अरुणाचल प्रदेश के तवांग सेक्टर में भारतीय और चीनी सैनिकों के बीच झड़प की खबर आने के बाद देश में माहौल गरम है। इस बीच, मंगलवार शाम (13 दिसंबर, 2022) को अचानक सोशल मीडिया पर 2.20 मिनट का एक वीडियो वायरल हो गया और दुश्मन को पिटता देख लोग भारत के जवानों की बहादुरी पर गर्व से चौड़े होने लगे। वहीं कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और सांसद राहुल गांधी के चीन प्रेम ने भारतीय सेना का मनोबल तोड़ने का काम किया है। राजस्थान के दौसा में ‘भारत जोड़ो यात्रा’ के दौरान राहुल गांधी ने कहा कि चीनी सैनिक भारत के सैनिकों को पीट रहे हैं।
राहुल गांधी ने विदेश मंत्री एस जयशंकर पर निशाना साधते हुए कहा कि उनके भाषण आते हैं। विदेश मंत्री अक्सर बयान देते हैं। मुझे यह नहीं कहना चाहिए, लेकिन शायद उन्हें अपनी समझ का विस्तार करना चाहिए। उन्होंने कहा, “चीन ने हमारी जमीन ले ली है। वे सैनिकों को पीट रहे हैं। मैंने कहा कि हिन्दुस्तान की प्रेस मुझसे इनके बारे में एक सवान नहीं पूछेगी। चीन का खतरा स्पष्ट है। और सरकार इसे अनदेखा कर रही है। चीन लद्दाख और अरुणाचल में एक हमले की तैयारी कर रहा है। और भारत सरकार सो रही है।”
भारत से इतनी नफरत क्यों? सेना से इतनी जलन क्यों?
न भारतीय सेना को कोई पीट पाया न पीट पाएगा। देश की सेना का मनोबल मत तोड़ो
जनता कह रही है की पिटे हुए मोहरे तो तुम हो #BraveIndianArmy pic.twitter.com/uPJvaoDYxI— Gaurav Bhatia गौरव भाटिया (@gauravbh) December 16, 2022
हैरानी की बात यह है कि राहुल गांधी ने यह बयान उस दिन दिया है, जिस दिन पूरा देश विजय दिवस मना रहा है। आज यानि 16 दिसंबर के दिन ही भारतीय सेना ने पाकिस्तान पर इतिहास की सबसे बड़ी जीत हासिल की थी। 16 दिसंबर, 1971 को 93,000 पाकिस्तानी सेना ने भारतीय सेना के सामने आत्मसमर्पण कर दिया था। साल 1971 के युद्ध में भारत ने पाकिस्तान को करारी शिकस्त दी थी। राहुल गांधी इस दिन का भी ख्याल नहीं रखा। उन्होंने भारतीय सेना के समर्थन में एक ट्वीट करने की जगह उसका मनोबल गिराने का काम किया।
विडंबना देखिए कि राहुल गांधी ने आज #विजय_दिवस पर एक भी ट्वीट नहीं किया और अब ये बयान।
राहुल जी, सेना नहीं तो कम से कम अपनी दादी के सम्मान में ही विजय दिवस को याद कर लेते। https://t.co/Dy91epIJc9— Ashok Shrivastav (@AshokShrivasta6) December 16, 2022
आइए देखते हैं राहुल गांधी और कांग्रेस के अन्य नेताओं ने कब-कब भारतीय सेना का मनोबल गिराने का काम किया है…
गलवान घाटी में झड़प के बाद गिराया सेना का मोनबल
चीन के साथ सीमा विवाद और गलवान घाटी में झड़प के बाद जहां देश एक-दूसरे के साथ कंधे से कंधा मिलाकर मजबूती के साथ खड़ी थी, वहीं कांग्रेस शुरू से ही लगातार सरकार पर हमला कर रही थी। कांग्रसे के रुख को देखकर ये तय करना मुश्किल हो रहा था कि वे देश के साथ है या चीन के साथ खड़ी है। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के बेटे राहुल गांधी ने सरकार से एक बार फिर पूछा कि क्या चीन ने भारतीय जमीन पर कब्जा किया है।इसपर बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने करारा पलटवार किया।
राहुल को जवाब देते हुए नड्डा ने कहा कि राहुल गांधी देश को बांटने की कोशिश कर रहे हैं। जेपी नड्डा ने ट्वीट कर कहा, ‘पहले कांग्रेस चीन की कम्युनिस्ट पार्टी के साथ समझौते करती है। इसके बाद वह चीन को जमीन सरेंडर कर देती है। डोकलाम तनाव के दौरान राहुल गांधी चुपचाप चीनी दूतावास गए थे। इस चुनौतीपूर्ण वक्त में राहुल गांधी देश को बांटना चाहते हैं और जवानों का मनोबल गिराना चाहते हैं। समझौते का प्रभाव?’
First, Congress signs MoU with Chinese Communist Party.
Then, Congress surrenders land to China.
During Doklam issue, Rahul Gandhi secretly goes to Chinese embassy.
During crucial situations, Rahul Gandhi tries to divide the nation & demoralise armed forces.
Effects of MoU? pic.twitter.com/Z3WJhpt4Ol
— Jagat Prakash Nadda (@JPNadda) June 23, 2020
असल में कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने ट्वीट कर कहा था, ‘चीन आक्रमण के खिलाफ हम एकजुट खड़े हैं। क्या भारतीय जमीन पर चीन ने कब्जा किया है?’
