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पीएम मोदी का नारा ‘यूपी के लिए योगी ही उपयोगी’ फिर सही साबित, NCRB रिपोर्ट में खुलासा- दंगा मुक्त हुआ उत्तर प्रदेश, महिला और बाल अपराध भी घटे

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प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के दौरान दिया नारा योगी ही यूपी के लिए उपयोगी एक बार फिर चरितार्थ हुआ है। एनसीआरबी की ताजा रिपोर्ट बताती है कि राज्य में 2021 में न सिर्फ अपराध कम हुए हैं, बल्कि कभी सांप्रदायिक हिंसा के लिए कुख्यात प्रदेश अब दंगा-मुक्त हो गया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सख्त प्रशासक वाली छवि के चलते असमाजिक तत्व, गुंडे और माफिया भयग्रस्त हैं और राज्य की जनता सुरक्षित महसूस कर रही है। यदि देशभर की बात करें तो उद्धव सरकार के कार्यकाल के दौरान महाराष्ट्र सर्वाधिक 100 दंगों से साथ पहले और झारखंड सांप्रदायिक हिंसा की 77 घटनाओं के साथ दूसरे नंबर पर है।
उद्धव सरकार और झारखंड में सीएम सोरेन के कार्यकाल में देश में सबसे ज्यादा बढ़े दंगे
राष्ट्रीय क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो (एनसीआरबी) की ताजा रिपोर्ट ‘भारत में अपराध 2021′ के आंकड़े बताते हैं कि महिलाओं एवं बच्चों के खिलाफ अपराधों में उत्तर प्रदेश में कमी आई है। इसके अलावा सांप्रदायिक हिंसा नगण्य के स्तर पर आने के साथ ही साइबर अपराध भी घटे हैं। गृह विभाग के एक अधिकारी ने एनसीआरबी के आंकड़ों का हवाला देकर बताया कि 2021 में सांप्रदायिक हिंसा की पूरे देश में कुल 378 घटनाएं दर्ज हुईं। इनमें महाराष्ट्र में पिछले साल सांप्रदायिक हिंसा के 100 मामले, झारखंड में 77, बिहार में 51, राजस्थान में 22 घटनाएं दर्ज की गयीं। उत्तर प्रदेश में सांप्रदायिक हिंसा की सिर्फ एक घटना हुई है। इससे पहले दो सालों (2019 और 2020) में एक भी घटना दर्ज नहीं हुई, इससे यह पूरी तरह साफ हो गया है कि सीएम योगी के कार्यकाल में प्रदेश सांप्रदायिक दंगा मुक्त हुआ है।

यूपी में बाल अपराधों में 11% और महिलाओं के प्रति अपराधों में 6% कमी आई
एनसीआरबी के डाटा से यह भी खुलासा हुआ है कि महिलाओं और बच्चों के खिलाफ हुए अपराधों में भी यूपी में कमी आई है। देश की तुलना में साईबर क्राइम में भी यूपी में कमी आई है। आंकड़ों के मुताबिक 2019 में यूपी में बच्चों के खिलाफ 18943 मामले दर्ज किए गए, जबकि 2021 में यह घटकर 16838 रह गए। इस प्रकार प्रदेश में बाल अपराधों से जुड़े 11.11 फीसदी कम मामले दर्ज किये गये। 2019 में यूपी में महिलाओं के खिलाफ 59853 मामले दर्ज किए गए, जो 2021 में घटकर 56083 ही रह गए हैं। उत्तर प्रदेश में दो साल के दौरान महिला के खिलाफ अपराधों में 6.2 फीसदी की कमी दर्ज की गयी है। यूपी में साइबर क्राइम के मामले भी 2021 में घटकर 8829 हो गये। इन मामलों में 22.6 फीसदी की कमी आयी है।

ADG लॉ एंड आर्डर बोले- अपराधियों के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति जारी रहेगी
एडीजी लॉ एंड आर्डर प्रशांत कुमार के मुताबिक मुख्यमंत्री योगी की अपराधों के मामले में जीरो टॉलरेंस की नीति के चलते प्रदेश में लगातार अपराधों का ग्राफ कम हो रहा है। इसके साथ की सीएम की लगातार मॉनिटरिंग के चलते प्रदेश में पुलिस अपनी जिम्मेदारी अच्छी तरह से निभा रही है। यही वजह है कि एनसीआरबी के आंकड़े भी इसकी तस्दीक करते हुए दिख रहे हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश में अपराधियों के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति जारी रहेगी। किसी भी कीमत पर अपराध और अपराधियों के खिलाफ कोई नरमी नहीं बरती जाएगी।

 

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