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केजरीवाल के झूठे वादों में फंस कर रह गई यमुना, हर तरफ तैरते जहरीले झाग में और जहर घोल रही AAP सरकार, छठव्रतियों के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़

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दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल झूठे वादों का पर्वत खड़ा करते जा रहे हैं। वहीं इस पर्वत से निकलने वाला पानी यमुना नदी को और प्रदूषित कर रहा है। छठ पर्व से पहले केजरीवाल के झूठ के तैरते झागों को यमुना नदी में साफ देखा जा सकता है। केजरीवाल ने पिछले 8 साल में 8 बार वादा किया कि यमुना नदी को इतना साफ कर देंगे की लोग डुबकी लगा सकेंगे। लेकिन इनकी नाकामी की वजह से आज भी यमुना मैली हैं और छठ घाट गंदे पड़े हैं। सबसे हैरानी की बात यह है कि दिल्ली सरकार छठ पूजा से पहले यमुना से झाग हटाने के लिए उसमें जहरीले रसायन का छिड़काव कर रही है, जो यमुना में डुबकी लगाने वाले छठव्रतियों के लिए जानलेवा साबित हो सकता है।

यमुना नदी में झाग हटाने के लिए जहरीले केमिकल का छिड़काव 

छठ से पहले दिल्ली के सीएम केजरीवाल ने यमुना के छठ घाटों की सफाई और सुविधाओं को लेकर बड़ी-बड़ी बातें की थीं, लेकिन छठ महापर्व के शुरुआत के पहले ही दिन केजरीवाल के झूठ की पोल खुल गई। जमीनी हकीकत यह है कि छठ से पहले दिल्ली के यमुना नदी में भारी प्रदूषण के साथ जहरीला झाग देखा गया। कालिंदी कुंज के पास यमुना नदी के पानी में जहरीला झाग तैरता दिखाई दिया। एलजी ने राजस्व और पर्यावरण विभाग को एनजीटी के आदेशों को सख्ती से लागू करने का निर्देश दिये थे। उन्होंने यमुना को प्रदूषित होने से रोकने के लिए कड़ाई से नजर रखने की बात भी की थी। इसके बावजूद भी यमुना नदी में ये जहरीला झाग तैर रहा है।

जहरीले केमिकल से नाकामी छुपाने की कोशिश

केजरीवाल सरकार ने अपनी नाकामी छुपाने और लोगों को मूर्ख बनाने के लिए यमुना नदी के जहरीले झाग की सफाई का आदेश दिया। इसके बाद दिल्ली जल बोर्ड की एक टीम नदी के सतह पर केमिकल का छिड़काव कर रही है। दिल्ली जल बोर्ड के केमिकल छिड़काव करने का वीडियो एएनआई ने पोस्ट किया है। वीडियो में देखा जा सकता है कि दिल्ली जल बोर्ड के कर्मचारी यमुना नदी के सतह पर केमिकल का छिड़काव कर रहे हैं। छिड़काव करने का दृश्य यमुना नदी के कालिंदी कुंज का है। 

जहरीला केमिकल छठव्रतियोंं के स्वास्थ्य के लिए खतरनाक  

उत्तर पूर्वी दिल्ली से बीजेपी सासंद मनोज तिवारी ने गुरुवार को कहा कि आम आदमी पार्टी के मुखिया केजरीवाल ने वर्ष 2013 में दावा किया था कि वह यमुना को इतना साफ कर देंगे कि लोग डुबकी लगा सकेंगे। लेकिन आज भी यमुना में झाग तैर रहा है। उन्होंने केजरीवाल सरकार पर यमुना से झाग हटाने के लिए उसमें खतरनाक केमिकल का छिड़काव करने का आरोप लगाया। उन्होंने दावा किया, “ हमने प्रदूषण की स्थिति का जायजा लेने के लिए यमुना का दौरा किया। हमें यह जानकर आश्चर्य हुआ कि झाग को छुपाने के लिए बहुत ही जहरीला रसायन का छिड़काव किया जा रहा था।’

