प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी शासन संचालन, देश के विकास को गति देने और लोगों का जीवन बेहतर बनाने के लिए नए-नए प्रयोग करते रहते हैं। इसके लिए वे हर तरह की जोखिम उठाने के लिए भी तैयार रहते हैं। फिर उन्होंने अपनी सरकार के कामकाज को और अधिक चुस्त-दुरुस्त बनाने और आम लोगों तक सरकारी योजनाओं का लाभ पहुंचाने के लिए एक नया प्रयोग शुरू किया है। उन्होंने अपने मंत्रिमंडल के सभी 77 मंत्रियों को आठ समूहों में बांट दिया है और हर समूह को सरकारी योजनाओं के तेज क्रियान्वयन और निगरानी की जिम्मेदारी सौंपी है। योजना के मुताबिक हर समूह में 9 से 10 मंत्रियों को रखा जाएगा। इसके अलावा तीन युवा पेशेवर और कम से कम दो रिटायर अधिकारी भी होंगे, ताकि उनके अनुभवों का फायदा उठाया जा सके। प्रत्येक समूह में समन्वय की जिम्मेदारी एक वरिष्ठ कैबिनेट मंत्री पर होगी।
प्रधानमंत्री मोदी जनहित में प्रौद्योगिकी के ज्यादा से ज्यादा इस्तेमाल पर जोर देते हैं। इस नए प्रयोग में भी उन्होंने अत्याधुनिक प्रौद्योगिकी का भी भरपूर उपयोग करने की योजना बनाई है। प्रत्येक मंत्री के दफ्तर में एक पोर्टल बनाया जाएगा, ताकि मंत्रालय के कामकाज में पारदर्शित लाने के साथ ही केंद्रीय योजनाओं की प्रगति पर निगरानी रखी जा सके। सभी जिलों, राज्यों और मंत्रालयों की प्रोफाइल भी तैयार की जाएगी और हितधारक सहभागिता कार्यक्रम विकसित किए जाएंगे। दरअसल मंत्री समूहों के गठन का मकसद मंत्रियों के दृष्टिकोण को अधिक व्यावहारिक बनाकर शासन में समग्र सुधार पर ध्यान केंद्रित करना है, ताकि जनहितकारी केंद्रीय योजनाओं का निर्माण होने के साथ ही उसका पूरा लाभ आम लोगों को आसानी से मिल सके।
आम आदमी के हित में नए प्रयोग
- मोदी सरकार को अधिक जनोन्मुख बनाने का प्रयास
- आम आदमी को ध्यान में रखकर योजनाएं बनाना
- हितधारकों के साथ मिल कर काम करने पर जोर
- शासन के काम में अधिक गति और पारदर्शित लाना
- डिलीवरी सिस्टम को और मजबूत बनाने का प्रयास
- मंत्रियों के बीच विचारों के आदान-प्रदान को बढ़ावा
- नए मंत्रियों के विचार और अनुभव का बेहतर उपयोग
- पेशेवरों व रिटायर अधिकारियों के अनुभव का उपयोग
- जनहित में नए विचार, नई प्रौद्योगिकी का इस्तेमाल
पार्टी कार्यकर्ताओं और आम जनता का पूरा ख्याल
प्रधानमंत्री मोदी के नए प्रयोग और सुधार का मकसद सरकारी कामकाज में तेजी और पैनापन लाना है, ताकि लोगों को शिकायत का मौका न मिले। प्रधानमंत्री मोदी ने सरकार और पार्टी के बीच बेहतर तालमेल बनाने पर भी जोर दिया है। उन्होंने सभी मंत्रियों से ये भी कहा है कि बीजेपी के कार्यकर्ताओं और आम लोगों का काम करें। काम के लिए उन्हें लटकाए नहीं। काम होना हो तो करें नहीं तो मना कर दें, लेकिन बेवजह लोगों और कार्यकर्ताओं को दिल्ली का चक्कर ना लगवाएं।