में ‘सीधी कार्रवाई दिवस’ मनाया गया
4 कोलकात्ता में भीषण दंगे कराए गए, इसमें 5,000 लोग मारे गए
5 1947 में साफ हो गया की देश का विभाजन होगा
6 बंटवारे में अनुमानित रूप में 10 लाख लोग मारे गए
7 कई जगह मौत के आंकड़े इससे भी ज्यादा बताए जाते हैं
8 75 हजार से 1 लाख महिलाओं के साथ ज्यादती हुई
9 बंगाल, सिंध, हैदराबाद, कश्मीर में दंगे भड़क उठे
10 हिन्दू, ईसाई, सिख, अहमदिया और शियाओं की जिंदगी तबाह हुई
11 पाकिस्तान की 20 करोड़ की आबादी में अब मात्र 1.6 फीसदी हिन्दू हैं
12 आजादी के समय उनकी तादाद 22 फीसदी थी
13 जिन्ना के इशारे पर कश्मीर में कबाइलियों ने आक्रमण कर दिया
14 बड़े पैमाने पर कश्मीरी पंडितों का कत्लेआम किया गया
15 लाखों कश्मीरी पंडितों को कश्मीर छोड़कर पलायन करना पड़ा

जिन्ना ने भारत के लोगों को जो जख्म दिए उसे देश कभी भूल नहीं सकता है। इसे याद कर आज भी हर भारतीय का खून खौल उठता है , लेकिन अखिलेश यादव जैसे नेताओं को जिन्ना के नाम पर वोट बैंक की राजनीति से भी परहेज नहीं है। बेशर्मी ऐसी कि भारत विरोधी जिन्ना के नाम पर वोट मांगने में भी समाजवाजी पार्टी और इनके नेताओं को शर्म नहीं आती।  

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