जीवन देने का वादा करके मौत बांट रही केजरीवाल सरकार

भाजपा सांसद मनोज तिवारी ने कहा कि आम आदमी पार्टी के लिए प्रदूषण कोई मुद्दा नहीं है। यदि होता तो दिल्ली के मुख्यमंत्री या उपमुख्यमंत्री छठ पर्व से पहले यमुना के किनारे जाते। मुख्यमंत्री वहां गए जहां पहले से लैंडफिल साइट है। दिल्ली सरकार लोगों को भ्रमित कर रही है। अपनी नाकामी छिपाने के लिए दिल्ली के लोगों विशेषकर व्रत करने वालों के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं। जीवन देने का वादा करके मौत बांट रहे हैं।

पर्यावरणविदों ने केजरीवाल की राजनीतिक मंशा पर उठाया सवाल

छठ पूजा से पहले पर्यावरणविदों ने दिल्ली सरकार पर यमुना को प्रदूषण मुक्त बनाने के लिए ”पर्याप्त कार्रवाई नहीं करने” का आरोप लगाया, क्योंकि गुरुवार को कालिंदी कुंज के पास नदी का कुछ हिस्सा जहरीले झाग से ढका था। पर्यावरणविद विमलेन्दु झा ने कहा कि नदी में लगातार झाग बनने का मुख्य कारण राजनीतिक मंशा की कमी, यमुना को साफ करने में तत्परता और ठोस कार्रवाई का अभाव जिम्मेदार है। झा ने पीटीआई-भाषा से कहा, ”पर्यावरण शासन दिल्ली सरकार के लिए प्राथमिकता नहीं लगता है। दुर्भाग्यपूर्ण बात यह है कि राजनीतिक इरादे की कमी है, यमुना की सफाई को लेकर कोई तत्परता नहीं है और ठोस कार्रवाई का अभाव है, जिससे बार-बार नदी में झाग की समस्या पैदा होती है।”

केमिकल “सिलिकॉन डिफॉर्मर” से हो सकती है कैंसर जैसी बीमारियां 

एक अन्य पर्यावरणविद् भावरीन कंधारी ने आरोप लगाया कि लापरवाही और ठोस कार्रवाई नहीं होने के कारण हर साल जहरीले झाग से नदी के कुछ हिस्से ढक जाते हैं। कंधारी ने कहा, ‘‘यमुना और हिंडन किनारों पर, सैकड़ों फार्महाउस और उद्योग प्रदूषकों को नदी में छोड़ रहे हैं। लगभग 92 नाले हैं जो सीधे यमुना में खुलते हैं, जिनमें से 62 पर कोई शोधन नहीं होता हैं। इसलिए, लापरवाही और वास्तविक कार्रवाई की कमी के कारण यमुना में हर साल जहरीला झाग पैदा होता है।’’ डॉ.कबीर सरदाना ने साफ कह दिया कि यमुना में झाग को ख़त्म करने के लिए जो जहरीला “सिलिकॉन डिफॉर्मर” डाला गया हैं। वह एक हानिकारक केमिकल हैं जिससे लोगों को तमाम कैंसर जैसी बीमारियां हो सकती हैं।

जहरीले पानी में नहाने से छठव्रतियों को होती है खुजली

केजरीवाल सरकार की नाकामी की वजह से छठव्रती जहरीले पानी में छठ व्रत करने के लिए मजबूर है। काफी पवित्र माने जाने वाला छठव्रत को आज सरकारी लापरवाही की वजह से प्रदूषित और जहरीले जल में करना पड़ रहा है। एक स्थानीय महिला ने अपनी पीड़ा व्यक्त करते हुए कहा, “कल से छठ का त्योहार शुरू हो जाएगा तो हम चाहते हैं कि यहां पर साफ-सफाई हो जाए। हर साल यहां पर सफाई नहीं होती है, यहां पर नहाने से खुजली होती है लेकिन हमारी मजबूरी है तो सरकार को कुछ करना चाहिए।” गौरतलब है कि इस साल छठ पूजा 30 और 31 अक्टूबर को होने जा रही है।

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