चीनी आक्रमण के ख़िलाफ़ हम एकजुट खड़े हैं।
क्या भारतीय ज़मीन पर चीन ने कब्ज़ा किया है? pic.twitter.com/YCEd0P20aU
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) June 23, 2020
इसपर बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कांग्रेस पर आरोप लगाते हुए कहा कि पहले यह पार्टी चीन की कम्यूनिस्ट पार्टी से समझौते करती है और फिर देश की जमीन चीन को सौंप देती है। गौरतलब है कि 2008 में बीजिंग ओलंपिक के दौरान यूपीए अध्यक्ष सोनिया गांधी और कांग्रेस नेता राहुल गांधी चीन गए थे। उस समय कांग्रेस पार्टी और कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ चाइना के बीच समझौता हुआ था। ये समझौता चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग की मौजूदगी में हुआ था।
This picture of Rahul Gandhi signing an agreement in 2008 in China with Sonia and Xi in the background has possible sinister implications for the country’s security. The NIA must initiate an investigation under the Unlawful Activities ( Prevention) Act and secure the agreement pic.twitter.com/WCn1TY6E28
— Mahesh Jethmalani (@JethmalaniM) June 21, 2020
आईचौक की खबर के अनुसार चीन में ओलंपिक गेम्स उद्घाटन समारोह में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी चीनी सरकार की ख़ास मेहमान दीर्घा में बैठी थीं। चीन के दौरे पर सोनिया गांधी के साथ तब कांग्रेस जनरल सेक्रेट्री राहुल गांधी, उनकी बहन प्रियंका गांधी, उनके पति रॉबर्ट वाड्रा और दोनों बच्चे भी गए थे। ओलंपिक गेम्स के उद्घाटन से एक दिन पहले, कम्यूनिस्ट पार्टी ऑफ चाइना और भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के बीच एक समझौता हुआ। कांग्रेस की तरफ से राहुल गांधी ने MoU पर दस्तखत किया। कम्यूनिस्ट पार्टी ऑफ चाइना की तरफ से वांग चियारुई ने दस्तखत किए। यह समझौता पार्टी के स्तर पर हुआ था।
अधीर रंजन चौधरी ने सेना की विश्वसनीयता पर उठाया सवाल
लद्दाख में भारत-चीन सीमा पर गतिरोध जारी है। दोनों देशों की सेनाएं एक-दूसरे के सामने डटी हैं। पहले राहुल गांधी मोदी ने सरकार पर सवाल उठया। उसके बाद लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी ने सेना का मनोबल गिराने वाला सवाल किया। अधीर रंजन ने ट्वीट में कहा है कि सेनाप्रमुख का आत्मविश्वस डरावना है। इससे लगा कि अधीर रंजन को सेनाप्रमुख के बयान पर भरोसा नहीं है। वो अपने पार्टी के सांसद और पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी की तरह ही सेना को कटघरे में खड़ा करना चाहते थे। उनको इससे सियासी फायदा नहीं मिला, लेकिन उनका ट्वीट सेना की विश्वसनीयता और उसके मनोबल को गिराने वाला है।
Army Chief, what does it mean that military talks with China was ‘very fruitful’. When talks are reported to have been taken place in recently Chinese occupied east Ladakh area, your sense of exuberance is fearful,
— Adhir Chowdhury (@adhirrcinc) June 14, 2020
बालाकोट एयर स्ट्राइल पर सवाल, पाकिस्तान का बचाव
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी और सोनिया गांधी के करीबी सैम पित्रोदा ने कहा है कि पुलवामा हमले के लिए पूरे पाकिस्तान को दोषी ठहराना ठीक नहीं है। बालाकोट एयर स्ट्राइल पर सवाल उठाते हुए इंडियन ओवरसीज कांग्रेस के अध्यक्ष पित्रोदा ने कहा कि हमले के लिए पूरा पाकिस्तान जिम्मेदार नहीं है। सैम पित्रोदा ने पुलवामा हमले के बारे में कहा, ‘हमले के बारे में मैं ज्यादा कुछ नहीं जानता। यह हर तरह के हमले की तरह है। मुंबई में भी ऐसा हुआ था। हमने इस बार रिएक्ट किया और कुछ जहाज भेज दिए, लेकिन यह सही तरीका नहीं है। मुंबई में (26/11 आतंकी हमला) 8 लोग आते हैं और हमला कर देते हैं। इसके लिए पूरे देश (पाकिस्तान) पर आरोप नहीं लगा सकते है।
Sam Pitroda,Indian Overseas Congress Chief on #PulwamaAttack:Don’t know much about attacks,it happens all the time,attack happened in Mumbai also,we could have then reacted and just sent our planes but that is not right approach.According to me that’s not how you deal with world. pic.twitter.com/QZ6yXSZXb2
— ANI (@ANI) March 22, 2019
राहुल गांधी ने सर्जिकल स्ट्राइक पर खड़े किए सवाल
28-29 सितंबर, 2016 की रात पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में सेना द्वारा किया गया सर्जिकल स्ट्राइक देश के लिए गौरव का विषय था, लेकिन देशद्रोह पर उतर आई कांग्रेसी नेताओं ने इस पर भी सवाल खड़े कर दिए।कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने सवाल खड़े करते हुए प्रधानमंत्री मोदी पर ‘खून की दलाली’ करने का आरोप लगाया। राहुल गांधी ने सर्जिकल स्ट्राइक पर प्रधानमंत्री मोदी को निशाने पर लेते हुए कहा कि हमारे जिन जवानों ने जम्मू-कश्मीर में अपनी जान दी, सर्जिकल स्ट्राइक की। आप उनके खून की दलाली कर रहे हो, ये बिल्कुल गलत है।